कहानी में अब तक-आखिर आकाश और मोहित कौन थे, क्यों स्नेहा ने आकाश को देखकर उस दिन मुस्कुराया, लेकिन साथ जाने से मना कर दिया था। दोनों लड़के स्नेहा के लिए सड़क पर झगड़ रहे थे और वह छिपकर दोनों को झगड़ते हुए देख रही थी।
कॉलेज खत्म होने के बाद स्नेहा को अब फिर से उसी रास्ते से अपने घर वापस जाना था, लेकिन वह आकाश और मोहित की वजह से परेशान थी। स्नेहा को डर लग रहा था कि कहीं दोनों वापस उसका पीछा न करे।
कॉलेज से बाहर निकलते ही वह गेट से बाहर झांकती है और आसपास नजरे घुमाती है। स्नेहा ने हर तरफ देखा उसे आसपास कोई नजर नहीं आया, यह देखते ही उसने चैन की सांस ली और ऑटो में बैठकर मेट्रो की तरफ बढ़ी। पूरे रास्ते बस स्नेहा कभी ऑटो से पीछे घूमकर देख रही थी, तो कभी अपने आस-पास नजरे घुमा रही थी।
अब पूरा रास्ता गुजर चुका था और वह घर जाने के लिए मेट्रो की सीढ़ियां चढ़ रही थी। तभी मेट्रो स्टेशन पर स्नेहा को आकाश नजर आया। लेकिन आकाश को देखकर स्नेहा परेशान नहीं हुआ। आकाश को देखते ही स्नेहा ने पहले चारों तरफ देखा और फिर उसके पास गई और बोली,- ‘तुम्हें मैने सुबह घर के बाहर आने से मना किया था, लेकिन तुम क्यों आए।’

शाम के 7 बज गए थे और अब स्नेहा को मेट्रो से उतरना था, उसने आकाश को बाय कहां और बोली.. 'कल प्लीज सुबह घर के बाहर मत आना’… इतना बोलते ही स्नेहा मेट्रो से बाहर निकल गई।
जैसे ही स्नेहा मेट्रो से बाहर निकली, स्टेशन के बाहर ही मोहित उसका इंतजार कर रहा था। मोहित को देखते ही स्नेहा घबरा गई। मोहित ने दूर से स्नेहा को हाथ हिलाते हुए हाय! किया।
स्नेहा ने पहले अपना दुपट्टा ठीक किया और दबी हुई मुस्कान के साथ हाथ हिलाया, स्नेहा कs हाथ हिलाते ही मोहित उसके पास आया और पूछा, ‘क्या हुआ? इतना डर क्यों रही हो, आकाश के साथ मेट्रो में आई हो क्या’।
मोहित के सवाल पूछते हिए स्नेहा के शब्द थोड़े लड़खड़ाने लगे, उसने बालों पर हाथ फेरते हुए दबी हुई आवाज में कहा- ‘नहीं, नहीं, मैं तो अकेले आई हूं, क्यों क्या हुआ, तुम ऐसा क्यों कह रहे हो?’
स्नेहा की बात सुनकर मोहित का चेहरा थोड़ा गुस्से वाला हो गया था, लेकिन इसके बाद भी वह स्नेहा से अच्छे से बात करने की कोशिश कर रहा था। उसने स्नेहा से पूछा कि तुम सुबह मेरे साथ बाइक पर क्यों नहीं आई।
इस बात पर स्नेहा ने कहा कि वहां सड़क पर उसे काफी लोग देख रहे थे। ऐसे दो लड़कों का बाइक पर आना और बैठने के लिए बोलना उसे शर्मिंदगी का अहसास करवा रहा था। इसलिए वह बिना कुछ बोले वहां से चली गई थी।
स्नेहा दोनों ही लड़कों से अकेले मिलने पर अच्छे से बात कर रही थी। लेकिन दोनों में से स्नेहा का बॉयफ्रेंड कौन था। क्यों बार-बार स्नेहा मोहित को देखकर घबरा जाती थी। अगर उसे मोहित से डर लगता था, तो वह उससे अच्छे से बात क्यों कर रही थी। उसने क्यों उसे आकाश से मिलने वाली बात पर झूठ बोला। स्नेहा का मोहित के साथ क्या रिश्ता है, जानने के लिए पढ़ें मोहब्बत का अधूरा सफर पार्ट 3...
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