आज भी मुझे वो दिन याद है जब मैं छोटी थी तो मेरे स्कूल के बाहर कुछ लड़के मुझे और मेरी दोस्तों को बहुत परेशान करता थे। आज भी कई सारे ऐसे मामले आए दिन सड़कों पर देखने को मिलते हैं। अगर आपकी बेटी स्कूल या ट्यूशन जाती है तो आपको उसे ईव टीजिंग के बारे में जरूर बताना चाहिए।
ईव टीजिंग के साथ-साथ आपको यह भी उसे जरूर समझाना चाहिए कि वह कैसे इन लड़कों का सामना कर सकती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप किस तरह से अपनी बेटी को यह बता सकती हैं कि ईव टीजिंग से सामना उसे कैसे करना चाहिए ताकि उसकी सेफ्टी हमेशा बनी रहे।
आपको अपनी बेटी से ईव टीजिंग के बारे में खुल कर बात करनी चाहिए और आपको उसे सपोर्ट करने के साथ-साथ यह भी समझाना चाहिए कि समाज में उसे छेड़खानी जैसी घटनाओं का डटकर सामना करना होगा और घबराना नहीं होगा।
आपको बता दें कि हमारी सोसाइटी में कई सारे ऐसे लोग हैं जो अपनी बेटी के बाहर जाने पर रोक लगाते हैं और उन्हें अपनी पसंद के कपड़े भी नहीं पहनने देते हैं लेकिन आपको अपनी बेटी को उसके डिसीजन में सपोर्ट करना चाहिए ताकि अगर उसे कभी ईव टीजिंग या फिर छेड़खानी का सामना करना पड़े तो वह आपको इस बारे में खुल कर बता पाए।
आपको अपनी बेटी को सेल्फ डिफेंस जरूर सिखाना चाहिए ताकि वह अपनी सुरक्षा खुद कर सके और किसी पर निर्भर ना रहे।(जज साहब छेड़खानी, ईव टीजिंग और स्टॉकिंग में प्यार जैसा कुछ नहीं होता) इसके साथ-साथ आपको उसे पेपर स्प्रे, सेफ्टी पिन रखने के लिए भी कहना चाहिए ताकि वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए इन चीजों का यूज कर सके। इसके अलावा आप उसे यह भी बताएं कि वह अपने फोन में इमरजेंसी कांटेक्ट नंबर भी जरूर रखे।
इसे भी पढ़े: "अगर male employees को पीरियड होते तो obvious है कि हर कोई पीरियड लीव की मांग करता" - कविता कृष्णनन
आपको अपनी बेटी को यह जरूर बताना चाहिए कि वह अपने आसपास की चीजों पर ध्यान रखा करे और अगर कभी उसे ईव टीजिंग या फिर छेड़खानी जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ता है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है और ऐसे में स्थिति से निपटने में वह सबसे पहले स्पीड डायल में या इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें अगर उसे कोई मदद न मिले तो वह गंभीर स्थिति में किक, पंच या कोहनी से सामने वाले पर प्रहार कर सकती है।(हर लड़कियां ऐसे देना चाहती हैं अपने साथ होने वाली छेड़खानी और बद्तमीजी का जवाब)
इसके अलावा वह ऐसी जगह पर भी जा सकती है जहां पर कई लोग मौजूद हों क्योंकि ऐसी स्थिति में लोग छेड़खानी करने से घबराते हैं।
इसे भी पढ़े: भारतीय समाज में क्या है संस्कारी महिला की definition
तो ये थी वो सभी टिप्स जो आप अपनी बेटी को बता सकती हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
image credit- freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।