herzindagi
kya sahadev jante the karn unka bhai hai

क्या सहदेव पहले से जानते थे कि कर्ण है उनका भाई?

ऐसा माना जाता है कि सहदेव को पहले ही पता था कि महाभारत युद्ध में क्या-क्या घटित होने वाला है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब सहदेव सब कुछ भविष्य के बारे में जानते थे तो क्या उन्हें यह पता था कि कर्ण उनके भाई हैं।
Editorial
Updated:- 2024-12-20, 12:59 IST

महाभारत में उल्लेख मिलता है कि ऐसे कई योद्धा थे जिनके पास न सिर्फ दिव्य अस्त्र-शस्त्र थे बल्कि उन योद्धाओं के भीतर कई अद्भुत शक्तियां भी मौजूद थीं। ऐसे ही एक योद्धा थे सहदेव। पांचों पांडवों में चौथे पांडव सहदेव के पास दिव्य दृष्टि थी। वह भविष्य देखने की क्षमता रखते थे। ऐसा माना जाता है कि सहदेव को पहले ही पता था कि महाभारत युद्ध में क्या-क्या घटित होने वाला है।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब सहदेव सब कुछ भविष्य के बारे में जानते थे तो क्या उन्हें यह पता था कि कर्ण उनके भाई हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जब हमने इस बारे में पूछा तो उन्होंने हमें इससे जुड़ी एक दिलचस्प बात बताई। आइये जानते हैं इस विषय में विस्तार से।

क्या सहदेव जानते थे कि कर्ण उनके भाई हैं?

kya sahadev ko karn ke bare mein pta tha

महाभारत के अनुसार, पांचों पांडव पांच देवताओं के देव पुत्र थे। यानि कि अर्जुन के देव पिता इंद्रा देव थे। युद्धिष्ठिर के देव पिता यमराज थे। भीम पवन देव के पुत्र थे। वहीं, सहदेव और नकुल अश्विन कुमारों दरसा एवं नासत्य के पुत्र थे। इसके अलावा, कर्ण सूर्य पुत्र के नाम से जाने गए।

यह भी पढ़ें: क्या आप जानते हैं कौन थे संपूर्ण महाभारत युद्ध के साक्षी?

पांचों पांडवों और कर्ण के पास अपने-अपने देव पिताओं से मिली कई अद्भुत शक्तियां थीं। वहीं, कुछ शक्तियां पांडवों और कर्ण ने अपने तपोबल से प्राप्त कि थीं। इसी कड़ी में सहदेव ने अपने तपोबल से भविष्य देखने वाली दिव्य दृष्टि का वरदान अपने देव पिता से हासिल किया था।

kya sahadev karn ke bare mein jante the

ऐसे में यह संभव है कि सहदेव ने जब भविष्य देखा हो तो उन्हें पता चला हो कि कर्ण उनके भाई हैं क्योंकि महाभारत के एक छंद में ऐसा उल्लेख मिलता है कि जब पांडव युद्ध के बाद अपने परिवारजनों का अंतिम संस्कार और तर्पण आदि कर रहे थे तब कुंती माता ने उन्हें सच बताया था।

यह भी पढ़ें: कौन था पांडवों का दुर्योधन से भी बड़ा दुश्मन?

कुंती माता ने युधिष्ठिर समेत सभी पांडवों को कहा था कि कर्ण उनका भाई है ऐसे में उन्हें कर्ण का अंतिम संस्कार भी करना चाहिए। यह बिलकुल हो सकता है कि सहदेव ने भविष्य देखते हुए इस घटना के बारे में पहले ही अनुभव कर लिया हो कि कर्ण कोई और नहीं बल्कि उनके भाई हैं।

kya sahadev karn ki sachchai jante the

असल में ग्रंथ अनुसार, सहदेव भले ही भविष्य देख सकते थे लेकिन उन्हें वरदान इस शर्त पर मिला था कि वह किसी को भी भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में पहले से नहीं बताएंगे। अगर सहदेव ने ऐसा किया तो उनकी उसी क्षण मृत्यु हो जाएगी। ऐसे में सहदेव जानते हुए भी चुप रहे।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।