Siddhivinayak Temple Darshan On Ganesh Chaturthi:सिद्धिविनायक मंदिर को भारत के सबसे शक्तिशाली मंदिरों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि यहां सच्चे दिल से की गई प्रार्थनाएं अवश्य पूरी होती हैं। यह मंदिर बॉलीवुड सितारों और अन्य प्रसिद्ध हस्तियों का पसंदीदा धार्मिक स्थल है। हाल ही में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण अपने पति रणवीर सिंह के साथ दर्शन करने के लिए पहुंची थी। यह मंदिर भगवान गणेश के 'सिद्धिविनायक' रूप को समर्पित है, जिन्हें 'सभी बाधाओं को दूर करने वाला' और 'सफलता प्रदान करने वाला' माना जाता है।
गणेश उत्सव का त्योहार देश भर में बड़े ही धूम-धाम से मनाने की शुरुआत आज से हो गई है। पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन भगवान गणेश जन्म हुआ था। इसलिए गणेश चतुर्थी को उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के मौके पर करोड़ों आम भक्त मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर का दर्शन करने पहुंच रहे हैं। इस खास मौके पर कई सेलिब्रिटी भी दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
अगर आप भी गणेश चतुर्थी के मौके पर सिद्धिविनायक मंदिर का दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे और कब आप भगवान गणेश का दर्शन कर सकते हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर कैसे पहुंचें? (How To Reach Siddhivinayak Temple)
सिद्धिविनायक मंदिर देश का एक चर्चित और प्राचीन गणेश मंदिर माना जाता है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित इस मंदिर तक पहुंचना बहुत ही आसान और सरल है। इसके लिए आप ट्रेन, हवाई या सड़क मार्ग से भी पहुंच सकते हैं।
हवाई सफर- अगर आप हवाई सफर के माध्यम से सिद्धिविनायक मंदिर मंदिर पहुंचना चाहते हैं, तो देश के किसी भी हिस्से से मुंबई के लिए फ्लाइट पकड़ा सकते हैं। मुंबई हवाई अड्डे से मंदिर की दूरी करीब 18 किमी है। हवाई अड्डे से टैक्सी या कैब लेकर पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से-ट्रेन के माध्यम से सिद्धिविनायक मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके लिए आप देश के किसी भी हिस्से से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं। रेलवे स्टेशन से टैक्सी का कैब लेकर आसानी से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, सबसे पास दादर रेवले स्टेशन है।
सड़क मार्ग- आप महाराष्ट्र के किसी भी शहर से सड़क मार्ग से द्वारा आसानी से सिद्धिविनायक मंदिर पहुंच सकते हैं।
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सिद्धिविनायक में दर्शन का समय (Siddhivinayak Temple Darshan)
सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश का दर्शन करना करना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि मंदिर के कपाट सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक सभी भक्तों के लिए खुले रहते हैं।
सुबह 5 बजे से रात 9 बजे के बीच में आप कभी भी भगवान गणेश का दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा, मंदिर में होने वाली भव्य आरती में भी आप शामिल हो सकते हैं। मंगलवार को यहां सबसे अधिक भक्त पहुंचते हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर की आरती का समय (Siddhivinayak Temple Aarti Time)
सिद्धिविनायक मंदिर की आरती भक्तों के लिए बेहद खास मानी जाती है। मंगलवार को विशेष रूप से सुबह 3:15 बजे से लेकर 10 बजे तक रात तक करीब 6 तरीके की आरती होती है।
जी हां, मंगलवार को श्री दर्शन आरती, काकड़ आरती, नैवेद्य आरती, रात की प्रार्थना और रात्रि आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद होते हैं। इसके अलावा मंदिर में होने वाली अभिषेक आरती और चंद्रोदय आरती में भी शामिल हो सकते हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर में कैसे प्रवेश करें? (Siddhivinayak Temple Darshan Entry)
सिद्धिविनायक मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने के लिए दो मुख्य द्वार है। पहल-सिद्धि द्वार और रिद्धि द्वार है। कहा जाता है कि रिद्धि द्वार से आम लोग प्रवेश नहीं करते हैं। कहा जाता है कि रिद्धि द्वार प्रवेश करने लिए शुल्क लिया जाता है या कई सेलिब्रिटी ही एंट्री करते हैं।
सिद्धि द्वार के बारे में कहा जाता है कि यहां से भक्त मुफ्त में प्रवेश करते हैं, इसलिए इस द्वार पर अक्सर भक्तों की भीड़ मौजूद रहती हैं। ऐसे में आप इन दोनों में से किसी भी द्वार से मंदिर का दर्शन करने पहुंच सकते हैं।
मंदिर दर्शन से पहले रखें इन बातों का ध्यान
- सिद्धिविनायक मंदिर में दो लाइन लगती है, एक लाइन दर्शन के लिए और एक लाइन पूजा-पाठ के लिए।
- मंदिर परिसर के अंदर जूते, मोबाइल और कैमरे अंदर लेकर जाने की अनुमति नहीं है।
- मंदिर परिसर में जाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए विशेष व्यवस्था भी है।
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