Must Visit Temples in South India: दक्षिण भारत देश का एक ऐसा हिस्सा है, जिसकी खूबसूरती का दीवाना भारत ही नहीं, बल्कि कई विदेशी देश भी है।
दक्षिण भारत देश का एक ऐसा हिस्सा भी है, जो विश्व प्रसिद्ध मंदिर, धार्मिक और तीर्थ स्थलों से भरा हुआ है। देश के इस हिस्से में एक से बढ़कर एक भव्य, पवित्र और आकर्षित मंदिर देखने को मिलते हैं।
दक्षिण भारत में मौजूद मंदिरों की पवित्रता इस कदर लोकप्रिय है कि उनका दर्शन करने विश्व के हर कोने से भक्त पहुंचते हैं। मंदिरों की वास्तुकला भी सुंदर और मनमोहक होती है।
इस आर्टिकल में हम आपको दक्षिण भारत के कुछ ऐसे भव्य और पवित्र मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका दर्शन करने आपको भी जीवन के एक बार जरूर पहुंचना चाहिए।
दक्षिण भारत में स्थित सबसे पवित्र, भव्य और विश्व प्रसिद्ध मंदिर का जिक्र होता है, कई लोग सबसे पहले रामनाथस्वामी मंदिर का नाम लेते हैं, तो तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है। रामनाथस्वामी मंदिर को कई लोग रामेश्वरम मंदिर के नाम से भी जानते हैं।
रामनाथस्वामी मंदिर पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित है, जिसे भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने जब रावण का वध किया था, तो क्षमा मांगने के लिए यहां शिवलिंग की पूजा की थी और तब से यह आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया। यहां हर दिन हजारों पर्यटक देश के हर कोने से घूमने के लिए पहुंचते हैं।
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मीनाक्षी मंदिर, तमिलनाडु की सांस्कृतिक राजधानी मदुरै में मौजूद है। यह देश का एक ऐसा मंदिर है, जहां हर हिन्दू भक्त अपने जीवन के एक बार घूमने का सपना देखता है। इस मंदिर का इतिहास करीब 7वीं से भी प्राचीन माना जाता है।
मीनाक्षी मंदिर मां पार्वती और सुन्दरेश्वर भगवान शिव का रूप है। यहां भगवान शिव और मां पार्वती की एक साथ पूजा होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव मां पार्वती से शादी करने के लिए मदुरै का दौरान किया। मान्यता है कि इस भव्य और विश्व प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण खुद इंद्रदेव ने किया था। इस भव्य मंदिर में में 14 प्रवेश द्वार हैं।
दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर जो तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। भारत के सबसे चमत्कारी मंदिर में शामिल तिरुपति बालाजी भगवान विष्णु को समर्पित है।
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे अमीर हिन्दू मंदिरों से एक माना जाता है। इतिहास के अनुसार इस मंदिर निर्माण करीब 300 ईस्वी पूर्व में हुआ था। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु यहां कुछ समय के लिए निवास स्थल के रूप में चूना था। तिरुपति बालाजी मंदिर को 'टेम्पल ऑफ सेवन हिल्स' भी कहा जाता है। यहां हर समय भक्तों की भीड़ मौजूद रहती हैं।
विरुपाक्ष मंदिर, कर्नाटक के हम्पी में तुंगभद्रा नदी के किनारे पर स्थित एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यह पवित्र मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का इतिहास 7वीं शताब्दी से भी पुराना बताया जाता है।
विरुपाक्ष मंदिर की पौराणिक कथा के अनुसार जब रावण शिवजी के दिए हुए शिवलिंग को लेकर लंका जा रहा था तो यहां पर रुका था। यह मंदिर अपनी सुन्दर वास्तुकला के कारण यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल है। हम्पी में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित विठ्ठल मंदिर भी एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। यह भी यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है।
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मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर आंध्र प्रदेश राज्य के श्रीशैलम में स्थित है। इसलिए मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर जिसे कई लोग श्रीशैलम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक हिन्दू मंदिर है, जो भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है।
कृष्णा नदी के दक्षिणी तट स्थित मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर की पौराणिक कथा और वास्तुकला इसे भव्य बनाने में सहायता प्रदान करती है। यहां हर दिन भक्तों भी भीड़ मौजूद हैं।
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Image@freepik,Madurai Meenakshi Temple/insta
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