Ganesh Temple In Tamil Nadu: जब आप दिल्ली में स्थित प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर जाएंगे, तो मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों के चारों साइड सिर्फ आपको एक ही चीज दिखाई देगी और वो चीज है हाथी की मूर्तियां, जिन्हें अलग-अलग कहानियों के माध्यम से दर्शाया गया है।
हाथी यानी गज का जिक्र यहां इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि गज का मतलब भगवान गणेश और भगवान गणेश का मतलब गज होता है। भगवान गणेश हिन्दू धर्म में एक प्रिय देवता माने जाते हैं, इसलिए कई लोग देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित पवित्र और प्रसिद्ध गणेश मंदिरों का दर्शन करने पहुंचते रहते हैं।
कर्नाटक के पिल्लैयारपट्टी में स्थित करपगा विनयगर मंदिर भी दक्षिण भारत का एक पवित्र और प्रसिद्ध गणेश मंदिर है। इस आर्टिकल में हम आपको करपगा विनयगर मंदिर के जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
करपगा विनयगर मंदिर का इतिहास बहुत पुराना माना जाता है। इस प्रसिद्ध मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका इतिहास लगभग 1600 साल से भी अधिक है। यह कर्नाटक के सबसे पुराने मंदिरों से भी एक माना जाता है। इसे पिल्लैयारपट्टी करपगा विनयगर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। (केरल का सिद्धिविनायक कहा जाता यह मंदिर)
इतिहास के अनुसार करपगा विनयगर मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस भव्य मंदिर का निर्माण पांड्य राजाओं द्वारा करवाया गया था। हालांकि, कई लोगों का यह भी मानना है कि इस मंदिर का निर्माण चौथी शताब्दी के आसपास हुआ था और बाद के वर्षों में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ।
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करपगा विनयगर मंदिर की खासियत और चमत्कारी कहानियां भक्तों को खूब आकर्षित करती हैं। इस पवित्र मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह एक ऐसा मंदिर है, जहां भगवान गणेश सिर्फ 2 भुजाओं के रूप में स्थापित है।
करपगा विनयगर मंदिर एक गुफा है, जहां भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित है। कहा जाता है कि गुआ में स्थित गणेश मूर्ति को पत्थरों का काटकर तराशा गया है। गुफा की दीवारों पर धार्मिक नक्काशी देखा जा सकता है। इस गुफा में भगवान गणेश के साथ शिवलिंग भी स्थापित है।
करपगा विनयगर मंदिर सिर्फ स्थानीय या कर्नाटक के लोगों के बीच ही, नहीं बल्कि कई दक्षिण भारतीय राज्यों के लिए भी पवित्र मंदिर है। स्थानीय लोग इस मंदिर को रक्षक के रूप में पूजते हैं।
करपगा विनयगर मंदिर परिसर में एक तालाब मौजूद है। इस तालाब में के बारे में कहा जाता है कि यहां जो भी डुबकी लगाता है, उसके सभी पाप धूल जाते हैं। कई लोग इस तालाब की पूजा-पाठ भी करते हैं। (बेंगलुरु प्रसिद्ध बजरंगबली मंदिर)
गणेश चतुर्थी के मौके पर करपगा विनयगर मंदिर की रौनक देखने ही बनती है। इस खास मौके पर मंदिर को शानदार तरीके से सजाया जाता है। खासकर, लाइट और फूलों से मंदिर का हर भाग सजा दिया जाता है।
गणेश चतुर्थी के मौके पर यहां देश के हर कोने से भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिर के पास तमिल उत्सव भी मनाया जाता है। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से गणेश चतुर्थी पर यहां पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
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करपगा विनयगर मंदिर आप देश के किसी भी कोने से पहुंच सकते हैं। इसके लिए आप तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से बस या ट्रेन लेकर आराम से पहुंच सकते हैं। चेन्नई से मंदिर की दूरी करीब 420 किमी है। इसके अलावा तमिलनाडु के मदुरै से करपगा विनयगर मंदिर की दूरी करीब 78 किमी है।
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