हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष अमावस्या की तिथि को उत्तम फलदायी माना गया है। अमावस्या तिथि को श्रद्धा का कारक माना गया है। इस साल मार्गशीर्ष अमावस्या 01 दिसंबर को पड़ रही है। इस दिन विशेष रूप तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान करने की मान्यता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन गंगा स्नान के साथ-साथ दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है। आपको बता दें, मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। अब ऐसे में अगर आप इस दिन सूर्यदेव को किन चीजों से अर्घ्य देने से उत्तम परिणाम मिलते हैं। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
सूर्यदेव को दूध से दें अर्घ्य
दूध को शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। सूर्यदेव को दूध चढ़ाने से केवल देवता ही प्रसन्न नहीं होते हैं बल्कि व्यक्ति की आत्मा भी शुद्ध होती है। सूर्यदेव को दूध चढ़ाने से व्यक्ति को आत्मबल और स्वास्थ्य लाभ होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्यदेव को तांबे के लोटे में दूध से अर्घ्य देने से कर्ज से भी छुटकारा मिल जाता है और सुख-संपन्नता में भी वृद्धि होती है।
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सूर्यदेव को जल में शहद मिलाकर दें अर्घ्य
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन सूर्यदेव को जल में शहद मिलाकर अर्घ्य दें। ऐसा कहा जाता है कि शहद से अर्घ्य देने से व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलते हैं। साथ ही अगर आपके वैवाहिक जीवन में परेशानी आ रही है, तो सूर्यदेव को अमावस्या के दिन अर्घ्य जरूर दें। इससे लाभ हो सकता है। शहद रूपी अर्ध्य देने से कुंडली में स्थित सूर्यदोष और बृहस्पति ग्रह से अशुभ प्रभावों से छुटकारा मिल जाता है।
सूर्यदेव को जल में हल्दी मिलाकर दें अर्घ्य
सूर्यदेव को मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन जल में हल्दी मिलाकर अर्घ्य दें। हल्दी को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। इसे अर्घ्य देने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। हल्दी को सूर्यदेव को प्रिय माना जाता है। इसे अर्घ्य देने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।
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सूर्यदेव को जल में अक्षत मिलाकर दें अर्घ्य
सूर्यदेव को जल में अक्षत मिलाकर अर्घ्य देना शुभ फलदायी माना जाता है। आपको बता दें, अक्षत को शुभता का कारक माना जाता है। इसे जल में मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य देने से व्यक्ति को धन लाभ हो सकता है। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है। अक्षत को देवताओं को प्रिय माना जाता है। आप सूर्यदेव को जल में अक्षत मिलाकर तांबे के लोटे से अर्घ्य दें।
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Image Credit- HerZindagi
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