Ramayan Facts: राम-रावण युद्ध के बाद क्या हुआ था वानर सेना का?

आज हम आपको रामायण से जुड़ा बड़ा ही दिलचस्प तथ्य बताने जा रहे हैं। यह तथ्य जुड़ा है वानर सेना। असल में आज हम ये जानेंगे कि आखिर राम-रावण युद्ध के बाद वानर सेना का क्या हुआ और कहां लुप्त हो गई श्री राम की वानर सेना।  

monkey army of ramayan in hindi

Ramayan Yuddh Ke Baad Kaha Gai Vanara Sena: रामायण युद्ध से जुड़ी सबसे अनोखी बात यह मानी जाती है कि जहां एक ओर युद्ध में रावण की भयंकर आसुरी सेना थी तो वहीं श्री राम के पास विशालकाय वानर सेना थी। इस बात में कोई दोराय नहीं कि श्री राम ने मनुष्यता की मर्यादा निभाते हुए रावण पर विजय एक मात्र वानर सेना की सहायता से ही प्राप्ति की थी लेकिन रामायण युद्ध के बाद आखिर कहां गई वानर सेना और क्या हुआ वानर सेना का। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

  • उत्तर रामायण में इस बात का वर्णन मिलता है कि वानर सेना का निर्माण पहली बार हुआ था और पहली बार ही वानर सेना किसी युद्ध में भाग ले रही थी। इसी कारण से स्वयं श्री राम ने वानर सेना को युद्ध के लिए उत्तीर्ण किया था। श्री राम (श्री राम के तीन भाई ही क्यों थे) ने स्वयं वानर सेना को अस्त्र-शास्त्र की शिक्षा प्रदान की थी।
  • वाल्मीकि रामायण में श्री राम की वानर सेना को बहुत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह तो सभी जानते हैं कि युद्ध में रावण के ऊपर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम लक्ष्मण और माता सीता समेत अयोध्या वापस आ गए थे। वहीं, वानर सेना अपने राजा सुग्रीव के साथ पीछे छूट गई।
shri ram ki vanar sena in hindi
  • उत्तर रामायण में बताया गया है कि श्री राम-रावण युद्ध में योगदान देने वाली वानर सेना सुग्रीव के साथ ही वर्षों तक रही। हालांकि यह बात अलग है कि इसके बाद वानर सेना ने किसी युद्ध में भाग नहीं लिया। माना जाता है वानर सेना को वानरराज सुग्रीव ने किष्किंधा में ही कई महत्वपूर्ण पद सौंप दिए थे।
shri ram ki vanara sena
  • नल-नील कई वर्षों तक सुग्रीव के राज्य में मंत्री पद पर सुशोभित रहे तो युवराज अंगद और सुग्रीव ने मिलकर किष्किन्धा के राज्य को उन्नति की ओर और बढ़ाया। उत्तर रामायण (रामायण पढ़ने के लाभ) में ये भी बताया गया है कि वानर सेना युद्ध के अलावा एक और बार श्री राम से भेंट के लिए पहुंची थी।
  • यह तब की बात है जब श्री राम के राज्याभिषेक के समय संपूर्ण वानर सेना अयोध्या पहुंची थी और श्री राम से भेंट कर पुनः लौट गई थी। माना जाता है कि वानर राज सुग्रीव ने श्री राम से वानर सेना और उनके राज्य को अयोध्या के आधीन करने के निवेदन किया था लेकिन श्री राम ने उनकी स्वतंत्रता को चुना।

तो ये हुआ था रामायण युद्ध के बाद वानर सेना के साथ। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: pinterest, wikipedia

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