घर का मुख्य दरवाजा वास्तु शास्त्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसे घर की ऊर्जा का मुख्य द्वार माना जाता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने के लिए मुख्य दरवाजे का सही तरीके से सजाया और व्यवस्थित किया जाना चाहिए। इसमें पर्दा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन यदि पर्दे का चयन और उनकी स्थिति वास्तु के अनुरूप न हो, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है। आचार्य उदित नारायण त्रिपाठी से जानते हैं कि घर के मुख्य द्वार पर कैसा पर्दा नहीं लगाना चाहिए। साथ ही जानते हैं कि अगर आपने नीचे बताए गए तरीके से पर्दा लगा रखा है, तो क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।
बहुत भारी या गहरे रंग के पर्दे
वास्तु के अनुसार, मेन डोर पर गहरे रंग के भारी पर्दे नहीं लगाने चाहिए, जैसे कि काले, गहरे नीले या भूरा रंग। ये रंग नकारात्मक एनर्जी को आकर्षित कर सकते हैं और घर में मानसिक तनाव और नकारात्मकता का माहौल बना सकते हैं। इनकी बजाय हल्के रंग जैसे सफेद, पीला, हल्का हरा या हल्का नीला रंग बेहतर माने जाते हैं, क्योंकि ये सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
गंदा पर्दा
पुराना या गंदे पर्दे को मुख्य द्वार पर लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकते हैं। वास्तु के अनुसार, गंदे पर्दे घर के माहौल को प्रभावित करते हैं, जिससे न केवल ऊर्जा का प्रवाह बाधित होता है, बल्कि घर के मालिक की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।
फटा पर्दा लगाने से क्या होता है
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ये पर्दे घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोक सकते हैं और घर में सुख-शांति की कमी हो सकती है। घर में फटे पर्दे होने से घर के भीतर एक अशांति का माहौल बनता है। यह मानसिक शांति और आराम में रुकावट डाल सकता है, जिससे परिवार के सदस्य तनाव महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, यह ध्यान केंद्रित करने में भी कठिनाई पैदा कर सकता है, जो काम या अध्ययन में बाधा डाल सकता है।
पहने हुए कपड़े का बनाकर नहीं लगाना चाहिए पर्दा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पुराने कपड़े से बने पर्दे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले से इस्तेमाल और समय के साथ जमा हुई नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है, जो घर में अव्यवस्था और मानसिक तनाव उत्पन्न कर सकती है। इसके अलावा मेन डोर पर बहुत लंबे और झूलते हुए पर्दे नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि वास्तु के अनुसार, ऐसे पर्दे घर के प्रवेश द्वार पर अटक कर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा सकते हैं। इससे घर के वातावरण में असंतुलन पैदा हो सकता है और सुख-शांति में कमी हो सकती है।
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