बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं की त्वचा का निखार भी कम होने लगता है और साथ-साथ बढ़ जाती हैं झुर्रियों, दाग-धब्बों और फाइन लाइन्स की समस्याएं। ऐसे में कई कॉस्मैटिक्स व स्किन केयर ब्रांड्स ने मार्केट में अपने ऐंटी एजिंग सीरम लॉन्च किए हैं, जो उम्र के साथ होने वाली स्किन संबंधित परेशानियों को कम करने में मदद कर सकती हैं। Anti Aging Serum रूखेपन, झुर्रियों, त्वचा के टेक्श्चर में सुधार लाने के साथ-साथ प्रदूषण से होने वाली स्किन संबंधित परेशानियों को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
इतना ही नहीं, ऐंटी एजिंग सीरम आपकी स्किन को हायड्रेट करते हुए रूखेपन से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकती हैं। वहीं, प्रदूषण, धूल मिट्टी और UV Rays से हमारी त्वचा को काफी नुकसान होता है, जिनसे लड़ने के लिए भी ऐंटी एजिंग सीरम्स कारगर साबित हो सकती हैं। हाई क्वालिटी वाली ऐंटी एजिंग सीरम्स त्वचा को टाइट करते हुए उसके निखार को लौटाने में भी मददगार साबित हो सकती हैं। ऐंटी एजिंग सीरम को रोजाना दो बार चेहरे और गर्दन पर लगाना चाहिए। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि महिलाओं को 25 की उम्र के बाद से ही ऐंटी एजिंग सीरम का इस्तेमाल धीरे-धीरे शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा, अगर आपकी Skin सेंसेटिव है तो किसी भी ऐंटी एजिंग सीरम का इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करने की सलाह भी दी जाती है।
ऐंटी एजिंग सिरम में कौन-से इंग्रीडियंट्स का इस्तेमाल किया जाता है?
- रेटिनॉल- यह विटामिन ए युक्त एक इंग्रीडियंट है जो त्वचा के टेक्श्चर को बेहतर बनाने में मदद करता है। रेटिनॉल Fine Lines और झुर्रियों को चेहरे से कम करने के लिए अच्छा माना जाता है।
- हायलरॉनिक ऐसिड- यह एक नैचुरल इंग्रीडियंट है जो त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है। जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है, उनके शरीर में कम Hyaluronic acid का उत्पादन होता है, इस वजह से ऐंटी एजिंग सीरम में हायलरॉनिक ऐसिड का इस्तेमाल किया जाता है।
- विटामिन सी- यह एक ऐंटीऑक्सीडेंट है जो समय से पहले बुढ़ापा पैदा करने वाले मुक्त कणों के असर को कम करने में मदद करता है।
- नायासिनेमाइड- इस इंग्रीडियंट को विटामिन बी3 के रूप में भी जाना जाता है। नायासिनेमाइड कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिस कारण में त्वचा की बनावट बेहतर होती है।
- पेपटाइड्स- यह इंग्रीडियंट छोटे प्रोटीन के टुकड़े जैसे होते हैं जो कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करने और Skin के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है।
- ग्लायकॉलिक ऐसिड- यह एक अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड होता है जो त्वचा को एक्सफोलिएट करता है और इसकी बनावट और टोन में सुधार करता है।
इनके अलावा ऐंटी एजिंग सीरम में Exosomes, Resveratrol और Codonopsis pilosula polysaccharides जैसे इंग्रीडियंट्स का भी इस्तेमाल किया जाता है।