Shiva Temples In Andhra Pradesh: इस समय सावन का महीना चल रहा है। सावन के महीने में भगवान शंकर का दर्शन करना काफी शुभ माना जाता है, इसलिए कई लोग इस महीने में शिव मंदिर पहुंचते रहते हैं।
भगवान शंकर हिन्दुओं के लिए एक आराध्य देवता माने जाते हैं। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से सावन के महीने में भगवान शिव का दर्शन या गंगा जल अर्पण करता है, तो उसकी सभी परेशानी दूर हो जाती है।
दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश में ऐसे कई प्रसिद्ध और पवित्र शिव मंदिर हैं, जिनका दर्शन करने देश के हर कोने से भक्त पहुंचते रहते हैं। इन मंदिरों का दर्शन करने मात्र से शिव भक्तों की सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं, तो आइए आंध्र प्रदेश के कुछ प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में जानते हैं।
आंध्र प्रदेश में स्थित सबसे प्राचीन और पवित्र शिव मंदिर का जिक्र होता है, तो कई लोग सबसे पहले श्री कालहस्ती मंदिर का ही नाम लेते हैं। यह प्रसिद्ध शिव मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर में मौजूद है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
श्री कालहस्ती मंदिर दक्षिण भारत में इस कदर प्रसिद्ध है कि इसे दक्षिण का कैलाश व काशी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर का नाम तीन पशुओं, श्री यानी मकड़ी, काल यानी सर्प तथा हस्ती यानी हाथी के नाम पर रखा गया है। कहा जाता है कि यह जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन करने के लिए पहुंचता है उसकी सभी मुदारें पूरी हो जाती हैं।
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शिव मल्लिकार्जुन मंदिर सिर्फ आंध्र प्रदेश का ही या दक्षिण भारत का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का एक प्रसिद्ध शिव मंदिर माना जाता है। इस पवित्र मंदिर को भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में दूसरा ज्योतिर्लिंग माना जाता है।
आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में कृष्णा नदी के किनारे श्रीशैल श्री पर्वत पर्वत पर स्थित मल्लिकार्जुन मंदिर हर दिन हजारों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस पवित्र मंदिर को लेकर मान्यता है कि जो शिव भक्त इस मंदिर में शिव पूजा करता है उसे अश्वमेघ यज्ञ से मिलने वाले पुण्य के बराबर पुण्य मिलता है। सावन में यहां दिन हजारों भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। (भगवान शिव के विश्वास स्वरूपम स्टैच्यू का करें दीदार)
भीमेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश का एक पवित्र और प्रसिद्ध शहर माना जाता है। इस प्रसिद्ध मंदिर को कई लोग भीमाशंकर के नाम से भी जानते हैं। यह पूर्णरूप से भगवान शिव को समर्पित है।
भीमेश्वर मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका जिक्र शिवपुराण में भी मिलता है। शिवरात्रि और महाशिवरात्रि के मौके पर यह लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सावन के सोमवार के दिन यहां हजारों भक्त गंगा जल भी अर्पण करने के लिए पहुंचते हैं।
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आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित है श्री यागंती उमा महेश्वर मंदिर राज्य का एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप को समर्पित है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण ऋषि अगस्त्य के द्वारा किया गया था। (इंदौर के प्रसिद्ध भोलेनाथ मंदिर)
श्री यागंती उमा महेश्वर मंदिर के बारे में एक और किंवदंती है कि यहां भगवान शिव की पूजा पत्थर से निर्मित प्रतिमा के रूप में होती है। मान्यता है कि यहां जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी होती हैं। आपको बता दें कि सावन में यहां हर दिन हजारों शिव भक्त अपनी फरियाद लेकर पहुंचते हैं।
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