कैसे करें जोड़ों के दर्द का इलाज? ये आयुर्वेदिक टिप्स करेंगी मदद

अगर आपको जोड़ों के दर्द की समस्या है तो ये जरूरी है कि लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ बातों का आप ध्यान रखें।

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पहले के जमाने में कहा जाता था कि अगर किसी को जोड़ों का दर्द सता रहा है तो इसका मतलब ये समझ लीजिए कि आपकी उम्र बढ़ रही है, लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है। अब का समय वो है जहां कम उम्र के लोगों के साथ भी ऐसी समस्याएं होती हैं। हमारी लाइफस्टाइल कुछ ऐसी होती जा रही है कि ज्यादातर समय सिर्फ बैठे हुए ही निकल रहा है।

अधिकतर लोग अपनी उम्मीद से कम फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं और धूप में जाना भी कम होता है जिसके कारण कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी काफी कॉमन हो गई है। अब बच्चों और टीनएजर्स में भी ये समस्या देखी जा सकती है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि 40 प्लस लोगों के साथ क्या होता है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जोड़ों के दर्द से जुड़ी कुछ जानकारी शेयर की है। डॉक्टर दीक्षा के मुताबिक जरूरत से ज्यादा फिजिकल एक्सरसाइज भी इसका कारण बन सकती है। इसके अलावा, अर्थराइटिस, उम्र का बढ़ना, लाइफस्टाइल का खराब होना सब कुछ इसका कारण बन सकता है।

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आयुर्वेद के मुताबिक क्यों होता है शरीर में दर्द?

डॉक्टर दीक्षा की पोस्ट इस बारे में बताती है। उनके अनुसार बढ़ा हुआ वात शरीर में दर्द के लिए जिम्मेदार होता है। कफ अगर शरीर में बढ़ रहा है तो मोटापा, डायबिटीज, हाइपोथायरॉइड जैसी समस्याएं होंगी, अगर शरीर में पित्त बढ़ रहा है तो सूजन से जुड़ी हुई समस्याएं, एलर्जी आदि हो सकती है। पर ज्वाइंट पेन के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार शरीर का पित्त दोष होता है।

इसलिए ज्वाइंट पेन को कम करने के लिए शरीर से एक्स्ट्रा वात निकालने की जरूरत होती है। इसमें एंग्जाइटी और स्ट्रेस भी शामिल होता है क्योंकि इसके कारण भी शरीर में वात दोष बढ़ सकता है।

शरीर का ज्वाइंट पेन कम करने के लिए क्या उपाय करें?

अब बात करते हैं शरीर का ज्वाइंट पेन कम करने के लिए किस तरह की चीजों का ध्यान हमेशा रखना चाहिए।

खाने-पीने में परहेज-

अगर आप चाहते हैं कि आपकी ज्वाइंट पेन की समस्या थोड़ी कम हो जाए तो बहुत ज्यादा खट्टे, बहुत ज्यादा मसालेदार, बहुत ज्यादा फरमेंट किए हुए खाने से दूर रहें। ये हर मामले में बेहतर साबित हो सकता है। संतुलित आहार ही आपके ज्वाइंट पेन को कम कर सकता है।

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लाइफस्टाइल को लेकर रखें ध्यान-

आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि बासी और सूखा खाना भी शरीर में वायु दोष को बढ़ाता है। इसके अलावा, अधिक एक्सरसाइज, देर रात तक जागते रहना, बहुत ही स्ट्रेसफुल लाइफ जीना ये सब कुछ लाइफस्टाइल की कमियां हैं जो आपके शरीर में दर्द को बढ़ा सकती हैं।

हेल्दी फैट्स का सेवन करें-

आयुर्वेद कहता है कि हेल्दी फैट्स जैसे घी, तिल का तेल, ऑलिव ऑयल आदि हेल्दी फैट्स हैं जो स्निग्धा फूड्स माने जाते हैं। ये फूड्स आपके शरीर को और बेहतर बना सकते हैं और ज्वाइंट्स में ल्यूब्रिकेशन पैदा कर सकते हैं।

मसाज शरीर के लिए होगी बेस्ट-

आपके शरीर के लिए मसाज बेस्ट साबित हो सकती है। ये सभी तरह का ज्वाइंट पेन कम कर सकती है। हां, अर्थराइटिस के मरीजों के लिए ये सही नहीं है। तिल का तेल, सरसों का तेल, कैस्टर ऑयल आदि कुछ तेल आसानी से उपलब्ध हैं जो ज्वाइंट पेन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

आयुर्वेद में दर्द को कम करने के लिए महानारायण तेल, निर्गुन्डी तेल, कोत्तमचुक्कड़ी तेल, सहचरादी तेल, धनवंतरम तेल आद अच्छे माने जाते हैं।

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दर्द को कम करने के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स-

आपके ज्वाइंट पेन को कम करने के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स जैसे शालक्की, अश्वगंधा, निर्गुंडी, हल्दी, शुंठी (अदरक) आदि बहुत काम की हर्ब्स साबित हो सकती हैं।

ये सब कई लोगों के लिए फायदेमंद है, लेकिन आपको ये ध्यान रखना होगा कि हर शरीर अलग होता है और जरूरी नहीं कि जो चीज़ किसी एक को सूट की है वो किसी और भी सूट करे। अपनी मर्जी से कोई दवा या तेल इस्तेमाल करने से पहले किसी डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। आप किसी डायटीशियन से अपने लिए डाइट चार्ट भी बनवा सकती हैं।

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