हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 में आने वाली सभी 12 अमावस्या तिथियों का अपना विशेष महत्व है. आमतौर पर अमावस्या को शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसका खास स्थान है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, अमावस्या पर राहु का प्रभाव अधिक होता है. इस दिन भगवान शिव और शनि देव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना गया है, क्योंकि राहु पर शनि देव का भी प्रभाव रहता है.
ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने 2025 की अमावस्या तिथियों, उनके शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी है, जिसे हम इस लेख में जानेंगे।
जुलाई और अगस्त तक की अमावस्या लिस्ट
ज्येष्ठ माह हनुमान जी का महीना होता है। आमतौर पर अमावस्या तिथि पर हनुमान जी की पूजा नहीं की जाती है, क्योंकि इस दिन हनुमान जी ने राहु से युद्ध के दौरान विश्राम किया था। हालांकि, चूंकि ज्येष्ठ माह हनुमान जी से संबंधित है, इस कारण इस अमावस्या पर हनुमान जी की पूजा की जा सकती है। वहीं, आषाढ़ मास में किसी भी देवी-देवता की पूजा करना शुभ होता है, श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा का महत्व है, और भाद्रपद मास की अमावस्या पर श्री कृष्ण की पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
अमावस्या का नाम | तिथि | शुभ मुहूर्त |
श्रावण अमावस्या | 24 जुलाई 2025, बृहस्पतिवार | प्रारम्भ - 02:28 ए एम, जुलाई 24 समाप्त - 12:40 ए एम, जुलाई 25 |
भाद्रपद अमावस्या | 23 अगस्त 2025, शनिवार | प्रारम्भ - 11:55 ए एम, अगस्त 22 समाप्त - 11:35 ए एम, अगस्त 23 |
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सितंबर से दिसंबर तक की अमावस्या लिस्ट
अश्विन माह भगवान विष्णु और सूर्य देव को समर्पित होता है, इसलिए इस माह की अमावस्या पर सूर्य देव और श्री हरि की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। वहीं, कार्तिक अमावस्या के दिन दिवाली पर्व मनाया जाता है, जिसमें मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है। मार्गशीर्ष माह की अमावस्या पर शनि देव की पूजा करना भी फलदायी और सिद्धि देने वाला माना जाता है। इसके अलावा, पौष अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त पूजा करना शुभ माना जाता है।
अमावस्या का नाम | तिथि | शुभ मुहूर्त |
आश्विन अमावस्या | 21 सितंबर 2025, रविवार | प्रारम्भ - 12:16 ए एम, सितम्बर 21 समाप्त - 01:23 ए एम, सितम्बर 22 |
कार्तिक अमावस्या | 21 अक्टूबर 2025, मंगलवार | प्रारम्भ - 03:44 पी एम, अक्टूबर 20 समाप्त - 05:54 पी एम, अक्टूबर 21 |
मार्गशीर्ष अमावस्या | 20 नवंबर 2025, बृहस्पतिवार | प्रारम्भ - 09:43 ए एम, नवम्बर 19 समाप्त - 12:16 पी एम, नवम्बर 20 |
पौष अमावस्या | 19 दिसंबर 2025, शुक्रवार | प्रारम्भ - 04:59 ए एम, दिसम्बर 19 समाप्त - 07:12 ए एम, दिसम्बर 20 |
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जनवरी से अप्रैल तक की अमावस्या लिस्ट
जनवरी से अप्रैल तक चार अमावस्या तिथियां पड़ रही हैं, जो माघ, फाल्गुन, चैत्र और वैशाख हैं। माघ अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जबकि फाल्गुन अमावस्याभगवान शिवको समर्पित होती है। वहीं, चैत्र और वैशाख अमावस्या के दिन भगवान शिव के साथ-साथ पीपल के पेड़ की पूजा करना भी शुभ और लाभकारी माना जाता है।
अमावस्या का नाम | तिथि | शुभ मुहूर्त |
माघ अमावस्या | 29 जनवरी 2025, बुधवार | प्रारम्भ - 07:35 पी एम, जनवरी 28 |
फाल्गुन अमावस्या | 27 फरवरी 2025, बृहस्पतिवार | प्रारम्भ - 08:54 ए एम, फरवरी 27 |
चैत्र अमावस्या | 29 मार्च 2025, शनिवार | प्रारम्भ - 07:55 पी एम, मार्च 28 |
वैशाख अमावस्या | 27 अप्रैल 2025, रविवार | प्रारम्भ - 04:49 ए एम, अप्रैल 27 |
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