प्लांट्स की नहीं हो रही है ग्रोथ तो मिट्टी तैयार करते समय इन बातों का ध्यान रखें

किसी भी पौधे की ग्रोथ उसकी मिट्टी पर निर्भर करती है इसलिए आप ऐसी मिट्टी का चुनाव करें जिसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में मौजूद हो।

soil prepration

प्लांटिंग करना उतना भी आसान नहीं है जितना हम सोच लेते हैं क्योंकि प्लांट्स को लगाने के बाद लोगों को बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जैसे पौधों की सामान्य ग्रोथ ना होना, कीड़े लगना, पत्तों का पीला होना आदि, आदि। लेकिन प्लांटिग करते समय लोगों को सबसे ज्यादा जिस समस्या का सामना करना पड़ता है वह है पौधों की समय के अनुरूप ग्रोथ ना होना।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किसी भी पौधे की ग्रोथ उसकी मिट्टी पर निर्भर करती है। इसलिए आप ऐसी मिट्टी का चुनाव करें जिसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में मौजूद हो। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि मिट्टी की पानी धारण करने की क्षमता भी अच्छी हो। हालांकि, पौधे के हिसाब से मिट्टी की प्रकृति अलग-अलग हो सकती है। इसलिए आप मिट्टी का चुनाव पौधे की प्रकृति के हिसाब से करें। तो चलिए जानते हैं पौधों की मिट्टी तैयार करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

मिट्टी की प्रकृति का रखें ध्यान

soil nature

पौधे की सही ग्रोथ के लिए सबसे पहले आपको यह देखना होगा कि पौधों के हिसाब से मिट्टी की प्रकृति क्या है? क्या मिट्टी अम्लीय है या क्षारीय है या फिर मिश्रित मिट्टी? ऐसे कुछ पौधे हैं जिनकी ग्रोथ के लिए मिट्टी में पीएच (pH) लेवल और पोषक तत्व का संतुलन होना बहुत महत्वपूर्ण है। कुछ पौधे की ग्रोथ के लिए अम्लीय मिट्टी और कुछ पौधों के लिए अम्लीय मिट्टी बेहतर होती है। इसलिए विशेष रूप से पौधों के हिसाब से मिट्टी तैयार करनी होगी।

मिट्टी का करें टेस्ट

बगीचे में पौधे लगाने से पहले मिट्टी का परीक्षण करना आवश्यक है। परीक्षण करने के लिए आप मिट्टी का लिटमस टेस्टया पीएच टेस्ट कर सकती हैं। लिटमस टेस्ट करने के लिए आपको मिट्टी के नमूनों (थोड़ा सा भाग) को लिटमस पेपर पर डालना होगा। अगर यह पेपर लाल हो जाता है, तो समझ लीजिए कि मिट्टी का पीएच 7 से ऊपर है और यह अम्लीय है। इसके अलावा, आपको परीक्षण में यह भी देखना होगा कि मिट्टी का रंग, बनावट और पानी की खपत कितनी है। उसी हिसाब से आप पौधों का ध्यान रखें।

मिट्टी को मिलाते रहें

soil mixture

पौधों की ग्रोथ तब संभव है जब उसे नियमित रूप से सभी पोषक तत्व मिलते हैं। इसके अलावा, एक अच्छे प्लांट के लिए जरूरी है बीजों को भी ठीक तरह से बोया जाए। इसलिए आप पौधे की मिट्टीसमय-समय पर देखते रहें और उसे ऊपर से नीचे करते रहें। (गार्डन या फिर गमले की मिट्टी में हो रहे हैं कीड़े तो आजमाएं ये उपाय)

सभी पोषक तत्वों का ध्यान रखें

गार्डन में मिट्टी की प्रकृति के साथ-साथ इस बात कभी ध्यान रखें कि पौधे स्वस्थ हैं कि नहीं। अगर आपके पौधे स्वस्थ नहीं हैं तो समझ लीजिए कि पौधे में पोषक तत्व की कमी है। इसलिए पौधे की सही देखभालकरें और देखे कि कमी क्या है? अगर मिट्टी में पोषक तत्व की कमी होती है, तो उसमें उर्वरकों को मिलाने की आवश्यकता होगी। इसके लिए आप शुरू में प्राकृतिक विधि का ही उपयोग करें और बाद में रासायनिक विधि का प्रयोग कर सकती हैं।

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खाद डालते रहें

soil

घर में प्लानिंग करने के बाद अक्सर लोगों को पौधों में गुलाब या फूल ना आने की समस्याउत्पन्न हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ पौधों को ज्यादा मैग्नीशियम की जरूरत होती है। मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के लिए आप पौधे की मिट्टी में खाद डालना शुरू कर दें। खाद बगीचे की मिट्टी में एक जरूरी तत्व है। यह मिट्टी को पोषण और पौधों को खुराक देगा और आपके पौधों की सही ग्रोथ होगी।

अन्य उपाय करें

  • पौधों की ग्रोथ के लिए मिट्टी की केवल टेस्टिंग करना ही काफी नहीं है बल्कि पौधों की देखभाल भी करें।
  • पौधों को उनकी जरूरत के हिसाब से पानी दें।
  • प्लांट्स ऐसी जगह रखें जहां अच्छी धूप आती हो लेकिन ऐसे प्लांट्स को धूप से दूर रखें जिन्हें ज्यादा प्रकाश की जरूरत नहीं होती है।
  • पौधों की नियमित रूप से समय-समय पर कटिंग भी करते रहें।

आप इन टिप्स की सहायता से मिट्टी को ज्यादा पोषक तत्व दे सकते हैं। आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें, साथ ही इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- (@Freepik)

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