संगीत तो हर किसी पसंद है, पर किस तरह का संगीत आप के दिल को भाता है यह काफी हद तक आपके व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। वैसे देखा जाए तो ज्यादातर लोगों को सैड सॉन्ग या कह लें कि दर्द भरे गाने सुनना अच्छा लगता है। खासतौर पर जब कोई व्यक्ति अकेला हो तो वो सैड सॉन्ग ही सुनना पसंद करता है।
देखा जाए तो हममें से बहुत सारे लोगों की पसंदीदा गानों की लिस्ट में कुछ सैड सॉन्ग जरूर होते हैं। भले ही उनकी वास्तविक स्थिति से ऐसे गानों को कोई सरोकार न हो, पर इस तरह के गाने लोगों को खूब भाते हैं। ऐसे में कभी आपने सोचा है आखिर ऐसा क्यों होता है कि जीवन में सब कुछ सही चल रहा है, लेकिन फिर भी आपको सैड सॉन्ग ही पसंद आते हैं। अगर नहीं तो चलिए आपको इसके पीछे की असल वजह बताते हैं।
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दरअसल, हमने इस बारे में आगरा की साइकोलॉजिस्ट डॉ. अजिता वर्मा से बातचीत की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। हमारी हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अजिता वर्मा बताती हैं कि किसी गाने या किसी चीज विशेष के प्रति लगाव काफी हद तक व्यक्ति के मनोस्थिति पर निर्भर करता है। पर अगर ज्यादातर लोग एक ही चीज में रुचि रखते हैं तो इसकी वजह जानने के लिए उस चीज विशेष के प्रभाव को समझना होगा। जैसे कि सैड सॉन्ग या उदासी भरे गाने सुनने से व्यक्ति को जो खास अनुभव होता है, उसके चलते ऐसे गानों की लत लग सकती है।
डॉ. अजिता वर्मा आगे बताती हैं कि सैड सॉन्ग पसंद आने की पीछे की वजह जानने के लिए आपको सैड सॉन्ग का मन-मस्तिष्क पर पड़ने वाले प्रभाव को समझना होगा।
सैड सॉन्ग या दर्द भरे गानों की लिरिक्स और म्यूजिक आमतौर पर काफी प्रभावी होती है। आपने देखा होगा कि ऐसे गानों के बोले इतने हृदय स्पर्शी होते हैं इससे सुनते ही आपके मन-मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है और आप बाकी दुनिया को भूल जाते हैं। बाकि दुनिया से यही अलगाव को बेहतर महसूस करता है और आप बार-बार इस तरह के गाने को सुनना पसंद करते हैं।
सैड सॉन्ग या दर्द भरे गाने लोगों को पुरानी यादों से जुड़ाव महसूस कराते हैं। ऐसे गाने सुनते ही आपको किसी व्यक्ति विशेष या किसी घटना विशेष की याद आ सकती है। भले ही उससे जुड़ा अनुभव जैसा भी पर वो याद आपको अपनापन महसूस कराती है और यही अपनापन आपको अच्छा लगता है।
हर व्यक्ति के मन में कुछ अधूरी ख्वाहिशें या किसी व्यक्ति विशेष के प्रति लगाव रहता है जो उन्हें खालीपन महसूस करता है। पर दुनियादारी और जिम्मेदारियों से घिरा व्यक्ति इस खालीपन को नजरअंदाज कर जी रहा होता है। ऐसे में जब अचानक सैड सॉन्ग या उदासी भरे गीत आपको सुनने को मिलते हैं तो यह खालीपन का अहसास जाग उठता है। यह अहसास आपको गाने से लगाव महसूस कराता है।
बहुत सारे लोगों के दिल में ऐसी कई तरह की भावनाएं और विचार चलते रहते हैं, जिन्हें वो चाह कर भी कभी अभिव्यक्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जब किसी गाने के बोल के रूप में यही विचार सामने आते हैं तो लोगों को अभिव्यक्ति की खुशी महसूस होती है। यही अभिव्यक्ति की खुशी उस गाने विशेष को पसंद करने की वजह बन जाती है।
इसके अलावा अगर साइंस के नजरिए से देखें तो सैड सॉन्ग के प्रति लगाव असल में शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण भी होता है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति सैड सॉन्ग सुनता है तो शरीर में प्रोलैक्टिन नाम का हार्मोन संचारित होता है। यह हार्मोन दिमाग को मानसिक तनाव के प्रतिपूरक प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित करता है, जिससे व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है।
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