why are new clothes washed before wearing

नए कपड़े पहनने से पहले क्यों धोए जाते हैं? जानें इसके पीछे का साइंस और ज्योतिष

पहले के समय में नए कपड़ों को पहले धोया जाता था और फिर उसके बाद उन्हें पहना जाता था। आजकल इस बात का ध्यान नहीं रखा जाता है। क्या आप जानते है इसके पीछे का ज्योतिष और साइंटिफिक कारण? 
Editorial
Updated:- 2025-09-05, 13:31 IST

अक्सर हम नए कपड़े खरीदते हैं और उन्हें बिना धोए ही पहन लेते हैं, लेकिन पहले के समय में ऐसा नहीं होता था। पहले के समय में नए कपड़ों को पहले धोया जाता था और फिर उसके बाद उन्हें पहना जाता था। आजकल इस बात का ध्यान नहीं रखा जाता है या फिर यूं कहें कि इस तरह की बातें सिर्फ उन घरों में फॉलो होती हैं जहां अभी बड़े-बुजुर्ग मौजूद हैं। इस बारे में जब हमने वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से पूछा तो उन्होंने हमें नए कपड़ों को पहनने से पहले धोने के पीछे का ज्योतिष कारण समझाया। साथ ही, उन्होंने हमें इसके पीछे की साइंस भी बताई।

नए कपड़े पहनने से पहले क्यों धोने चाहिए?

ज्योतिष शास्त्र में नए कपड़े पहनने से पहले उन्हें धोने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष के अनुसार, कपड़ों में ऊर्जा होती है और जब हम कोई नया कपड़ा पहनते हैं, तो वह अपने साथ कई तरह की ऊर्जाएं लेकर आता है।

naye kapde pahan ne se pehle kyu dhote hain

ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, जो कपड़े कई लोगों के हाथों से होकर आते हैं वे अपने साथ कई तरह की ऊर्जाएं जिनमें नकारात्मक ऊर्जा भी शामिल हो सकती है, लेकर आते हैं। इन कपड़ों को बिना धोए पहनने से ये नकारात्मक ऊर्जा आपके शरीर और जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं। धोने से ये ऊर्जाएं शुद्ध हो जाती हैं।

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ज्योतिष में कपड़ों का संबंध ग्रहों से भी माना जाता है। कपड़े को धोकर और फिर धूप में सुखाकर पहनने से, वह सूर्य और वायु की सकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है। ऐसा माना जाता है कि इससे व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य और सकारात्मकता आती है।

नए कपड़ों को धोना एक तरह से शुद्धिकरण का प्रतीक है। जिस तरह हम पूजा या किसी शुभ कार्य से पहले खुद को और अपनी सामग्री को शुद्ध करते हैं उसी तरह नए कपड़ों को धोकर हम उन्हें पहनने से पहले शुद्ध करते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन में नएपन और शुभता का प्रवेश होता है।

naye kapde pahan ne se pehle kyu dhone chahiye

वहीं, वैज्ञानिक कारण कहता है कि कपड़ों को बनाने की प्रक्रिया में कई तरह के रसायनों का इस्तेमाल होता है जैसे कि रंग (डाई) को पक्का करने वाले केमिकल, कपड़ों को चमकदार बनाने वाले पदार्थ आदि। इन केमिकल से एलर्जी, खुजली, दाने और अन्य स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।

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नए कपड़े दुकान तक पहुंचने से पहले कई हाथों से गुजरते हैं। उन्हें कई लोग छूते हैं और ट्रायल रूम में पहनकर देखते भी हैं। ऐसे में उन कपड़ों पर बैक्टीरिया, फंगस और कीटाणु मौजूद हो सकते हैं जो बिना धोए पहनने पर आपकी त्वचा पर संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

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FAQ
क्या घर के दरवाजे के पीछे कपड़े टांगना सही है?
घर के दरवाजे के पीछे कपड़े टांगने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। 
मंगलवार को कपड़े धोने से क्यों बचना चाहिए?
इन दिनों को मंगल और शनि ग्रह से जोड़ा जाता है जो आपके जीवन में बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं।
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