वैसे तो मार्केट कई तरह के एयर कंडीशनर मौजूद हैं, लेकिन इन सबमें सबसे ज्यादा स्प्लिट एसी को पसंद किया जाता है। लेकिन इसकी बिजली की खपत और मेंटेनेंस के खर्चे के चलते बहुत से लोग स्प्लिट एसी लेने से पीछे हटते हैं। अगर आप स्प्लिट एसी को लेकर कंफ्यूज हैं कि ये आपके घर के लिए किफायती रहेगा या नहीं या फिर इसके इस्तेमाल से कितना बिजली का बिल आएगा, तो यहां से आपको अपने सभी सवालों का जवाब मिल सकता है।
दरअसल सामान्य तौर पर स्प्लिट सिस्टम वाले एयर कंडीशनर का इस्तेमाल अन्य एयर कंडीशनर की तुलना में सस्ता माना जाता है, क्योंकि इनकी बेहतर ऊर्जा दक्षता होती है। साथ ही ये कम शोर करते हुए बेहतर कूलिंग देते हैं। यहां कुछ पॉइंट्स दिए जा रहे हैं, जिससे आपको समझने में आसानी होगी की स्प्लिट एसी किस तरह से किफायती होते हैं।
इन्वर्टर टेक्नोलॉजी- ज्यादातर स्प्लिट सिस्टम वाले एसी में इन्वर्टर कंप्रेसर का इस्तेमाल किया जाता है, जो कूलिंग के आधार पर पावर को एडजस्ट करते हैं। इससे कम ऊर्जा खपत होती है।
कंवर्टिबल मोड- अलग-अलग तापमान के हिसाब से बेहतर कूलिंग और ऊर्जा दक्षता को सुनिश्चित करने के लिए आजकल ज्यादातर स्प्लिट एसी मल्टीपल कूलिंग कंवर्टेबल मोड्स के साथ मिलते हैं, जो जरूरत के अनुसार कूलिंग कैपेसिटी पर एडजस्ट कर सकते हैं। इससे काफी बिजली की बचत हो जाती है।
कॉपर कंडेंसर कॉइल्स- स्लिट एसी कॉपर कंडेंसर कॉइल्स के साथ आते हैं, जो बढ़िया कूलिंग देने में सक्षम होते हैं और इनके मेंटेनेंस का खर्चा भी ज्यादा नहीं आता है, इसलिए ये किफायती माने जाते हैं।
हायर एफिशिएंसी रेटिंग- स्प्लिट सिस्टम वाले एसी में आमतौर पर अन्य एसी की तुलना में उच्च SEER (सीजनल एनर्जी एफिशिएंसी रेशियो) रेटिंग होती है, जो बेहतर एनर्जी एफिशिएंसी का संकेत देती है।
एनर्जी रेटिंग- ज्यादातर स्प्लिट एसी 3 स्टार और 5 स्टार एनर्जी रेटिंग के साथ आते हैं। 5 स्टार वाले एसी बिजली की खपत को करीब 20-25% तक कम करने में सक्षम माने जाते हैं।