Valley Queen Heritage Train: भारतीय रेलवे यातायात का एक बेस्ट माध्यम है। देश के लगभग हर हिस्से में किसी भी व्यक्ति को कही भी जाना हो, तो वो ट्रेन के माध्यम से सस्ते में और आराम से पहुंच जाता है।
भारतीय रेलवे सिर्फ रफ्तार वाली ट्रेनों के लिए ही नहीं, बल्कि कुछ हेरिटेज ट्रेनों के लिए भी जाना जाता है। देश के ऐसी कई हेरिटेज ट्रेनें चलती हैं, जिमसें यात्रा करना कई लोगों का सपना होता है।
00961, वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन भी एक ऐसी ट्रेन है, जिससे यात्रा करते हैं, तो आप राजस्थान की असल खूबसूरती को करीब से निहार सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं।
वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन की खासियत जानने के बाद आप भी सफर पर निकल जाएंगे। जी हां, इस ट्रेन के बारे में बोला जाता है कि यह राजस्थान की एकमात्र हेरिटेज है, जिसके द्वारा राजस्थान की खूबसूरती को करीब से निहारा जा सकता है।
वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन करीब 150 साल पुराने मॉडल पर बनी है, जिसे विजडम ट्रेन भी कहा जाता है। इसमें एक डीजल इंजन है जिसे भाप इंजन जैसा बनाया गया है। इस ट्रेन के शीशे से बाहर की खूबसूरती को निहार सकते हैं और कैमरे में कैद कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि फिलहाल, यह ट्रेन सप्ताह में सिर्फ 4 दिन चलती है।
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वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन मारवाड़ जंक्शन से कामलीघाट रेलवे स्टेशन के बीच चलती है। इस ट्रेन के समय के बारे में बात किया जाए तो यह मारवाड़ जंक्शन से सुबह 8:30 पर खुलती और 11:00 बजे कामलीघाट पहुंचती है। (भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन)
मारवाड़ जंक्शन और कामलीघाट रेलवे स्टेशन के बीच में चलने वाली यह हेरिटेज ट्रेन आज कई लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। कहा जा रहा है कि इस ट्रेन को चलाने के लिए आज भी पुराने ट्रैक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन यात्रियों के लिए बेहद ही खास है। मारवाड़ जंक्शन से कामलीघाट चलने वाली इस ट्रेन से अद्भुत और मनमोहक प्राकृतिक नजारों का दीदार किया जा सकता है। यह हेरिटेज ट्रेन 2 सुरंगों से होकर गुजरती है।
वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन सफर के बीच में हरी-भरी घाटियों, पहाड़ियों और कई तरह के दुर्लभ पेड़ पौधों को देखा जा सकता है। इस ट्रेन के द्वारा गोरम घाट की सुंदर और मनमोहक वादियों के मनोरम दृश्यों को भी निहारा जा सकता है।
मानसून में जब ये ट्रेन हरी-भरी घाटियों के बीच से गुजरती है, आसपास का नजारा देखकर कई लोग खुशी से झूम उठते हैं। खबर के मुताबिक इस ट्रेन में एक बार 60 ही यात्री यात्रा कर सकते हैं।
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खबर के मुताबिक मारवाड़ जंक्शन से कामलीघाट रेलवे स्टेशन के बीच आने जाने किराया (राउंड ट्रिप) का करीब 1000 रुपया है। इसके अलावा, अगर आप मारवाड़ जंक्शन से फुलाद स्टेशन तक सफर करते हैं, तो किराया करीब 500 रुपया होगा। अगर आप फुलाद स्टेशन से कामलीघाट रेलवे स्टेशन सफर करना चाहते हैं, तो किराया लगभग 600 रुपये देने होंगे। (ये हैं भारत की 4 सबसे लंबी ट्रेन)
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