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Sanjana tiwari trans gender and auto driver

दिल्ली की सड़कों पर ऑटो रिक्शा चलाने से लेकर सोशल वर्क तक, संजना तिवारी करती हैं सब कुछ

जिंदगी में आने वाली समस्याओं से लड़ना बहुत मुश्किल का काम है और संजना हर रोज हर मुश्किल का सामना करती हैं। एक ट्रांसवुमन की जिंदगी में कितनी परेशानियां आ सकती हैं उनके बारे में बता रही हैं संजना।
Editorial
Updated:- 2023-10-19, 12:25 IST

सुबह उठकर जल्दी-जल्दी तैयार होकर ऑफिस के लिए निकलना आपके लिए आम बात हो सकती है। ठीक वैसे ही संजना के लिए भी हैं जो हर दिन अपने खुद के ऑटो में बैठकर अपने ऑफिस दीपशिखा ऑर्गेनाइजेशन जाती हैं। संजना इस ऑर्गेनाइजेशन में बतौर सोशल वर्कर काम करती हैं और वह LGBTQIA+ कम्युनिटी के लिए वर्चुअल काउंसिलर के तौर पर काम करती हैं। संजना इस बात की कोशिश करती हैं कि किसी भी ट्रांसजेंडर के साथ सामाजिक, शारीरिक, न्यायायिक शोषण ना हो। वह कम्युनिटी के मेंबर्स को एक दूसरे से जोड़ने का काम करती हैं और ऑनलाइन काउंसिलर के तौर पर अपना काम बखूबी निभाती हैं। 

पर संजना की जिंदगी का एक और पहलू है। वह सिर्फ सोशल वर्कर नहीं, बल्कि एक ऑटो ड्राइवर भी हैं। बतौर ऑटो ड्राइवर संजना को कई लोग अलग नजर से देखते हैं और एक ट्रांसजेंडर के लिए जिंदगी के कुछ बहुत ही बेसिक पल भी बहुत मुश्किल हो सकते हैं। हरजिंदगी की स्पेशल सीरीज 'शक्ति रूपेण संस्थिता' में हम अपने आस-पास मौजूद ऐसी शक्तियों की बात कर रहे हैं जिन्होंने अपने साथ-साथ अपने आस पास के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश की है। जिन्होंने हर मुश्किल का सामना कर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है। 

'अपनी कम्युनिटी के लोग भी देखते हैं अलग नजरों से' : संजना

संजना का कहना है, "हर बार जब मैं ट्रैफिक लाइट पर रुकती हूं और हमारी ही कम्युनिटी के लोग मुझे ऑटो चलाते हुए देखते हैं, तो मैं उनकी आंखों में शर्म देख सकती हूं कि मैं अपनी जिंदगी ऑटो चलाते हुए जी रही हूं और वो लोग अभी भी दिन भर सड़कों पर भीख मांग रहे हैं।"

sanjana tiwari social worker

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"मैं यह सब झेल चुकी हूं। ट्रांसवुमन को अपना शरीर बेचना पड़ता है जब उसके पास कोई काम नहीं होता, रहने के लिए कोई जगह नहीं होती या खाने के लिए कुछ नहीं होता है। इन सबके बीच सबसे बड़ा खतरा होता है इन्फेक्शन का। अब मैं उन ट्रांसवुमन के साथ काम करती हूं जो हर रोज अपनी जिंदगी खतरे में डालती हैं। जिन्हें हर रोज इन्फेक्शन का खतरा रहता है। मैं उनसे जुड़कर उन्हें सही मेडिकल सर्विसेज दिलवाने की कोशिश करती हूं।"

हर रोज बदलाव की उम्मीद करती हैं संजना

संजना हमेशा इस जिम्मेदारी के साथ चलती हैं कि उनकी कम्युनिटी में जिन्हें भी HIV डायग्नोज हुआ है उनका साथ दें। वह तुरंत यह कोशिश करती हैं कि अगर ऐसा कोई इंसान उनकी नजर में है, तो उसे ICTC (Integrated Counseling and Testing Center) तक पहुंचा सकें जिससे सभी तरह की सेक्शुअल डिजीज के लिए उसका टेस्ट हो सके। वह कम्युनिटी के वृद्ध इंसानों की भी मदद करती हैं ताकि उन्हें सही समय पर पेंशन मिल पाए।  

संजना कहती हैं, "कंडोम प्रमोशन मेरा उद्देश्य है। मैं सभी मेंबर्स से कहती हूं कि कंडोम का इस्तेमाल करें। मैं उन्हें यह समझाने की कोशिश करती हूं कि इसे ना करके वह अपनी जिंदगी को किस तरह रिस्क में डाल रहे हैं। मैं उन्हें इसके बारे में बताती हूं कि HIV पॉजिटिव होने के बाद वह अपनी जिंदगी को कितने बड़े खतरे में डाल देंगी और किस तरह का रिस्क उन्हें हो सकता है।" 

sanjana tiwari trans social worker

संजना की जिंदगी सिर्फ उनकी 9 से 5 की नौकरी पर निर्भर नहीं करती है। वह अन्य ट्रांसवुमन की मदद कर उन्हें नौकरियां दिलाने की कोशिश करती हैं। संजना कहती हैं, "मैं पार्टीज में जाती हूं, लाउंज में जाती हूं जहां मैं अन्य ट्रांस वुमन से मिलती हूं और उनसे बात कर उनकी समस्या समझने की कोशिश करती हूं। साथ ही, उनके स्किल्स के आधार पर मैं उन्हें नौकरी भी बताने की कोशिश करती हूं।" 

