जब भी आप इतिहास को पढ़ते होंगे तो आपके मन में कई सवाल जरूर आते होंगे कि कैसे प्राचीन काल में लोग या बादशाह अपनी जिंदगी बसर करते होंगे? बादशाह शिकार करने के लिए कहां जाते होंगे? उनका शाही अंदाज कैसा होता होगा? बादशाहों द्वारा बनवाई गई स्मारकें, महल या स्थल की वास्तुकला कैसी होती होगी? काश! हम इन स्मारकों की खूबसूरती को उस वक्त देख पाते, हेना।
आप आज भी कई ऐसी प्राचीन स्मारक, महल देख सकते हैं, जिसकी खूबसूरती को अभी तक संरक्षित करके रखा गया है। हालांकि, इसकी वास्तुकला प्राचीन काल की वास्तुकला से थोड़ी अलग है, क्योंकि स्मारकों को संरक्षित रखने के लिए काम किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है दिल्ली में एक ऐसी स्मारक भी मौजूद है, जिसे तुगलक ने केवल शिकार करने के लिए ही बनवाया था। इस स्थल को कुशक महल के नाम से जाना जाता है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। तो आइये जानते हैं कुशक महल के बारे में....
क्या है इतिहास?
कुशक महल एक मध्ययुगीन संरक्षित इमारत में से एक है। कुशक महल का मतलब शिकार गाह (शिकार करने वाली जगह) है, जिसे 14 वी शताब्दी में फिरोजशाह तुगलक ने बनवाया था। फिरोजशाह तुगलक ने सन 1351 से लेकर सन 1388 तक शासन किया था। यह दिल्ली सल्तनत के तुगलक वंश के शासक थे। जिन्हें मुस्लिम समुदाय का अंतिम शासक भी कहा जाता है।
दिल्ली में लगभग तीन शिकार गाह है इसमें से एक कुशक महल है। जिसका नाम दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतोंमें लिया जाता है। यह नई दिल्ली में स्थित है। कुशक महल को फिरोजशाह तुगलक ने केवल शिकार करने के लिए बनवाया था। वह अपने दरबारी के साथ शिकार करने आते थे। यहां का दौरा करते थे और एक दो दिन के लिए रहते भी थे। उस समय यह जंगल के बीच में हुआ करता था, इसलिए यहां से शिकार आसानी से हो जाता था।
कैसी है वास्तुकला?
कुशक महल की संरचना चौकोर मलबे और तीन उच्च खंभे के ऊपर खड़ी की गई है। इसके ऊपर सीढ़ियां भी बनाई गई हैं और इसमें कई छोटे कक्ष भी मौजूद हैं। इस मध्ययुगीन स्मारक को बलुआ पत्थर( सेंड स्टोन) से खड़ा किया गया है। मूल रूप से, शिकार गाह (स्थान या जगह) के अंदर सेतु भी बनाया गया था। यह पानी को बनाए रखने या वर्षा जल को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन सेतु अब लंबे समय से गायब है। इसके अलावा, आप इस महल से खड़े होकर चारों तरफ का नज़ारा देखा जा सकता है।
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नेहरू संग्रहालय के अंदर है मौजूद
यह नेहरू के निवास के अंदर बनी हुई एक विशाल स्मारक है। यह हमारे इतिहास का एक अहम हिस्सा है। कुशक महल नई दिल्ली किशोर मूर्ति परिसर के अंदर स्थित है, जो पेड़ों के बीच छिपा हुआ है। इसे आप नेहरू संग्रहालय और तारामंडल का दौराकरते समय भी आसानी से देख सकते हैं।
यह संग्रहालय पहले नेहरू का निवास स्थान हुआ करता था लेकिन उनकी मृत्यु के बाद इसे एक संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया था। आपको इस संग्रहालय में नेहरू जी से संबंधित तमाम चीजें देखने को मिलेंगी। आप यहां जाएंगे तो आपको यहां इतिहास से संबंधित चीजें भी देखने को मिलेंगी।
अधिनियम के तहत रखा गया है संरक्षित
इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि इसे प्राचीन स्मारक एवं पुरातात्विक स्थलव अवशेष अधिनियम 1958 के अंतर्गत संरक्षित स्मारक के तौर पर रखा गया है।
क्या है खाने-पीने की व्यवस्था?
कुशक महल के पास एक कैंटीन मौजूद हैं, यहां आप चाय, समोसे, पराठें आदि का भी लुत्फ उठा सकते हैं। साथ ही, आप कुशक महल के आसपास मौजूद स्टॉल में भी अपनी पसंद का खाना खा सकते हैं।
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अगर आप इसका दौरा करना चाहते हैं, तो फ्री में आसानी से कर सकते हैं। जब भी आप दिल्ली आएं इस स्मारक का दौरा ज़रूर करें। आपको ये लेख पसंद आया हो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। साथ ही जुड़ी रहें हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- (Google, Travel, wikipedia)
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