क्या आपके साथ भी अक्सर ऐसा होता है कि जब आप एक ही जगह पर ज्यादा देर तक बैठते हैं, तो आपके पैर सुन्न हो जाते हैं? ऐसा महसूस होता है, जैसे पैरों में झुनझुनी हो रही हो या फिर पैर एकदम बेजान हो गए हों? यह एक बहुत ही आम समस्या है और इसका मुख्य कारण यह है कि ज्यादा देर तक एक ही पोजिशन में बैठने से पैरों तक ब्लड फ्लो सही तरीके से नहीं पहुंच पाता है।
अगर आप इस समस्या से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाना चाहती हैं, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है! सर्टिफाइड योगा थेरेपिस्ट देव सोनी ने इंस्टाग्राम पर कुछ आसान और असरदार योगासन बताए हैं, जिन्हें करके आप इस समस्या से तुरंत राहत पा सकती हैं और भविष्य में भी इसे होने से रोक सकती हैं। ये 4 आसान, लेकिन पावरफुल योगासन न केवल आपके पैरों में वापस जान लाएंगे, बल्कि ब्लड सर्कुलशन को भी बढ़ावा देंगे।
सुन्न पैरों के लिए उत्तानपादासन
उत्तानपादासन को लेग रेज भी कहते हैं। यह बहुत ही आसान, लेकिन असरदार योगासन है, जो पेट की मसल्स को मजबूत, पाचन में सुधार और शरीर को लचीला बना सकता है। इसमें पैरों को ऊपर की उठाया जाता है, इसलिए इसे करने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है।
उत्तानपादासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं।
- हाथों को शरीर के बगल पर जमीन पर टिका दें।
- सांस लेते हुए अपने एक पैर को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं।
- कोशिश करें कि पैर सीधा रहे और आप इसे जितना ऊपर ले जा सकें, ले जाएं।
- कुछ सेकंड के लिए इस मुद्रा में रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पैर को नीचे लाएं।
- अब दूसरे पैर से भी यही प्रोसेस दोहराएं।
- दोनों पैरों से 5 से 10 बार दोहराएं।
सुन्न पैरों के लिए सेतुबंधासन
सेतुबंधासन को ब्रिज पोज के नाम से भी जानते हैं। इसे करने से पीठ और पैरों की मसल्स मजबूत होती है और ब्लड फ्लो बढ़ता है।
सेतुबंधासन कैसे करें?
- पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ें और पैरों को हिप्स के पास जमीन पर रखें।
- आपके पैरों के बीच कंधे जितनी दूरी होनी चाहिए।
- हाथों को शरीर के बगल में, हथेलियों को नीचे की ओर रखें।
- सांस लेते हुए अपने हिप्स को धीरे-धीरे जमीन से ऊपर उठाएं।
- कोशिश करें कि पीठ, हिप्स और जांघें एक सीधी लाइन में आ जाएं, जैसे ब्रिज बन रहा हो।
- गर्दन और कंधों को रिलैक्स दें।
- गहरी सांसें लें और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे हिप्स को वापस नीचे लाएं।
- 5 से 10 बार दोहराएं।
सुन्न पैरों के लिए वज्रासन
वज्रासन एक इकलौता ऐसा आसन है, जिसे खाना खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। इसे थंडरबोल्ट पोज के नाम से जानते हैं। यह डाइजेशन को मजबूत बनाने के साथ पैरों में ब्लड फ्लो को भी सुधारता है। इसलिए, इसे करके आप पैरों के सुन्नपन को दूर कर सकती हैं।
वज्रासन कैसे करें?
- घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाएं।
- हिप्स को अपनी एड़ियों पर टिकाएं।
- एड़ियां बाहर की ओर और अंगूठे एक-दूसरे को छूते हुए होने चाहिए।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें।
- हथेलियां ऊपर की ओर या नीचे की ओर होनी चाहिए।
- अपनी रीढ़ को सीधा रखें और सामने की ओर देखें।
- आराम से सांस लें और छोड़ें।
- इस आसन में 5 मिनट के लिए बैठें।
सुन्न पैरों के लिए शशांकासन
शशांकासन को कुछ महिलाएं खरगोश मुद्रा के नाम से भी जानती हैं, क्योंकि इसे करते समय आपके शरीर की आकृति खरगोश जैसी हो जाती है। यह आसन तनाव को कम करता है, मन को शांत करता है, रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने मदद करता है और पैरों में ब्लड फ्लो को सही करता है।
शशांकासन कैसे करें?
- इसे करने के लिए वज्रासन में बैठ जाएं।
- सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
- फिर, सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
- अपने हाथों को जमीन पर आगे की ओर फैलाएं।
- आपका माथा जमीन पर टिका होना चाहिए और आपकी बाजुएं सामने की ओर सीधी होनी चाहिए।
- पीठ को आराम दें और कंधों को ढीला छोड़ें।
- गहरी सांसें लें और छोड़ें।
- इस आसन में 5 मिनट के लिए रहें।
इन आसनों को रेगुलर करने से आप न सिर्फ पैरों को सुन्न होने से बचा सकती हैं, बल्कि शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को सही करके सेहत को भी सही रख सकती हैं। योगासन को रूटीन का हिस्सा बनाने से आपको लंबे समय तक लाभ मिल सकता है।
इसे जरूर पढ़ें: क्या आपको पता है कि हाथ और पैरों में झुनझुनी क्यों होती है? एक्सपर्ट से जानें
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों