जीवन को बेहतर व खुशहाल तरीके से जीने के लिए जरूरी होता है कि हमारे भीतर कुछ life skill हों। अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि उनका बच्चा अभी छोटा है और उसे इन life skills की क्या जरूरत। जब वह बड़ा होगा तो खुद-ब-खुद ही सीख जाएगा। आपकी यह सोच बिल्कुल गलत है। आप जितना समझते हैं, बच्चे उससे कहीं अधिक सीखने की क्षमता रखते हैं और यही उम्र होती है, जब आप बच्चे के भीतर अच्छी आदतों का संचार कर सकते हैं। कहा भी जाता है कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं। आप उन्हें जिस सांचे में ढालते हैं, वह बेहद आसानी से ढल जाते हैं। लेकिन जब बच्चे बड़े होते हैं तो किसी भी नई चीज को सीखना या अपनाना उनके लिए काफी कठिन होता है।
अगर आप भी चाहते है कि आपके बच्चे जीवन में सफल व खुश हो तो यह बेहद जरूरी है कि आप उन्हें कुछ लाइफ स्किल्स बचपन से ही सिखाएं। तो चलिए आज हम आपको उन life skills के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको बच्चों को जरूर सिखाने चाहिए-
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निर्णय लेने की क्षमता
इस लाइफ स्किल की जरूरत बच्चे को अपने जीवन के हर कदम पर पड़ती है, फिर बातें दोस्तों के चयन की हो, पढ़ाई की या फिर करियर की। इसलिए बेहतर होगा कि आप बचपन से ही उन्हें अपने निर्णय लेना खुद सिखाएं। जरूरी नहीं है कि लिए जाने वाले निर्णय काफी मुश्किल हों। शुरूआत में आप उन्हें छोटे-छोटे निर्णय लेने दें। जैसे कि वह कौन से कपड़े पहनेंगे या आज डिनर में कौन सी सब्जी खाएंगे। इससे बच्चे के भीतर एक आत्मविश्वास पैदा होता है और वह अपने निर्णय खुद लेना सीखते हैं।
हेल्थ और हाईजीन
सफलता का स्वाद भी व्यक्ति तभी चख सकता है, जब उसका शरीर इसमें उसका साथ दें। हम सभी बचपन से बच्चों को ब्रश करना, नहाना या हाथ धोने के लिए कहते हैं, लेकिन कभी भी बच्चों को इसके पीछे का कारण नहीं बताते। जिसके कारण उनके भीतर हाईजीन का लाइफ स्किल डेवलप नहीं होता। इसलिए अगर आप बच्चे को कुछ करने के लिए कह रही हैं तो उन्हें उसका कारण बताएं। साथ ही यह भी समझाएं कि हेल्थ का ख्याल रखना कितना जरूरी है और हाईजीन के जरिए वह ऐसा आसानी से कर सकते हैं।
टाइम मैनेजमेंट
यह तो आप जानती ही होंगी कि तनावरहित व सफल जीवन जीने के लिए टाइम मैनेजमेंट करना आना कितना जरूरी है। यह लाइफ स्किल आप बच्चे के भीतर भी विकसित करें। इसकी शुरूआत के लिए आप बच्चे को टाइम टेबल बनाने के लिए कहे, जिसमें वह यह लिखे कि आज उसे कौन-कौन से काम करने हैं और वह उसे कितने समय में करेगा। शुरूआत में हो सकता है कि वह टाइम लिमिट के अंदर काम न कर पाए, लेकिन धीरे-धीरे उसे टाइम को मैनेज करना आ जाएगा।
मनी मैनेजमेंट
टाइम की तरह ही बच्चों को मनी मैनेजमेंट करना भी आना चाहिए। अगर उन्हें मनी मैनेजमेंट करना आ जाएगा तो वह अपने जीवन के मुश्किल दौर से भी बिना किसी परेशानी के निकल जाएंगे। इसके लिए आप बच्चे को एक गुल्लक लाकर दें और उन्हें हर दिन कुछ पैसे जोड़ने के लिए कहें। अगर वह कोई खिलौना या चीज लेना चाहते हैं तो उन्हें वह सीधे दिलाने की बजाय गुल्लक में पैसे जोड़ने दें। जब उस चीज को लेने के लिए पैसे जुड़ जाएं तो आप उन्हें वह लाकर दें। इससे बच्चों को पैसों की अहमियत का पता चलेगा और वह मनी को मैनेज करना भी सीख जाएंगे।
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खुद तैयार होना
इस पर शायद आपका ध्यान न जाता हो, लेकिन बच्चे को यह लाइफ स्किल बेहद कम उम्र से ही सिखाना चाहिए। मसलन, वह स्कूल से आकर अपने कपड़े खुद बदलें और अपना सामान सही जगह पर रखें। यह देखने में भले ही छोटी सी बात लगती हो, लेकिन इस तरह बच्चा एक संयमित जीवन जीना शुरू करता है। यह वास्तव में आत्मनिर्भर बनने की तरफ उसका पहला कदम होता है। जब बच्चा अपना ध्यान खुद रखना सीख जाता है तो इससे उसकी काफी तकलीफें आसान हो जाती हैं।
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