इस साल के वे 5 कैम्पेन जिन्होंने महिलाओं के लिए उठाई आवाज

आज हम बात करने वाले हैं इस साल के वे 5 कैम्पेन के बारे में जिन्होंने महिलाओं के लिए आवाज उठाई। इन कैम्पेन की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि इन्हें शुरू भी महिलाओं ने किया था। 

no blouse campaign women m

बातें होनी चाहिए। बात होंगी तभी वो दूर तलक जाएंगी। इसलिए तो कहा जाता है कि बात करनी चाहिए। ये टिप्स आजकल महिलाएं भी समझने लगी हैं इसलिए वे अपने हर मुद्दे के लिए एक कैम्पेन चला रही हैं जिसपर बात तो होनी चाहिए थी लेकिन हो नहीं रही। तो आज हम जानते हैं साल के उन 5 कैम्पेन्स के बारे में जिन्होंने महिलाओं को अपनी बात रखने के लिए एक प्लेटफॉर्म दिया।

#NoBlouse

दिवाली से पहले इंडिया में एक ट्रेंड चल रहा था जिसमें महिलायें बिना ब्लाउज के साड़ी पहनकर फोटो शेयर कर रही थीं। इस ट्रेंड में महिलाएं बिना ब्लाउज़ के नए तरीके से साड़ी पहनकर फोटो खिंचवा रही थीं और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर रही थीं। इस नये ट्रेंड ने साड़ी प्रेमियों के लिए साड़ी पहनने का नया तरीका सिखाया और देखते ही देखते इसने फैशन की दुनिया में तहलका मचा दिया।

कई महिलाओं और लड़कियों ने नए-नए डिजाइन में बिना ब्लाउज की साड़ी पहनकरइंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर कीं। इसमें महिलाएं साड़ी पहनने के सरल तरीकें बताती हैं। इस नये ट्रेंड को महिलाओं ने खूब पसंद किया और इन फोटोज़ को अब तक इंस्टाग्राम के नो ब्लाउज अकाउंट पर खूब फोटो शेयर किए जा रहे हैं।

लगभग दुनिया की हर महिला ज़िंदगी में एक बार ना एक बार यौन शोषण का शिकार होती हैं लेकिन इस पर बात ही नहीं होती थी। बस इस साल महिलाओं को ये प्लेटफॉर्म भी मिल गया जहां महिलाएं अपने साथ हुए यौन शोषण के अनुभव शेयर कर सकती हैं। ये कैम्पेन हॉलीवुड एक्‍ट्रेस एलिसा मिलानो ने शुरू किया था जिसे दुनिया के हर एक कोने से महिलाओं ने काफी सपोर्ट किया।

एलिसा ने इस #MeToo अभियान को शुरू ही किया था कि दुनियाभर की तुरंत ही महिलाएं अपने साथ हुए यौन शोषण की घटनाओं के अनुभव इस कैम्पेन के जरिये बयां करने लगीं। इंडिया में इस कैम्पेन को पहचान कॉमेडियन मल्लिका दुआ के शेयर करने पर मिली थी। जिसके बाद कई बॉलीवुड सेलेब्स और कई इंडियन गर्ल्स ने इस पेल्टफॉर्म पर अपने अनुभव शेयर किए।

#WomanSpreading

ये कैम्पेन अभी कुछ महीनों पहले शुरू हुआ है। इसमें महिलाएं पुराने समय से चली आ रही टांग ना फैलाने कर बैठने केstereotypes को तोड़ना चाहती हैं। हमेशा ये माना जाता है कि महिलाओं को पैरों को जोड़कर बैठना चाहिए । क्योंकि ये 'lady-like mannerisms' है मतलब महिलाओं वाले शिष्ट तरीके हैं। इसी शिष्ट तरीके को महिलाएं इंस्टाग्राम पर अपने फोटो अफलोड कर तोड़ने की कोशिश कर रही हैं।

आपको भी कई बार कहा गया होगा कि अपने पैरों को क्रॉस करके बैठो। पैरों को नहीं तो कम से कम ankles को तो क्रॉस कर के बैठ जाओ। ये बातें लड़कियों को अपनी जिंदगी में कई बार सुनने को मिली होंगी। इन universal instructions को बदलने के लिए महिलाएं टांगे फैलाकर फोटो खिंचा रही हैं और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर रही हैं।

#LahuKaLagaan

ये कैम्पेन अप्रैल में शुरू हुआ था। सरकार ने जब जीएसटी लागू किया था को तो सैनिटरी पैड को भी जीएसटी के दायरे ला दिया था। सरकार के इस कदम की हर जगह आलोचना हुई और महिलाओं ने इसे लेकर काफी आपत्ति जताई। सैनिटरी पैड को 12% कर के स्लैब में रखा गया था। नॉर्मली जीएसटी लक्ज़री चीजों पर लगाया जाता है जिसके कारण सोशल मीडिया पर इस बात की बहस छिड़ गई थी कि क्या सैनिटरी पैड लक्ज़री चीज है?

ट्विटर पर #LahuKaLagaan ने काफी ट्रेंड किया था। इसे बॉलीवुड के बड़े-बड़े एक्ट्रेसेस ने भी सपोर्ट किया था। बॉलीवुड एक्ट्रेस अदिति राव हैदरी ने ट्वीट किया था, “सुप्रभात अरुण जेटली, सैनिटरी नैपकीन हमारी जरूरत है, लग्जरी नहीं। कृपया इन्हें जीएसटी से बाहर कर दीजिए। ताकि और ज्यादा महिलाएं इनका इस्तेमाल कर सकें।”

Read More: 'वो पूरी शाम मेरी स्कर्ट में हाथ डाला हुआ था...'

#KnowYourLemons

ये कैम्पेन साल की शुरुआत में शुरू हुआ था। इसमें महिलाओं के बीच में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए ये कैम्पेन चलाया गया था। इसमें नींबू का इस्तेमाल किया गया था। 'नो योर लेमन्स' कैंपेन में अंडे रखने वाले डिब्बे में नींबू की तस्वीरों से महिलाओं को ब्रेस्‍ट कैंसर के लक्षणों की समझ बड़ी आसानी से मिल सकती है। Erin Smith Chieze ने इस कैम्पेन इसलिए शुरू किया क्योंकि कई मरीज ब्रेस्ट के बार में बात करते हुए झिझकते हैं। ऐसे में महिलाएं अगर झिझक के कारण नहीं बता पाती हैं तो वे इन नींबू कों देखकर अपने बेस्ट कैंसर के लक्षणों को समझ सकती हैं।

वैसे तो ये साल 2003 में Erin ने 'नो योर लेमन्स' शुरू किया था लेकिन इस साल के शुरुआत में जब इसे शेयर किया गया था तो ये मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बन गया था।

तो इस साल के तो ये कैम्पेन थे। अब ये साल भी विदा होने जा रही है और ये कैम्पेन्स भी। आइए देखते हैं ने वाला साल क्या लाने वाला है।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP