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Pongal 2023: अनूठा है 4 दिनों का पोंगल पर्व, जानें किस दिन होगी किसकी पूजा

पोंगल पर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है। ऐसे में आइये जानते हैं कि पोंगल के इन चार दिनों में किसकी पूजा का विधान है। 
Editorial
Updated:- 2023-01-09, 11:42 IST

Pongal 2023: 15 जनवरी 2023, दिन रविवार को मकर सक्रांति के साथ-साथ पोंगल का पर्व भी मनाया जाएगा। पोंगल मुख्य रूप से दक्षिण भारत का त्यौहार है। पोंगल से दक्षिण समाज के लोगों का नया साल शुरू होता है। मकर संक्रांति की तरह ही पोंगल भी अच्छी फसल की कामना के लिए सेलिब्रेट किया जाता है।

हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें पोंगल से जुड़ी कई रोचक बातें बताई। उन्होंने हमें बताया कि पोंगल 4 दिनों तक मनाया जाता है। हर एक दिन का नाम और उसका महत्व अलग होता है। इन चार दिनों में देवताओं की पूजा की जाती है। माना जाता है कि पोंगल के 4 दिन देवताओं को समर्पित होते हैं।

पोंगल के 4 दिन और 4 भगवान (4 Days And Gods Of Pongal)

 Days And Gods Of Pongal

  • पोंगल का पहला दिन: पोंगल के पहले दिन को भोगी पोंगल कहा जाता है। इस दिन इंद्र देवता की पूजा का विधान है। इस दिन कटी हुई फसल की इंडियों को जलाया जाता है और अच्छी फसल की प्रार्थना की जाती है।

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  • पोंगल का दूसरा दिन: पोंगल का दूसरा दिन थाई पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस दिन पृथ्वी की ऊर्जा का स्रोत माने जाने वाले सूर्य भगवान (सूर्य देव की आरती) की पूजा की जाती है। सूर्य भगवान से ऊर्जा के रूप में फसल में जान डालने के लिए विनती की जाती है।

Pongal ka mahatva

  • पोंगल का तीसरा दिन: पोंगल के तीसरे दिन को मट्टू पोंगल कहा जाता है। इस दिन परिवार के साथ बैल और पशुधन की पूजा एवं सेवा का विधान है। ऐसा इसलिए क्योंकि फसल के लिए हल जोतने में बैल ही सहायक होते हैं।

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  • पोंगल का चौथा दिन: इस दिन कन्या पोंगल कहते हैं। इस दिन को कन्नुम या कानु के रस्म से भी जाना जाता है। इस दिन खुले में गन्ने को रखकर पकवान बनते हैं और हल्दी के पत्ते पर सुपारी (सुपारी के उपाय) रखी जाती है। दूध, चावल, घी और चीनी से बने पकवानों का भोग सूर्य देव को लगाया जाता है।

पोंगल के 4 दिनों का महत्व (Significance Of Pongal 4 Days)

Significance Of Pongal  Days

पोंगल के इन चारों दिनों का अत्यंत महत्व है। न सिर्फ फसल के लिए बल्कि घर की सुख-समृद्धि के लिए भी इन देवताओं और फसल में सहायक पशुओं की पूजा को शुभ फलदायी माना जाता है।

तो ये था पोंगल के 4 दिनों का महत्व और उनके नाम। साथ ही, पोंगल में किन देवता की पूजा की जाती है उनके बारे में विस्तृत जानकारी। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Image Credit: Shutterstock, Wikipedia

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