हमारे शास्त्रों में न जानें कितनी ऐसी बातों का जिक्र है जिसका प्रभाव हमारे जीवन में भी पड़ता है। शास्त्रों में स्नान और सोने के भी कई नियम बताए गए हैं जिनका हम सदियों से पालन करते चले आ रहे हैं।
ज्योतिष शास्त्र में आध्यात्मिक, मनोवैज्ञानिक और स्वास्थ्य संबंधी महत्व के लिए सोने से पहले स्नान करने की सलाह दी जाती है। हममें से कई लोग इस धारणा का पालन सदियों से करते चले आ रहे हैं।
कुछ लोग अपने शरीर को सेहतमंद बनाए रखने के लिए तो कुछ लोग अच्छी नींद के लिए इसका पालन करते हैं। हालांकि विभिन्न संस्कृतियों और ज्योतिषीय परंपराओं की अलग-अलग व्याख्याएं हो सकती हैं, लेकिन शास्त्रों में इसके कई कारण बताए गए हैं। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें इस बात के बारे में विस्तार से।
ऐसा माना जाता है कि सोने से पहले स्नान करने से न केवल भौतिक शरीर बल्कि उसके आस-पास की ऊर्जा या आभा भी शुद्ध हो जाती है। मान्यता है कि यदि आप सोने से ठीक पहले स्नान करते हैं तो दिन भर की जमी हुई गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद मिलती है।
यह आपके शरीर को अधिक सकारात्मक और सामंजस्यपूर्ण बनाने का एक अच्छा उपाय है। यदि आप स्नान करके सोते हैं तो आपको अच्छी नींद के साथ अच्छी सेहत का आशीर्वाद भी मिलता है।
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सोने से ठीक पहले स्नान करने से आपके शरीर और दिमाग को आराम देने में मदद मिलती है, इससे मानसिक शांति की भावना को बढ़ावा मिलता है। विश्राम की यह स्थिति मन को आरामदायक नींद के लिए तैयार करने में सहायता कर सकती है और इसकी वजह से ही अच्छे स्वप्न के अनुभवों को भी बढ़ा सकती है।
ज्योतिष की मानें तो जल को शुद्ध करने वाला तत्व माना जाता है। इसलिए यह स्वयं को शुद्ध करने के इरादे से स्नान करने और एक नई शुरुआत और किसी भी आध्यात्मिक अशुद्धता को धोने का प्रतीक माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि सोने से पहले स्नान करने से न सिर्फ शरीर में बल्कि आपके घर में भी सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह उपाय आपके कई दोषों को संतुलित करता है। स्नान करने से शरीर और मन में किसी भी तरह के बुरे विचार नहीं आते हैं और आप किसी भी तरह के मानसिक तनाव से बचे रह सकते हैं।
कुछ संस्कृतियों में यह माना जाता है कि सोने से पहले स्नान करने से नकारात्मक शक्तियों से बचाव में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि स्नान शरीर से नकारात्मक ऊर्जा और गंदगी को साफ कर देता है, जिससे बुरी आत्माओं के लिए शरीर से जुड़ना मुश्किल हो जाता है।
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कई लोग सोने से पहले स्नान करना इसलिए भी पसंद करते हैं क्योंकि वो दिन की शुरुआत की ही तरह दिन का समापन भी ईश्वर भक्ति के साथ करते हैं और सोने से पहले स्नान करना उनकी आध्यात्मिक मान्यताओं या प्रथाओं से जुड़ने का एक तरीका माना है। यह आपके लिए ध्यान, प्रार्थना या चिंतन का समय हो सकता है, जो आध्यात्मिक सद्भाव की भावना पैदा करने में मदद करता है।
यदि हम शास्त्रों से हटकर विज्ञान की बात करें तो सोने से पहले स्नान करना आपके शरीर को ताजगी प्रदान करने में मदद करता है और आप शुद्ध तरीके से अपना दिन समाप्त कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने से पहले स्नान करने से आपको अच्छी और जल्दी नींद (अच्छी नींद के लिए वास्तु टिप्स) आती है। प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद में कहा जाता है कि शरीर तीन दोषों से बना है वात, पित्त और कफ। ऐसा कहा जाता है कि सोने से पहले स्नान करने से इन सभी दोषों को संतुलित करने में मदद मिलती है, इसी वजह से आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
हालांकि सोने से पहले स्नान करना आपकी व्यक्तिगत पसंद हो सकता है, लेकिन यदि आप शास्त्रों और विज्ञान की मानें तो आपके मन, मस्तिष्क और शरीर के लिए यह बहुत अच्छा हो सकता है।
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