कहीं उल्टे तो कहीं काले रंग में पूजे जाते हैं बजरंगबली, जानें कहां स्थित है हनुमान जी के 5 प्रसिद्ध मंदिर

देशभर में श्री राम प्रिय हनूमान अलग-अलग स्वरूप में विराजमान है। इन मंदिरों का इतिहास हजारों सालों पुराना है। माना जाता है कि जो भी यहां दर्शन के लिए आता है, भगवान उसे कभी खाली हाथ नहीं भेजते। 

 
unique hanuman temple in india

हिंदू धर्म में सबसे प्रिय माने जाने वाले देवता हनुमान, जो श्री राम के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार थे। बजरंगबली की वीरता को और प्रभु राम के प्रति स्नेह को अगर कोई समझना चाहता है, तो उसे महाकाव्य रामायण पढ़ना चाहिए। लेकिन अगर आप हनुमान को साक्षात देखना और अनुभव करना चाहते हैं, तो आप भारत के अनोखे मंदिरों में दर्शन का प्लान बना सकते हैं।

देशभर में ऐसे कई मंदिर हैं, जिसका बजरंगबली से गहरा नाता है। इन मंदिरों भगवान अलग-अलग रूप में विराजमान है। माना जाता है कि अगर भगवान के इन अनोखे स्वरूप के दर्शन के लिए अगर कोई भक्त सच्चे मन से आता है, तो वह उसकी सभी मुरादें पूरी करते हैं।

सीधे नहीं बल्कि उलटे हनुमान की होती है पूजा (Ulte Hanuman Mandir)

Ulte Hanuman Mandir

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से मात्र 30 किमी की दूरी पर एक ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी की उल्टी प्रतिमा स्थापित है। यह सांवेर गांव में स्थित हनुमान जी का इकलौता मंदिर है, जहां भगवान उल्टे विराजमान है। माना जाता है कि हनुमान जी की पाताल लोक की यात्रा सांवेर से ही शुरू हुई थी।

जब अहिरावण श्री राम और लक्ष्मण को मूर्छित करके पाताल लोक ले गया था, तब हनुमान जी भी उन्हें खोजते हुए पाताल लोक पहुंच गए थे। उस समय उनका सिर नीचे के ओर था, इसलिए मंदिर में उनके इस स्वरूप की पूजा होती है।

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यहां होती है हनुमान जी के काले स्वरूप की पूजा

kale hanuman ji

राजस्थान की राजधानी जयपुर के चांदी टकसाल में स्थित मंदिर में भगवान हनुमान की प्रतिमा काले रंग की है। यहां मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है। मंदिर जल महल के नजदीक स्थित है। माना जाता है कि इस मंदिर को आमेर के राजा जयसिंह ने बनवाया था।

जयपुर में काले हनुमान जी का मंदिर को दो मंजिला बनाया गया है और बाहर से देखने में यह महल जैसा नजर आता है। यह मंदिर देश का सबसे अनोखा मंदिर माना जाता है।

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पंचमुखी हनुमान मंदिर गोठड़ा

panchmukhi

जयपुर दौसा बॉर्डर आगरा जयपुर हाईवे पर स्थित इस मंदिर में हनुमान की सबसे अलग प्रतिमा स्थापित है। मंदिर गोठड़ा की स्थापना 1996 में करवाई गई थी। हनुमान जी के पंच मुख को रोज पंच भोग अलग-अलग लगाया जाता है। भरतपुर धौलपुर करौली से जयपुर की ओर आने वाली बसों से यात्रा करने वाले लोग, यहां दर्शन के लिए आते हैं।

गिलहरी के रूप में पूजे जाते हैं हनुमान

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्थित एकलौता ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी की गिलहरी के रूप में पूजा की जाती है। इस मंदिर का नाम श्री गिलहराज मंदिर है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि जब भगवान राम जी राम सेतु पुल का निर्माण करा रहे थे, तो उन्होंने भगवान हनुमान ने कुछ देर आराम करने को कहा था। लेकिन लेकिन हनुमान जी ने आराम करने की बजाय गिलहरी का रूप लेकर श्री राम की मदद कीय़

यहां हनुमान जी स्त्री रूप में होती है पूजा

Girijabandh

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से 25 किमी दूर एक जगह है रतनपुर, यहांGirijabandh Hanuman Mandir हैं, जहां हनुमान जी स्त्री रूप में पूजे जाते हैं।

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image credit- Freepik

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