
हमारे यहां भारत में घूमने के लिए एक से एक सुंदर जगहें मौजूद हैं। गर्मियों में तो लोग पहाड़ों पर जाना पसंद करते हैं। यहां उन्हें ठंडक और सुकून का एहसास होता है। वहीं, कुछ लोग बीच पर जाकर चिल करते हैं। पार्टी करते हैं। दोनों का ही अपना अलग मजा है। हालांकि, अब तो ठंड शुरू हो गया है। इस मौसम में भी आप भी पहाड़ों पर घूम सकती हैं। दरअसल, सर्दियों में पहाड़ों की खूबसूरती चार गुना तक बढ़ जाती है। पहाड़ों के बीच बर्फ से ढके सफेद रास्ते, ठंडी हवा, शांत जंगल, ये सब मिलकर आपको सुकून का एहसास कराते हैं। साथ ही सर्दियों की ट्रैकिंग को एक यादगार एक्सपीरियंस देते हैं।
अगर आप भी ट्रैकिंग का शौक रखती हैं और स्नो ट्रैक का मजा लेना चाहती हैं तो ये आर्टिकल आपके काम आ सकता है। हम आपको ये बताएंगे कि भारत में कौन-कौन से बेहतरीन विंटर ट्रैक्स हैं, जहां आप जा सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से -
-1762854971933.jpg)
20 किलोमीटर लंबा केदारकांठा ट्रैक 12,500 फीट की ऊंचाई तक जाता है। घने देवदार के जंगल, सफेद बर्फ से ढकी ढलानें और ब्यूटीफुल सनराइज, ये सब मिलकर इसे इंडिया के सबसे पसंदीदा विंटर ट्रैक्स में शामिल करते हैं। ये शुरुआती ट्रैकर्स के लिए भी एकदम सही माना जाता है। आपको एक बार इसका एक्सपीरियंस जरूर लेना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: भारत की इन झरने वाली जगहों पर ट्रेकिंग का मजा हो जाएगा दोगुना, बारिश में पार्टनर के साथ जा सकती हैं आप
22 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक की खूबसूरती सर्दियों में कई गुना ज्यादा बढ़ जाती है। 12,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर बर्फ से ढके मैदान, झीलें और शांत वातावरण आपकाे जन्नत का एहसास कराता है। ये फैमिली ट्रिप के लिए भी अच्छा ऑप्शन है।
ट्रैकिंग की बात हो और चोपता का नाम न लिया जाए, ऐसा हाे ही नहीं सकता है। 10 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक की खासियत है कि इसका रास्ता तुंगनाथ मंदिर तक जाता है और आगे चंद्रशिला पीक तक। यहां से हिमालय की चोटियों के शानदार नजारे देखने को मिलते हैं। सर्दियों में बर्फबारी इसे और सुंदर बना देती है।
-1762855028994.jpg)
12 किलोमीटर का ये आसान ट्रैक 9,350 फीट की ऊंचाई तक जाता है। धौलाधार रेंज के नजारे और ट्रैक के बीच ढेर सारे फोटो पॉइंट इसे युवाओं के बीच फेमस बनाते हैं। हर साल यहां हजारों की संख्या में लोग ट्रैकिंग के लिए पहुंचते हैं। आपके ट्रैकिंग लिस्ट में ये जरूर शामिल होना चाहिए।
लगभग 24 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक की खासियत है जमी हुई ब्रह्मताल और बेखलताल झीलें। बर्फ से ढके जंगलों और शांत रास्तों से गुजरकर हर मोड़ पर नई खूबसूरती दिखाई देती है। शुरुआती और मिड-लेवल दोनों तरह के ट्रैकर्स के लिए ये बेस्ट ऑप्शन है।
मनाली से शुरू होकर ये ट्रैक बर्फीले खेत, ग्लेशियर और शानदार व्यू दिखाता है। सर्दियों में यहां का मौसम ट्रैकिंग के लिए बिल्कुल सही रहता है। अगर आप ट्रैकिंग की प्लानिंग कर रहीं हैं, तो ये जगह आपके लिए परफेक्ट रहेगा।
-1762855103690.jpg)
अगर आप ऐसा ट्रैक चाहती हैं जहां से माउंट एवरेस्ट, कान्चनजंघा और ल्होत्से तीनों चोटियां एक साथ देखने को मिले, तो ये ट्रैक सबसे बेहतरीन रहेगा। यहां सर्दियों के महीनों में रास्ते सफेद चादर में ढक जाते हैं। नजारा एकदम जन्नत सा नजर आता है। यहां जाकर आपको वाकई बहुत अच्छा लगेगा।
20 किलोमीटर तक लंबा ये ट्रैक 9,915 फीट की ऊंचाई तक जाता है। अगर आपको ऑफिस से लंबे समय तक की छुट्टी नहीं मिल पाती है, तो ये छोटा, आसान और वीकेंड के लिए ये परफेक्ट ऑप्शन रहेगा। बर्फ से ढकी चोटियां और साफ आसमान इसे देखने लायक बनाते हैं।
पुराने गांवों, बर्फ से ढकी घाटियों और घने जंगलों के बीच से गुजरने वाला ये ट्रैक सर्दियों में बेहद खूबसूरत नजर आता है। लगभग छह से सात दिनों तक का ये ट्रैक नेपाल बॉर्डर के पास तक जाता है। ये ट्रैक आपके लिए यादगार हो जाएगा।
-1762855195357.jpg)
इसे भी पढ़ें: भारत की सबसे बड़ी फूलों वाली घाटी कहां हैं? यहां पढ़ें लोकेशन से लेकर सब कुछ
सर्दियों में ट्रैकिंग एक ऐसा एक्सपीरियंस है जिसे हर माउंटेन लवर को कम से कम एक बार जरूर ट्राई करना चाहिए। चाहे आप नए हों या पहले कई ट्रैक कर चुके हों, भारत में इतने ऑप्शन हैं कि हर कोई अपनी पसंद के अनुसार इन जगहों के बारे में सोच सकता है।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।
Image Credit- Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।