Ramayan Facts: एक तोते ने क्यों दिया था माता सीता को भयंकर श्राप

श्री राम और मात सीता ने 14 वर्ष का वनवास भोग था। माना जाता है कि जब वनवास के दौरान माता सीता और श्री राम का वियोग एक तोते के श्राप के कारण हुआ था। एक तोते ने माता सीता को भयंकर श्राप दिया था। आइये जानते हैं इस बारे में। 

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Tote Ne Kyu Diya Tha Mata Sita Ko Shrap: रामायण में कई ऐसे रोचक किस्से मिलते हैं जो हैरान कर देने वाले हैं। इन्हीं में से एक किस्सा है माता सीता और एक तोते का। मान्यता है कि वनवास के दौरान माता सीता और श्री राम के वियोग का कारण एक तोते का श्राप था जो उसने माता सीता को दिया था। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

  • रामायण की रचना कई अलग-अलग भाषाओं में हुई है। यही कारण है कि रामयण से जुड़ी कई बातें ऐसी हैं जो हैरान कर देने वाली है।
  • एक भिन्न रामायण में ऐसा उल्लेख मिलता है कि माता सीता और श्री राम के वियोग के पीछे एक तोते द्वारा माता सीता को बचपन में मिला श्राप था।
  • पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार माता सीता अपनी बहनों के साथ खेल रही थीं। खेलते-खेलते वह बगीचे में मौजूद एक पेड़ के पास पहुंची।
  • वहां एक तोता-तोती का जोड़ा बैठा था। वह जोड़ा श्री राम और माता सीता के बारे में बात कर रहा था। अपना नाम सुन माता सीता चौंक उठीं।
  • उन्होंने तोते से पूछा कि उन्हें उनका नाम कैसे पता है। तब तोते ने उन्हें बताया कि वो और उसकी पत्नी महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में रहते हैं।
  • वहीं, उन्होंने माता सीता और श्री राम (श्री राम के क्यों थे तीन ही भाई) की संपूर्ण कथा सुनी है और तोता-तोती की जोड़ी को वह कथा पूरी तरह से अब याद भी हो चुकी है।
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  • जब माता सीता ने अपना नाम बताते हुए तोता-तोती की जोड़ी से अपना भविष्य जानना चाह तब उन्होंने माता सीता को बताने से मना कर दिया।
  • इस पर माता सीता ने तोता-तोती की जोड़ी को पादना चाहा लेकिन तोता उड़ निकला और तोती माता सीता के हाथों में आ गई।
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  • तब तोते ने समय चक्र से बंधें होने की अपनी मजबूरी को माता सीता (कौन थे माता सीता के दो भाई)को बताया और तोती को छोड़ने का आग्रह किया।
  • बाल्य अवस्था में होने के कारण माता सीता ने तोती को अपने पास रखने की इच्छा जताई और तोती को छोड़ने से मना कर दिया।
  • तब तोती ने श्राप दिया कि जिस प्रकार आपने मुझे मेरे पति से दूर किया है उस प्रकार आप अपने पति से दूर हो जाएंगी।
  • साथ ही, जिस प्रकार मुझे गर्भावस्था में अपने पति का वियोग सहना पड़ रहा था उसी परकार आप भी गर्भावस्था में अपने पति द्वारा त्याग दी जाएंगी।
  • इसके बाद तोते-तोती ने अपने प्राण त्याग दिए। माना जाता है कि अगले जन्म में वही तोता धोबी बना था।
  • यह वही धोबी था जिसने माता सीता के चरित्र पर उंगली उठाई थी और श्री राम को राज धर्म के कारण माता सीता को त्यागना पड़ा था।

तो इस कारण से तोते ने दिया था माता सीता को श्राप। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: pinterest, social media

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