Agni Panchak: हिन्दू धर्म में पंचक का अत्यधिक महत्व माना गया है। पंचक वो पांच दिन की अवधि होती है जिसमें किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स का कहना है कि पंचक एक अशुभ नक्षत्र होता है जिसका निर्माण चंद्रमा के राशि गोचर के कारण होता है।
जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में गोचर करते हैं तब घृष्ट, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र का निर्माण होता है जो अशुभ समय को उत्पन्न करते हैं। इसी कारण से इन पांच दिनों में कोई भी शुभ कार्य या मंगल कार्य न करने की सलाह दी जाती है।
ज्योतिष गणना के अनुसार, पंचक 5 प्रकार के होते हैं। शनिवार के दिन शुरू होने वाला पंचक मृत्यु पंचक कहलाता है। इसके अलावा रविवार को रोग पंचक, सोमवार को राज पंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक और शुक्रवार को चोर पंचक का निर्माण होता है।
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