एंट्रांस एक्जाम का सीज़न आ चुका है। डीयू में एक्जाम देने आने वाली उम्मीदवारों की लाइनें लग चुकी हैं। लेकिन जैसे कि हर कोई बोलता है कि दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। इसी को गलत साबित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने इस बार कमर कस ली है। जिसके कारण दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी बाइक पर सवार होकर डीयू के चक्कर लगा रही हैं और उम्मीदवारों की सुरक्षा कंफर्म कर रही हैं।
बीते गुरुवार को नॉर्थ कैम्पस में डीयू की प्रिंसिपल के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस ने चर्चा की है। पुलिस ने यह कंफर्म किया है कि वूमेन काउंसटेबल ही कैम्पस के अंदर और बाहर रहेंगी। इसलिए अब आपको वूमेन काउंस्टेबल पेट्रोलिंग में नजर आ जाती हैं तो चैंकने की जरूरत नहीं है। यह लड़कियों की सेफ्टी के लिए है।
महिला कॉन्सटेबल होंगी पेट्रोलिंग पर
नॉर्थ दिल्ली के पुलिस विभाग के डेप्यूटी कमिश्नर जतीन नारवाल ने कहा, हमने बाहर से आकर डीयू में एक्ज़ाम देने वाली गर्ल्स स्टूडेंट्स के लिए एडमिशन सेसन के दौरान पांच महिला कॉन्स्टेबल से भरी पीसीआर वैन और दो महिला कॉन्सटेबल बाइक पेट्रोलिंग पर होगी। यह तैनाती एडमिशन प्रक्रिया के खत्म हो जाने के दो महीने बाद तक जारी रहेगी।
उन्होंने यह भी कहा, “हमने विभिन्न कॉलेजों के प्रिंसिपल्स के साथ एक बैठक आयोजित की और छात्रों की सुरक्षा और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। प्रिंसिपल द्वारा उठाए गए चिंताओं के अनुसार, हमने उत्तरी कैंपस के सभी कॉलेजों के बाहर महिला कॉन्स्टेबल तैनात किए हैं।
गौरतलब है कि डीयू में हर साल बड़ी संख्या में छात्र एक्ज़ाम देने आते हैं और गर्ल्स स्टूडेंट की सुरक्षा मुद्दा हर साल उठता है।
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‘हिम्मत प्लस ऐप’
पुलिस ने कॉलेज मैनेजमेंट से दिल्ली पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया गया सेफ्टी ऐप- हिम्मत ऐप को प्रमोट करने के लिए कहा है। पुलिस ने कॉलेज मैनेजमेंट से अपील की है कि वे हर स्टूडेंट से इस ऐप को इंस्टॉल कर खुद की सुरक्षा पुख्ता करने की अपील की है।
दिल्ली पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए ‘हिम्मत ऐप’ को फरवरी में फिर से रीलॉन्च किया है। इस बार कुछ खामियां को दूर करते हुए इसे ज्यादा यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। इसमें तमाम तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इस नए अवतार का नाम ‘हिम्मत प्लस’ दिया गया है। इसकी खूबियां ये हैं कि यह ऐप अंग्रेजी और हिंदी में है। उसमें टैक्सी, ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा के ड्राइवरों की डिटेल के साथ ही वैरिफिकेशन के लिए उनके क्यूआर कोड के स्कैनिंग की भी सुविधा है।
इसके अलावा उन्होंने कॉलेज गेट और कॉलेज के अंदर में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए कहा है। महिला कॉन्सटेबल के अलावा रेग्युलर बीट स्टाफ भी क्षेत्र की निगरानी में तैनात रहेंगे।
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