आपको ऐसे कई महिलाएं मिल जाएगी जिन्होंने विदेश में रहते हुए भी भारत का नाम रोशन किया है और आगे भी कर रही हैं। किसी ने राजनीति में, किसी ने बैंकिंग में तो किसी ने सिविल कोर्ट में नियुक्त हो के अपने साथ अपने भारतीय मुल्क का भी नाम रोशन किया है। हाल में ही भारतीय मुल्क की दो महिला न्यूयॉर्क की सिविल कोर्ट में अंतरिम जज के तौर पर नियुक्त हुई है। अर्चना राव और दीपा अम्बेकर वो महिला है जिन्होंने ये सफलता हासिल किया है-
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दीपा अम्बेकर
बिल्कुल आपने सही सुना। भारतीय मूल की अर्चना राव और दीपा अम्बेकर ऐसी पहली महिला है जिन्हें न्यूयॉर्क शहर में ये सफलता हासिल किया है। दीपा अम्बेकर मिशिगन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुए हैं और रुटगर्स लॉ स्कूल से डॉक्टरेट डिग्री हासिल की हैं। बात करे दीपा अम्बेकर की तो दीपा पहली बार मई 2018 में सिविल कोर्ट में अंतरिम जज के तौर पर नियुक्त की गई थी। इससे पहले दीपा कमिटी ऑन पब्लिक सेफ्टी में सीनियर लेजिस्लेटिव अटॉर्नी और काउंसेल भी रह चुकीं हैं।
अर्चना राव
अर्चना राव ने अपनी पढाई वस्सार कॉलेज से किया, और उन्होंने फॉर्दम यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की हैं। अर्चना राव पहली बार मई 2018 में सिविल कोर्ट में अंतरिम जज के तौर पर नियुक्त हुई थी। राव ने तकरीबन 17 साल तक न्यूयॉर्क काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफिस काम किया। अर्चना राव फाइनेंसियल फ्रॉड्स ब्यूरो की ब्यूरो प्रमुख भी हैं।
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आपको बता दे की न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल डी ब्लासियो ने अर्चना राव को क्रिमिनल कोर्ट में नियुक्त किया, वहीं जज दीपा अम्बेकर को सिविल कोर्ट में पुनर्नियुक्त किया है। आपको ये भी बता दे की ये नियुक्ति पिछले 1 जनवरी से प्रभावी है।
ये कोई नहीं बात नहीं है की भारतीय मूल के किसी निवासी ने ये उपलब्धि हासिल किया है। समय-समय पर विदेश के हर कोने में ऐसे कई भारतीय मूल के महिला और पुरुष है जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया है।
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