बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई समस्याएं आने लगती हैं, जिनमें से एक है त्वचा से जुड़ी समस्या। अक्सर बढ़ती उम्र के साथ त्वचा ढ़ीली पड़ने लगती है, जिस कारण से रिंकल और फाइन लाइन जैसी समस्याएं होना काफी आम है। वहीं, कुछ लोगों को उम्र के बढ़ते पड़ाव में त्वचा पर दाग-धब्बे और पिग्मेंटेशन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। अगर, आपको भी बढ़ती उम्र में इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो एक सही स्किन केयर रूटीन अपनाना बेहद जरूरी है। इस रूटीन को पूरा करने के लिए आप अपनी ब्यूटी बास्केट में कुछ खास प्रोडक्ट्स को शामिल कर सकते हैं, जिनके जरिए एंटी-एजिंग से जुड़े लाभ पाए जा सकते हैं। ये प्रोडक्ट्स लगभग हर प्रकार की त्वचा पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। हालांकी, जिन्हें किसी प्रकार की एलर्जी है, वो लोग इन्हें इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट कर सकते हैं।
एंटी-एजिंग के लिए कौन-से प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करें?
एंटी-एजिंग के गुणों से भरपूर कई उत्पाद आपको बाजार में मिल सकते हैं। हालांकी, कुछ खास प्रोडक्ट्स की बात करें, तो अक्सर Anti-Aging के लिए लोग नाइट क्रीम, सीरम, टोनर, फेस पैक और अंडर आई क्रीम को इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। आपको इनमें अलग-अलग प्रकार की त्वचा अनुसार और साथ ही सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त रहने वाले विकल्प भी मिल सकते हैं। आप इन्हें अपने रोजाना और कभी-कभार किए जाने वाले स्किन केयर रूटीन के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- नाइट Cream के इस्तेमाल से त्वचा की फर्मनेस और रंगत को बनाए रखा जा सकता है। वहीं यह महीन रेखाओं और झुर्रियों को कम करने के साथ त्वचा की चमक और निखार को बढ़ा सकती है।
- बढ़ती उम्र में सीरम का इस्तेमाल आपको त्वचा पर होने वाले पिग्मेंटेशन और दाग-धब्बों से छुटकारा दिला सकता है। वहीं, यह स्किन इलास्टिसिटी को बेहतर करने का भी काम करता है।
- एक सही प्रकार का टोनर बढ़ती उम्र में त्वचा को अतिरिक्त एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है और झुर्रियों से त्वचा पर होने वाली समस्या को कम कर सकता है, जिससे बढ़ती उम्र में त्वचा स्वस्थ बनती है।
- बढ़ती उम्र में अपनी त्वचा के अनुसार Face Pack का इस्तेमाल करके आप डलनेस, पिगमेंटेशन और रूखेपन को कम कर सकते हैं। कुछ फेसपैक दाग-धब्बों को कम करने में भी मददगार होते हैं।
- अंडर आई क्रीम आपके लिए काफी उपयोगी हो सकती है, क्योंकि यह आंखों के नीचे पड़ने वाले काले घेरे को कम करने में मदद कर सकती है। इसके जरिए आंखों के नीचे पड़ने वाली झुर्रियां और सूजन भी कम की जा सकती है।