herzindagi
image

क्या वाकई एक राजपूत राजा ने दिया था मुगल बादशाह बाबर को भारत आने का न्यौता? किसने लिखी थी वह एक चिट्ठी, जिसने बदल दिया भारत का इतिहास

इन दिनों देश में औरंगजेब की कब्र, संभाजी महाराज के बलिदान और मुगल शासकों के इतिहास को लेकर काफी उथल-पुथल मची हुई है। इतिहास के पन्ने पलटे जा रहे हैं और कई ऐसी बातें भी सामने आ रही हैं, जिनसे काफी लोग अनजान हैं। हाल ही में एक नया दावा सामने आया है, जिसके मुताबिक एक राजपूत राजा ने मुगल बादशाह बाबर को भारत बुलाया था।
Editorial
Updated:- 2025-03-26, 17:46 IST

भारत का इतिहास काफी समृद्ध रहा है। राजा-महाराजाओं से लेकर ऐतिहासिक इमारतों तक, हमारे देश के इतिहास में काफी कुछ ऐसा है, जिसे जानना-समझना बहुत जरूरी है। मुगल, मराठा और राजपूतों ने लंबे समय तक भारत के अलग-अलग हिस्सों पर राज किया। मुगलों ने लगभग 3 शताब्दियों तक भारत पर शासन किया था। कहा जाता है कि मुगल साम्राज्य की स्थापना साल 1526 में बाबर ने की थी। मुगल भारत में कहां से आए और क्यों यही आकर बस गए, यह सवाल पिछले कुछ वक्त से काफी चर्चा में है। मुगल शासक औरंगजेब और मुगलों के इतिहास पर भी काफी बातें की जा रही हैं। हाल ही में एक नया दावा सामने आया है, जिसके मुताबिक एक राजपूत राजा ने मुगल बादशाह बाबर को भारत बुलाया था। क्या वाकई ऐसा है, कौन थे यह राजा और क्या यह यह किस्सा, चलिए आपको बताते हैं।

क्या राणा सांगा ने चिट्ठी लिखकर बाबर को बुलाया था भारत?

did rana sanga rajput king of mewar invite babur in india know the truth and story behind it
भारत के इतिहास को इतिहासकार अलग-अलग तथ्यों और दृष्टिकोण के साथ पेश करते हैं और इसलिए कई ऐसी बातें है, जो एक-दूसरे से मेल नहीं खाती हैं। कई इतिहासकार बताते हैं कि राणा सांगा ने चिट्ठी लिखकर बाबर को भारत आने का न्यौता दिया था। लेकिन, इसे लेकर कई अलग-अलग थ्योरी मिलती हैं। कई इतिहासकार कहते हैं कि बाबर ने अपने प्रतिद्वंदी इब्राहिम लोदी के खिलाफ गठबंधन की उम्मीद में राणा सांगा को संपर्क किया था क्योंकि राणा सांगा ने लोदी को 18 बार हराया था। राणा सांगा शुरु में इसके लिए राजी थे लेकिन बाद में वह पीछे हट गए। वहीं, कुछ इतिहासकार कहते हैं कि राणा सांगा ने बाबर को बुलाने के लिए यह पत्र नहीं लिखा था बल्कि पंजाब के गर्वनर दौलत खान ने दिल्ली के सुल्तान को हराने के लिए, बाबर के सामने भारत आने की पेशकश की थी।

यह भी पढ़ें- मराठा साम्राज्य के मजबूत स्तंभ होते थे 'छत्रपति' और 'पेशवा', क्या आपको पता है दोनों में क्या अंतर था और किसके पास थी ज्यादा ताकत?

इस तरह पड़ी थी भारत में मुगल साम्राज्य की नींव

did rana sanga rajput king of mewar invite babur in india know the truth
बाबरनामा में राणा सांगा ने इस पत्र का जिक्र है। लेकिन, ज्यादातर इतिहासकार इसे सही नहीं मानते हैं। कहा यह भी जाता है कि जब पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराया था और उसके बाद मुगल साम्राज्य की नींव पड़ी थी। इसके बाद महाराणा सांगा और बाबर के बीच लड़ाई शुरू हुई थी। बताया जाता है कि पहले युद्ध में जहां राणा सांगा ने बाबर को मात दी थी। वहीं, बाद में राणा सांगा की हार हुई थी।

 

यह भी पढ़ें- संभाजी महाराज के एक खत ने उड़ा दिए थे औरंगजेब के होश, छावा ने मुगल बादशाह को दी थी अपनी कब्र के लिए जगह खोजने की चेतावनी

 

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Courtesy: Meta AI

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।