Margashirsha Amavasya 2024: मार्गशीर्ष अमावस्या पर तिल के तेल का दीया जलाने से क्या होता है

मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त तर्पण किया जाता है। साथ ही, इस दिन शिव पूजन का भी विशष स्थान मौजूद है। इसके अलावा, मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तिल के तेल का दीया जलाने का भी खासा महत्व है। 
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मार्गशीर्ष अमावस्या इस साल 1 दिसंबर, दिन रविवार को पड़ रही है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त तर्पण किया जाता है। साथ ही, इस दिन शिव पूजन का भी विशष स्थान मौजूद है। इसके अलावा, मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तिल के तेल का दीया जलाने का भी खासा महत्व है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर क्यों जलाया जाता है मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तिल के तेल का ही दीया और क्या है इससे मिलने वाले लाभ।

मार्गशीर्ष अमावस्या पर तिल के तेल का दीया जलाने के लाभ

अमावस्या तिथि साल में 12 बार आती है। हर अमावस्या पर तिल के तेल का दीया जलाना शुभ माना जाता है, लेकिन मार्गशीर्ष अमावस्या पर तिल के तेल का दीया जलाने के विशेष लाभ मिलते हैं।

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तिल का संबंध पितरों से होता है। इसके अलावा, काले तिल का नाता भगवान शिव एवं शनिदेव से भी माना गया है। ऐसे में मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तिल के तेल का दीया जलाने से पितृ शांत होते हैं।

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वहीं, भगवान शिव के समक्ष तिल के तेल का दीया जलाने से महादेव की कृपा मिलती है और कैसी भी बुरी नजर हो वह उतर जाती है और नकारात्मक ऊर्जा भी घर एवं जीवन से हमेशा के लिए चली जाती है।

मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शनिदेव के निमित्त तिल के तेल का दीया जलाने से शनि दोष दूर होता है।

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शनि की साढ़े साती और ढैय्या के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिल जाता है। कुंडली में शनि मजबूत होते हैं।

मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तिल के तेल के 11 दीये जलाने चाहिए। 3 अलग-अलग दीये तो महादेव, शनिदेव और पितृ देव के होते हैं, इसके अलावा चौथा दीया घर के मुख्य द्वार पर जलाना चाहिए।

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पांचवा दीया पीपल के पेड़ के नीचे जलाना शुभ होता है। इससे सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। छठा दीया घर की छत पर जलाना चाहिए क्योंकि छत का संबंध राहु ग्रह से माना गया है।

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ऐसे में मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पड़ने वाले राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए घर की छत पर तिल के तेल का दीया जलाना श्रेष्ठ उपाय है। अन्य दीये आप घर के अलग-अलग स्थानों पर जला सकते हैं।

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image credit: herzindagi

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