Pongal 2023: 15 जनवरी 2023, दिन रविवार को मकर सक्रांति के साथ-साथ पोंगल का पर्व भी मनाया जाएगा। पोंगल मुख्य रूप से दक्षिण भारत का त्यौहार है। पोंगल से दक्षिण समाज के लोगों का नया साल शुरू होता है। मकर संक्रांति की तरह ही पोंगल भी अच्छी फसल की कामना के लिए सेलिब्रेट किया जाता है।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें पोंगल से जुड़ी कई रोचक बातें बताई। उन्होंने हमें बताया कि पोंगल 4 दिनों तक मनाया जाता है। हर एक दिन का नाम और उसका महत्व अलग होता है। इन चार दिनों में देवताओं की पूजा की जाती है। माना जाता है कि पोंगल के 4 दिन देवताओं को समर्पित होते हैं।
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पोंगल के इन चारों दिनों का अत्यंत महत्व है। न सिर्फ फसल के लिए बल्कि घर की सुख-समृद्धि के लिए भी इन देवताओं और फसल में सहायक पशुओं की पूजा को शुभ फलदायी माना जाता है।
तो ये था पोंगल के 4 दिनों का महत्व और उनके नाम। साथ ही, पोंगल में किन देवता की पूजा की जाती है उनके बारे में विस्तृत जानकारी। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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