महिलाओं के लिए पेल्विक पेन की समस्या आम है और हर महिला के लिए इसकी इंटेंसिटी अलग हो सकती है, लेकिन ये होता काफी दर्दनाक है। पेल्विक पेन अधिकतर किसी इन्फेक्शन की वजह से होता है, लेकिन कई मामलों में बिना किसी इन्फेक्शन के भी महिला को समस्या होती रहती है। पेल्विक पेन अगर लगातार बना हुआ है तो ये किसी बड़ी बीमारी का लक्षण होता है। ये किसी भी जेनिटल ऑर्गन में हो सकता है और पेल्विस के आस-पास या फिर रीढ़ की हड्डी में हो सकता है।
ये तब भी हो सकता है जब कोई फिजिकल समस्या न हो। कभी-कभी होने वाले पेल्विक पेन को एक्यूट पेन कहा जा सकता है और आप इसके लिए डॉक्टर से बात कर सकते हैं। ऐसी समस्याओं के बारे में हमने डॉक्टर मनीषा रंजन से बात की जो सीनियर कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट हैं नोएडा के मदरहुड हॉस्पिटल में। उनका कहना है कि ये दर्द कम हो सकता है, लेकिन इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी होता है।
किन कारणों से होता है पेल्विक पेन?
- पेल्विक पेन होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें सूजन, कोई चोट, फाइब्रोसिस, प्रेशर, पीरियड क्रैम्प्स, मसल्स की समस्या आदि हो सकते हैं।
- इसके अलावा, कभी-कभी होने वाले पेल्विक पेन के लिए गैस्टेशन भी जिम्मेदार हो सकता है जिसमें यूट्रस शरीर में होने वाली गैस से परेशान हो जाए।
- इसके अलावा, जननांगों में होने वाला इन्फेक्शन
- ओवेरियन ट्यूब में कोई कमी या खराबी
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
- अपेंडिक्स या फैलोपियन ट्यूब की कमी शामिल हो सकते हैं

इसे जरूर पढ़ें- महिलाओं की सेहत से जुड़ी ये 5 निजी बातें हो सकती हैं खतरे की घंटी
पेल्विक पेन के लक्षण-
अब बात करते हैं उन लक्षणों की जिससे आप ये साबित करें कि आपको पेल्विक पेन हो रहा है। अगर आपसे ये पूछा जाए कि आपको दर्द शरीर के किस हिस्से में हो रहा है तो आप अपने शरीर के एक निश्चित हिस्से में इसे लोकेट कर पाएं। आप अपने दर्द को इनमें से किसी तरीके से डिस्क्राइब कर सकती हैं-
- ये काफी तीखा और लगातार होने वाला दर्द है
- कुछ मामलों में दर्द आता-जाता रहता है
- धीमा दर्द बना रहता है
- बहुत तेज दर्द होता है और क्रैम्प्स होते हैं
- पेल्विक एरिया में प्रेशर या भारीपन महसूस होता है
- सेक्स के दौरान दर्द होता है
- यूरिन और बाउल पास करने में दर्द होता है
- ज्यादा देर एक ही जगह पर बैठने में दर्द होता है
- ये दर्द ज्यादा लंबे समय तक खड़े रहने में और बढ़ता है और कई बार लेट जाने पर इससे आराम मिल सकता है।
कैसे डायग्नोज किया जाता है पेल्विक पेन?
जब पेल्विक पेन के बारे में डॉक्टर डायग्नोसिस करते हैं तो उन्हें हर लक्षण के बारे में बारीकी से ध्यान देना होता है। इसके लिए मरीज़ों की मेडिकल हिस्ट्री भी काम में आती है। फिजिकल टेस्ट के साथ अन्य टेस्ट की जरूरत भी पड़ सकती है जिसमें ब्लड और यूरिन टेस्ट से लेकर वेजाइनल टेस्ट, स्टूल टेस्ट, एक्सरे, एमआरआई और अन्य बड़े टेस्ट शामिल हो सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें- तेज़ी से बढ़ती लिवर की इस बीमारी के बारे में क्या जानते हैं आप?
किस तरह से किया जाता है पेल्विक पेन का ट्रीटमेंट?
आपके पेल्विक पेन का ट्रीटमेंट किस तरह से किया जाएगा ये पूरी तरह से आपके दर्द पर ही निर्भर करता है। आपके लक्षण कैसे हैं, किस तरह की मेडिकल हिस्ट्री है सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आपको दर्द से राहत पाने के उपाय बताए जाते हैं।
- एंटीबायोटिक दवाएं
- पेन किलर
- किसी मुख्य समस्या के लिए दवा
- कॉन्ट्रासेप्टिव
- सर्जरी या फिर फिजियोथेरेपी
- लाइफस्टाइल में बदलाव
- सूजन के लिए दवा
आदि बहुत कुछ अपनाया जा सकता है। आपको ध्यान ये रखना है कि अगर पेल्विक पेन की समस्या हो रही है तो पहला काम होगा डॉक्टर से संपर्क करना। कई मामलों में दर्द साइकोलॉजिकल भी होता है और दर्द के बारे में डॉक्टर ही आपको जानकारी दे पाएगा। इस समस्या से आपको डील करना है तो डॉक्टर की सलाह ही सबसे बेस्ट उपाय हो सकती है।
अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों