किस देश में राजाओं को कहा जाता है राम? रामायण को मानते हैं राष्ट्रीय ग्रंथ

Ramayana is the national book of which country: एशिया में एक ऐसा बौद्ध देश है, जो हिंदू धर्म में आस्था रखता है। इस देश के राजाओं को राम कहा जाता है। इसके साथ ही इस देश की राष्ट्रीय पुस्तक भी रामायण है। क्या आपको पता है किस देश में राजाओं को राम कहा जाता है? 
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-01-08, 15:04 IST
Why is Thailand's national book ramayan

Thailand Where Kings Are Called Ram: उत्तर प्रदेश का अयोध्या भगवान राम का जन्म स्थान माना जाता है। भारत में लोग श्रीराम को अपना आराध्य मानते हैं। भारत एक ऐसा देश है, जहां रामजी को भगवान के तौर पर पूजा जाता है। बहुत से लोगों को यह लगता है कि केवल भारत में ही भगवान राम की पूजा की जाती है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि एशिया का एक और ऐसा बौद्ध देश है, जहां राम को आराध्य माना जाता है। हम बात कर रहे हैं थाईलैंड की। जिस तरह से भारत के पास अयोध्या है, उसी तरह से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के पास एक शहर जिसे अयुत्या कहा जाता है।

अयुत्या को थाईलैंड का अयोध्या माना जाता है। इस शहर में ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश तीनों के ही मंदिर हैं। वहां लोगों में ऐसी मान्यता है कि यही श्रीराम की राजधानी थी। थाईलैंड में बौद्ध और हिंदू धर्म का मिश्रण देखने को मिलता है।

थाईलैंड में भगवान विष्णु का अवतार

Incarnation of Lord Vishnu in Thailand

थाईलैंड कभी मूल रूप से हिंदू राष्ट्र हुआ करता था। थाई राज परिवारों पर सदियों तक हिंदू धर्म का प्रभाव था। वहां के निवासी थाईलैंड के राजा को भगवान विष्णु का अवतार माना करते थे। आज भी थाईलैंड का चक्री राजवंश खुद को राम कहता है। बता दें कि चक्री वंश के मौजूदा राजा को राम ‘दशम’ कहकर पुकारा जाता है।

कैसे जुड़ी राम की उपाधि?

How did the title of Ram come into existence

चक्री वंश के लोग अपने नाम के साथ राजा राम की उपाधि का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। हालांकि, राजा राम दशम के नाम से इस बात का अंदाजा लगाया जाता है कि चक्री वंश के लोग दस पीढ़ी पहले अपने नाम के साथ राम का इस्तेमाल नहीं करते थे। ऐसा भी माना जाता है कि अपने नाम के साथ राम और एक अंक जोड़ने की ये प्रथा यूरोप की संस्‍कृति से ली गई है।

बताया जाता है इस वंश के छठे राजा वजिरावुध ने इंग्लैंड से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई के दौरान उन्हें ब्रिटेन के शासकों के नाम के पीछे पंचम, द्वितीय जैसे अंक लगाने की प्रथा का पता चला। कहा जाता है इसी के बाद से राम के साथ अंक जोड़ने की प्रथा की शुरुआत हुई। कथाओं के अनुसार, राजा वजिरावुध ने खुद को राम ‘सिक्स्थ’ कहा था। इसके साथ ही चक्री वंश के राजाओं में नाम के साथ अंक जुड़ने लगा।

राम दशम हैं थाईलैंड के राजा

वर्तमान में थाईलैंड के राजा को ‘राम दशम’ की उपाधि से जाना जाता है। उन्हें थाईलैंड में लोग ‘फुटबॉल प्रिंस’ भी कहते हैं। राम नवम यानी भूमिबोल अदुल्यादेज का साल 2016 में निधन हो गया था, जिसके बाद वजिरालोंगकोर्न यानी राम दशम थाईलैंड के राजा बने।

थाईलैंड का राष्‍ट्रीय ग्रंथ

national book of thailand

आपको जानकर शायद थोड़ी हैरानी हो सकत है कि थाईलैंड का राष्ट्रीय ग्रंथ कोई और नहीं बल्कि रामायण है। थाईलैंड में इसे राम कियेन के नाम से जाना जाता है, जो वाल्मीकि रामायण पर आधारित है। वहीं, यहां का राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न गरुड़ है। हिंदू पौराणिक कथाओं में गरुड़ को भगवान विष्णु की सवारी माना जाता है।

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Image Credit: Freepik

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