बहुत मुश्किलों के बीच कटी है संजना की जिंदगी 

संजना ने भी सेक्स वर्कर की जिंदगी जी है जहां उन्हें रोजाना मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलनी पड़ती थी। उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य ही यही बना लिया है कि उनकी कम्युनिटी में से किसी को भी इस तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़े।  

घर से सपोर्ट की कमी, परिवार वालों से अलगाव, जिंदगी की बेसिक जरूरतें और जिम्मेदारियों के कारण ही संजना सेक्स वर्क में उतरी थीं। संजना जितना भी पैसा कमाती थीं वह घर लेकर जाती थीं ताकि अपनी मां को सपोर्ट कर सकें। ऐसा नहीं है कि संजना ने किसी और तरह के काम को करने की कोशिश नहीं की। उन्होंने फैक्ट्री में काम किया और कई तरह के प्ले भी किए, लेकिन हमेशा किसी ना किसी तरह से उनका शोषण ही हुआ।  

अपने काम को बढ़ाने की कोशिश में धीरे-धीरे उनके ऊपर इतनी जिम्मेदारियां आ गईं कि उनके पास कोई और चारा नहीं बचा। छोटे भाई-बहनों की पढ़ाई और शादी तक का खर्च, घर चलाने की जिम्मेदारी और ऐसी ही कई मजबूरियों के कारण संजना को युवा अवस्था में सेक्स वर्कर बनना पड़ा। कुछ सालों तक संजना ने यही किया और फिर दीपशिखा ऑर्गेनाइजेशन में वह पहुंची। तब उन्हें इस बात का अंदाजा हुआ कि वह HIV जैसी खतरनाक बीमारी के चंगुल में फंस सकती हैं। 

sanjana tiwari story of a transgender

कई साल बाद अब संजना रेड लाइट एरियाज में जाकर भी कंडोम बांटती हैं और सेक्स वर्कर्स के बीच जागरूकता फैलाने की कोशिश करती हैं। वह कंडोम और कॉन्ट्रासेप्टिव पिल की जरूरत को समझाती हैं और हर दिन वह कोशिश करती हैं कि किस तरह से लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाया जाए।  

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20 साल की उम्र से ऑटो चला रही हैं संजना 

संजना एनजीओ की अपनी जॉब के बाद सड़कों पर ऑटो के लिए सवारी ढूंढती हैं ताकि हर रोज 1000-2000 रुपये अधिक कमा सकें और घर जा सकें। उनकी सैलरी उनकी जरूरतों के हिसाब से छोटी पड़ती है, लेकिन संजना इसके लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। संजना 20 साल की थीं जब से उन्होंने ऑटो चलाना शुरू किया था और दिल्ली-एनसीआर की सड़कों को वह अच्छे से जानती हैं। संजना को खुद पर नाज है कि उन्होंने अपनी जिंदगी को बदल दिया और वह जो काम कर रही हैं उससे बाकियों की जिंदगी में भी अच्छे बदलाव आ रहे हैं।  

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संजना अपने दिन का पूरा समय काम करने और बदलाव लाने में बिताती हैं। वह एक ऐसी जिंदगी जी रही हैं जिससे वह सम्मान जनक तरीके से पैसा भी कमा सकती हैं और अन्य लोगों को जागरुक भी कर रही हैं।   

संजना अपने काम को दिल लगाकर करती हैं, लेकिन ऐसा कई बार होता है कि वह अपने काम को ठीक से कर ना पाएं या फिर किसी कारण से वह अपनी कम्युनिटी के लोगों की मदद करने में असमर्थ रहें। संजना को लगता है कि ट्रांस कम्युनिटी के साथ हमेशा भेदभाव होता है और उनके लिए जॉब्स हैं ही नहीं।  

"आज कोई भी ट्रांस कम्युनिटी का सदस्य अपने मन से हिजड़ा ग्रुप्स से जुड़ना नहीं चाहता या फिर भीख नहीं मांगना चाहता। अगर वह कोई स्किल्स सीख लेता है, तो उसके कारण उसे सही तरह की नौकरी मिल सकती है।" 

फिलहाल संजना एनजीओ के साथ मिलकर ट्रांस कम्युनिटी के लिए सिलाई सेंटर, पार्लर आदि बनाने की कोशिश कर रही हैं। यह सेंटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट भी होंगे और आगे चलकर रोजगार देने का काम भी करेंगे। संजना अपनी कम्युनिटी को जितना हो सके उतना सपोर्ट करना चाहती हैं।  

इस नवरात्रि हमारी तरफ से संजना की शक्ति को सलाम। अगर आपको संजना की कहानी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

Photo Credit: Exclusive

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