महाकुंभ में शाही स्नान के चलते ऐसी भीड़ उमड़ पड़ी कि भगदड़ मच गई। ऐसा लग रहा था मानों हर किसी को एक ही घाट पर स्नान करना है। यह संगम घाट था, जहां भीड़ को नियंत्रण करना इतना मुश्किल हो गया कि कब यहां लोग एक-दूसरे के ऊपर अपनी जान बचाने के लिए चढ़कर भागने लगे कि पता भी नहीं चल पाया। रिपोर्ट्स की मानें तो अभी महाकुंभ मेला में कई लोग घायल हो गए हैं, तो वहीं 15 के करीब लोगों की जान भी चली गई है। ऐसे में भगदड़ की खबर सुनकर घर बैठे लोग चिंता में आ गए हैं। क्योंकि वह भी महाकुंभ में जाने का प्लान कर रहे थे।
कई लोग होंगे, जिन्होंने भगदड़ की खबर सुनकर मेला जाने का प्लान कैंसिल भी कर दिया है। लेकिन जो लोग मेला जाना चाहते हैं और सही दिन का चयन नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए यह आर्टिकल आपके काम आएगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको महाकुंभ जाने के सही दिन के बारे में जानकारी देंगे, इस समय आपको मेला में कम भीड़ मिल सकती है।
महाकुंभ में किस दिन मिलेगी कम भीड़
- मेला में भगदड़ की वजह, मौनी अमावस्या के दिन हर किसी को शाही स्नान में हिस्सा लेना था। शाही स्नान का शुभ समय भोर में था, इसलिए संगम स्थल पर भारी भीड़ पहुंच गई और कंट्रोल करना मुश्किल हो गया। इसलिए अगर आप महाकुंभ जा रहे हैं और भीड़ से बचना चाहते हैं, तो शाही स्नान के दिन जाने से बचें। भले ही शाही स्नान का दिन शुभ माना जाता है, लेकिन आप महाकुंभ में किसी भी दिन स्नान करने जाते हैं, तो भी यह शुभ ही माना जाता है। इसलिए अगर आप ज्यादा भीड़ से बचना चाहते हैं, तो शाही स्नान के दिन न जाएं।
- ध्यान रखें कि महाकुंभ में अन्य दिनों में भी आपको भीड़ मिलेगी ही, लेकिन शाही स्नान जितनी भीड़ नहीं होगी।
- अगर आप महाकुंभ में कम भीड़ वाला दिन ढूंढ रहे हैं, तो वीकेंड पर जाने से बचें। शनिवार और रविवार के दिन लोग ज्यादा प्रयागराज पहुंच रहे हैं। क्योंकि वह ऑफिस से एक्स्ट्रा छुट्टी नहीं लेना चाह रहे। लेकिन अगर आप ज्यादा भीड़ में नहीं जाना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि सोमवार से शुक्रवार के बीच में यात्रा करें।
- महाकुंभ में कम भीड़ के लिए आप खबरों पर नजर रखें। लगातार न्यूज चैनल अपडेट दे रहे हैं। ऐसे में आपको समय-समय पर भीड़ की जानकारी मिलती रहेगी।
- इसके अलावा कई लोग होंगे जो महाकुंभ खत्म होने का इंतजार कर रहे होंगे। उनका प्लान होगा कि वह मेला के आखिरी दिनों में स्नान करने जाएंगे। लेकिन ऐसे समय में भीड़ ज्यादा देखने को मिल सकती है। क्योंकि, उस समय जो लोग स्नान करने नहीं गए होंगे, वह भी आखिरी दिनों में जाने लगेंगे। जिससे भीड़ पर कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है।
- महाकुंभ मेले से जुड़ी पूरी जानकारीपहले से पता कर लेंगे, तो आपको यात्रा में परेशानी नहीं होगी।
- इसके अलावा शाही स्नान के लिए केवल त्रिवेणी घाट ही नहीं, बल्कि अन्य घाटों पर ही जाएं।
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image credit- freepik
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