Kerala Famous Temples: गणेश चतुर्थी का पावन त्योहार आने में बस चंद दिन ही बचे हुए हैं। जी हां, इस साल गणेश चतुर्थी पर्व का आरंभ 7 सितंबर से शुरू हो रहा है।
गणेश चतुर्थी के पावन मौके पर कई लोग देश में मौजूद प्रसिद्ध और पवित्र गणेश मंदिरों का दर्शन करने पहुंचते हैं। इस खास मौके पर सबसे अधिक भक्त सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचते हैं।
केरल में मौजूद मधुर महागणपति भी एक ऐसा गणेश मंदिर है, जहां गणेश चतुर्थी के मौके पर लाखों भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। इस मंदिर केरल का सिद्धिविनायक भी बोला जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको मधुर महागणपति से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मधुर महागणपति मंदिर का इतिहास (Madhur Mahaganapathi Temple History)
मधुर महागणपति मंदिर को कई लोग मधुर मदनंतेश्वर सिद्धिविनायक मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यह प्रसिद्ध मंदिर केरल के कासरगोड के मधुर में स्थित है और पूर्ण रूप से भगवान गणेश को समर्पित है।
मधुर महागणपति मंदिर का इतिहास बहुत पुराना माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में दक्षिण भारत के मायपदी शासकों द्वारा किया गया था। इस पवित्र का 15वीं शताब्दी जीर्णोद्धार भी किया गया था।
मधुर महागणपति मंदिर की वास्तुकला (Madhur Mahaganapathi Temple Architecture)
मधुर महागणपति मंदिर की वास्तुकला सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। यह मंदिर त्रिस्तरीय गजपृष्ट वास्तुकला द्वारा निर्मित किया गया है। कहा जाता है कि तीन-स्तरीय गजपृष्ट हाथी की पीठ जैसा दिखता है।
मधुर महागणपति मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसे बनाने में लकड़ी का इस्तेमाल किया है और लकड़ी पर मौजूद नक्काशी रामायण के कुछ दृश्यों को दर्शाया गया है। आपको यह भी बता दें कि इस मंदिर का इतिहास टीपू सुल्तान से भी जुडा हुआ है, जिसे मंदिर को कई बार नष्ट करने के बारे में सोचा था।
मधुर महागणपति मंदिर की पौराणिक कथा (Madhur Mahaganapathi Temple Myth)
मधुर महागणपति मंदिर की पौराणिक कथा काफी रोचक है। इस पवित्र मंदिर के बारे में कहा जाता है कि शुरुआत में यह भगवान शिव का मंदिर हुआ करता था, लेकिन एक दिन पुरानी के छोटे बेटे दीवार पर भगवान गणेश की मूर्ति बना दी।
कहते हैं कि बच्चे की बनाई प्रतिमा धीरे-धीरे बड़ी होने लगी और धीरे-धीरे लोग गणेश भगवान की भी पूजा भी करने लगे। तब से यह मंदिर भगवान गणेश के रूप में पूजा जाने लगा। इसलिए इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि मधुर महागणपति मंदिर में भगवान गणेश दीवार से प्रकट हुए थे।
मधुर महागणपति मंदिर का महत्व (Madhur Mahaganapathi Temple Importance)
मधुर महागणपति मंदिर स्थानीय लोगों के लिए काफी महत्व रखता है। यहां हर समय भक्तों की भीड़ मौजूद रहती हैं। मान्यता के अनुसार यह मंदिर शहर की रक्षा करता है। कहा जाता है कि यहां एक तालाब है जिसका पानी औषधीय गुणों से भरपूर है।
गणेश चतुर्थी के मौके पर महागणपति मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जाता है। इस खास मौके पर राज्य के हर कोने से भक्त भगवान गणेश का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिर के आसपास उत्सव भी मनाया जाता है। कहते हैं कि यहां जो भी सच्चे मन से पहुंचता है, उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती है।
इसे भी पढ़ें:Chardham Yatra 2024: चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो ट्रैवल टिप्स और ट्रिक्स को भूलकर भी न करें इग्नोर
मधुर महागणपति मंदिर कैसे पहुंचें? (How To Reach Madhur Mahaganapathi Temple)
मधुर महागणपति मंदिर पहुंच ही आसान है। इसके लिए आप केरल के किसी भी शहर से ट्रेन, बस या टैक्सी लेकर कासरगोड शहर पहुंच सकते हैं। कासरगोड शहर से लोकल टैक्सी या कैब लेकर महागणपति मंदिर पहुंचा जा सकता है, जो करीब 7 किमी की दूरी पर मौजूद है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image@karthik_kans,mr_mm_diaries/insta,tapioca.co.in
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों