आपने स्लीप पैरालिसिस का नाम सुना होगा...लेकिन सोते समय हाथ-पैर सुन्न पड़ जाना भी एक अन्य सामान्य समस्या है, जिसका अनुभव कई लोग करते हैं। यह स्थिति अस्थायी हो सकती है, लेकिन अगर यह बार-बार होने लगे तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
जब हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं, तो व्यक्ति को झुनझुनी, चुभन या जलन जैसा अहसास होता है, जिससे नींद में खलल पड़ता है और आराम में कमी होती है। इसका कारण नसों का दबाव, ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट या कोई मेडिकल कंडीशन भी हो सकती है।
लंबे समय तक एक ही स्थिति में सोना, डायबिटीज, विटामिन की कमी या नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं भी कुछ प्रमुख कारण हैं। चलिए आपको बताएं कि नींद में अक्सर शरीर सुन्न क्यों पड़ता है और आप किस तरह से इस नंबिंग सेंसेशन से राहत पा सकते हैं।
1. गलत सोने की पोजीशन
यदि आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में सोते हैं, तो यह आपकी नसों और ब्लड सर्कुलेशन पर दबाव डाल सकता है, जिससे हाथ-पैर सुन्न पड़ सकते हैं।
- जब आप हाथों को सिर के नीचे रखकर सोते हैं, तो ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है।
- पैरों को मोड़कर या किसी भारी चीज के नीचे दबाकर सोने से भी नसों पर दबाव बढ़ सकता है।
- यदि आपका तकिया और गद्दा सही नहीं है, तो गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे भी हाथों और पैरों में सुन्नता महसूस हो सकती है।
क्या करें?
- आपका तकिया या गद्दा बहुत ज्यादा सॉफ्ट या हार्ड नहीं होना चाहिए।
- सोने की मुद्रा को बार-बार बदलें। कोशिश करें कि आप रोजाना अपनी नेचुरल पोजीशन में बदलाव लाएं।
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2. नसों पर दबाव (नर्व कंप्रेशन)
नसों पर दबाव पड़ने से उनका सामान्य कार्य प्रभावित हो सकता है, जिससे झुनझुनी और सुन्नता महसूस होती है।
- कार्पल टनल सिंड्रोम: यह तब होता है जब कलाई की नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे उंगलियां सुन्न हो जाती हैं।
- साइटिक नर्व कंप्रेशन: यदि रीढ़ की हड्डी से निकलने वाली साइटिक नस पर दबाव पड़ता है, तो पैरों में सुन्नता हो सकती है।
- अल्नार नर्व कंप्रेशन: यह कोहनी की नसों पर दबाव के कारण हाथों में झुनझुनी पैदा कर सकता है।
क्या करें?
- अधिक समय तक एक ही मुद्रा में बैठने या सोने से बचें।
- शरीर को तनावमुक्त रखने के लिए हल्का व्यायाम करें।
- यदि समस्या ज्यादा बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
3. खराब ब्लड सर्कुलेशन
यदि शरीर के किसी हिस्से में सही मात्रा में ब्लड नहीं पहुंचता, तो वह हिस्सा सुन्न पड़ सकता है। ब्लड सर्कुलेशन बाधित होने के मुख्य कारण हो सकते हैं:
- अधिक समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना।
- हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी बीमारियां।
- अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन।
- कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से ब्लड वेसल्स श्रिंक हो जाती हैं, जिससे हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं।
क्या करें?
- नियमित रूप से व्यायाम करें ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छा बना रहे।
- अधिक पानी पिएं और संतुलित आहार लें।
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।
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4. विटामिन और पोषक तत्वों की कमी
शरीर में कुछ आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होने से भी हाथ-पैरों में सुन्नता महसूस हो सकती है। खासकर, विटामिन B12, B6 और मैग्नीशियम की कमी से नसों की सही ढंग से काम करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। यदि यह कमी बनी रहती है, तो नर्व सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या बढ़ सकती है।
क्या करें?
- अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, नट्स और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें।
- यदि डॉक्टर सलाह दे, तो विटामिन B12 और मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स लें।
- बहुत ज्याद प्रोसेस्ड और जंक फूड खाने से बचें।
अगर आपको सोते समय हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या कभी-कभी होती है, तो यह सामान्य हो सकता है, लेकिन यदि यह बार-बार हो रहा है, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। समस्या को दूर करने के लिए सही सोने की आदतें अपनाएं, नियमित व्यायाम करें और पोषण से भरपूर आहार लें।
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