हर साल बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए हजारों भक्त अमरनाथ यात्रा में शामिल होते हैं। इस साल यह यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू हो रही है और 9 अगस्त 2025 तक हिमलिंग के दर्शन उपलब्ध रहेंगे। हिंदू धर्म के सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक अमरनाथ गुफा है, जहां हर साल भक्त बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन करने पहुंचते हैं। अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 14,000 फीट की ऊंचाई तक ट्रैकिंग करनी होती है, जिसकी वजह से कुछ लोगों की सेहत भी बिगड़ जाती है। इसलिए, हर साल अमरनाथ यात्रा शुरू करने से पहले श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की तरफ से एडवाइजरी जारी की जाती है, ताकि यात्रा के दौरान लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। अमरनाथ यात्रा से पहले इसकी सही जानकारी और प्लानिंग की जरूरत होती है।
आज हम आपको इस आर्टिकल में अमरनाथ यात्रा कब शुरू होगी, रजिस्ट्रेशन कैसे करें, कौन-से रूट से यात्रा करनी सही रहती है, कैसे हेलिकॉप्टर बुकिंग कर सकते हैं और इस यात्रा को करने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए और भी बहुत से सवालों को जवाब हम देने वाले हैं।
जी हां, आमतौर पर अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से भुगतान किया जा सकता है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए फीस लगभग 220 रुपये प्रति व्यक्ति है और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए फीस लगभग 50 से 150 रुपये प्रति व्यक्ति हो सकती है।
इसे भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ गुफा तक कैसे पहुंचा जा सकता है? यहां जानिए पूरा रूट
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) द्वारा अमरनाथ यात्रा के लिए आयु सीमा स्पष्ट रूप से परिभाषित की गई है। अमरनाथ यात्रा के लिए 13 से लेकर 70 साल की उम्र तक के लोग जा सकते हैं।
गुफा जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले की पहलगाम तहसील में समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
अमरनाथ यात्रा के लिए दो मुख्य ट्रैकिंग रूट हैं, बालटाल मार्ग और पहलगाम मार्ग।
यह अमरनाथ यात्रा का सबसे लोकप्रिय रूट है। यह रास्ता लगभग 48 किमी लंबा है और इस पैदल तय करने में 3 से 5 दिन लग जाते हैं। पहलगाम यात्रा का बेस कैंप हैं, जो श्रीनगर से लगभग 92 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यात्रा का पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है, जहां यात्री रात बिता सकते हैं, दूसरा पड़ाव पिस्सू टॉप है, जहां चढ़ाई खड़ी होती है और तीसरा पड़ाव शेषनाग है, जो समुद्र तल से 3,454 मीटर की ऊंचाई पर है। इसके बाद, चौथा पड़ाव पंचतरणी होता है जहां अमरावती और पंचतरणी नदियों का संगम होता है और यहां रात बिता सकते हैं। आखिरी पड़ाव अमरनाथ गुफा है जहां हिमलिंग के दर्शन होते हैं।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक जानकारी के आधार पर आप दो स्थानों को चुन सकते हैं। पहला है नीलग्रथ (बालटाल के पास) से पंजतरणी और पहलगाम से पंजतरणी। पंजतरणी से आपको अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर की चढ़ाई करनी होगी।
इसे भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: शुरू हुई अमरनाथ यात्रा, जानें क्यों इस स्थान को माना जाता है मोक्ष का धाम
आप SASB पोर्टल के माध्यम से हेलीकॉप्टर टिकट बुक कर सकते हैं।
एयरलाइन और रूट के आधार पर हेलीकॉप्टर टिकट रेट्स अलग-अलग हो सकते हैं।
आप अपना CHC अपने शहर के सरकारी हॉस्पिटल, क्लीनिक और डॉक्टर से प्राप्त कर सकते हैं।
मेडिकल सर्टिफिकेट पाने के लिए कुछ बेसिक टेस्ट होते हैं, जिसमें ब्लड प्रेशर, ECG और ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल को चेक किया जाता है। अगर आप हाई एल्टीट्यूड ट्रैकिंग के लिए फिट पाए जाते हैं, तो आपको डॉक्टर CHC जारी कर देता है। यात्रा रजिस्ट्रेशन के 15 दिनों के भीतर मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया जाना चाहिए।
हर दिन बाबा बर्फानी की गुफा श्रद्धालुओं के लिए सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक खुले रहेगी।
हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit - twitter, freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।