नींबू साइज में भले ही छोटा सा नजर आए, लेकिन यह एक बेहद ही काम की चीज है। इसकी मदद से ना केवल आप खाने का स्वाद बढ़ाती हैं, बल्कि यह आपकी सेहत का भी ख्याल रखता है। जिन लोगों को वजन कम करना है, वह तो इसे अपनी डाइट में जरूर जगह देते हैं। वहीं, दूसरी ओर, घर की क्लीनिंग को आसान और अधिक इफेक्टिव बनाने में भी यह बेहद मददगार है। महिलाएं तो इसकी मदद से अपनी स्किन व हेयर प्रॉब्लम्स को आसानी से दूर कर लेती हैं। अब जरा सोचिए कि छोटा सा नींबू कितने सारे काम ऐसे ही कर देता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ यह घर में ही काम नहीं आता, बल्कि यह आपके गार्डन एरिया के लिए भी एक बेहतरीन इंग्रीडिएंट है। जिन लोगों को गार्डनिंग का शौक है, उन्हें खरपतवार से निपटने से लेकर अपनी मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने की जरूरत होती है और इन सभी कामों में नींबू आपकी मदद कर सकता है। हो सकता है कि अब तक आपने नींबू को अपने गार्डन एरिया में इस्तेमाल ना किया हो। लेकिन आज हम आपको इसे गार्डन एरिया में इस्तेमाल करने के कुछ बेहतरीन तरीकों व उसके फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो यकीनन आपको भी काफी पसंद आएंगे-
नींबू के रस से खरपतवार का इलाज
नींबू का रस एक आर्गेनिक वीड किलर के रूप में काम करता है। इसके लिए आप चार औंस नींबू का रस लें और इसे एक चौथाई सफेद सिरके के साथ मिलाएं। अब आप इसे अच्छी तरह मिक्स करें। आप इसे एक स्प्रे बोतल में भरें और खरपतवारों पर स्प्रे करें। यह पीएच लेवल को कम करके जंगली खरपतवार को मार देगा। कोशिश करें कि आप इसे दिन के सबसे गर्म घंटों में इस्तेमाल करें। लेकिन इस बात का भी ख्याल रखें कि इसका प्रभाव केवल थोड़े समय के लिए रहता है, इसलिए आपको इसे कई बार इस्तेमाल करना होगा।
जल्द फूटते हैं अंकुर
बीजों को रोपने के बाद हर कोई चाहता है कि उसका अंकुरण तीव्र हो। अगर आप गार्डन एरिया में नींबू के रस का इस्तेमालकरती हैं तो इससे जल्द अंकुरण में मदद मिलती है। एक स्टडी के अनुसार, नींबू का रस सेल डिविजन ग्रोथ को प्रमोट करता है और कुछ एंजाइमों की गतिविधि को उत्तेजित करता है, जिससे पोषक तत्वों को पौधे के विभिन्न हिस्सों में आसानी से ले जाने में मदद मिलती है। इसके लिए, एक लीटर पानी में 3 मिली नींबू का रस मिलाएं। बुवाई के समय बीजों को पानी देने के लिए इस घोल का उपयोग करें। एक बार जब वे अंकुरित हो जाते हैं, तो आप इसे फिर से पानी देने के लिए उपयोग कर सकती हैं।
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मिट्टी के पीएच स्तर को संतुलित करे
अगर आपकी एल्काइन मिट्टी का पीएच लेवल 7 से अधिक है तो ऐसे में महीने में एक बार नींबू के पतले रस का उपयोग करके उसे पीएच लेवल को संतुलित किया जा सकता है। इसके लिए एक गैलन पानी में 2 बड़े चम्मच नींबू का रस मिलाएं और इस घोल को पौधे के बेस में डालें। हालांकि, ध्यान रखें कि आप इस पानी का उपयोग पौधे की पत्तियों पर ना करें। इस पानी से पत्तियों को गीला करने पर वे जल जाएंगे। यह ट्रिक ज्यादातर छोटे क्षेत्रों या कंटेनरों में पौधों के लिए बेहद काम आती है। (सूखे पत्तों से बनायी जा सकती है पौधों के लिए खाद)
मिट्टी की सुधारे गुणवत्ता
नींबू के रस के साथ-साथ उसके छिलके भी गार्डन एरिया में काम आ सकते हैं। दरअसल, नींबू के छिलकेमैग्नीशियम, कैल्शियम और सल्फर से भरपूर होते हैं। आप उन्हें पाउडर के रूप में ब्लेंड करें और अपने पौधों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें गमले और बगीचे की मिट्टी में मिला दें। वहीं, अगर आप खाद में मुट्ठी भर छिलकों का पाउडर मिलती हैं तो इससे उनमें नाइट्रोजन का स्तर बढ़ जाएगा। यह भी आपके पौधों को लाभ ही पहुंचाएगा।
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Image Credit- Freepik
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