शारदीय नवरात्रि 2025 का पर्व पूरे देश में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व पूरे नौ दिनों तक चलता है और इसके बाद दसवें दिन दशहरा में रावण दहन के साथ इस पर्व का समापन हो जाता है। यह नौ दिनों का पर्व माता दुर्गा के नौ शक्तिशाली स्वरूपों को समर्पित होता है। इन नौ दिनों में माता के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है और माता को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। हर दिन देवी के एक विशेष रूप की पूजा-अर्चना की जाती है और उसी दिन के अनुसार विशेष रंग के कपड़ों को पहनने की सलाह जाती है। ऐसा माना जाता है कि इन शुभ रंगों को पहनकर माता दुर्गा की आराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और माता की कृपा भी जीवन में बनी रहती है। मान्यता है कि हर रंग का अपना एक आध्यात्मिक महत्व है जो भक्त के मन-मस्तिष्क पर भी असर डालता है। इसी वजह से नवरात्रि में रंगों का भी विशेष महत्व होता है। अगर आप भी माता के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन करती हैं तो ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें हर दिन के शुभ रंगों और उनके महत्व के बारे में विस्तार से।
ऐसा माना जाता है कि अगर आप माता के 9 स्वरूपों के पसंदीदा रंगों के वस्त्र पहनती हैं और उन्हीं रंगो के कपड़े माता को भी पहनाती हैं तो आपको पूजा का पूर्ण फल मिलता है। आइए यहां जानें इन शुभ रंगों के बारे में-
शारदीय नवरात्रि तिथि | माता का स्वरूप | शुभ रंग |
प्रथम दिन 22 सितंबर, सोमवार | शैलपुत्री माता | सफेद |
दूसरा दिन 23 सितंबर, मंगलवार | ब्रह्मचारिणी माता | लाल |
तीसरा दिन 24 सितंबर, बुधवार | चंद्रघंटा माता | रॉयल ब्लू |
तीसरा दिन 25 सितंबर, गुरुवार | चंद्रघंटा माता | रॉयल ब्लू |
चौथा दिन 26 सितंबर, शुक्रवार | कूष्मांडा माता | पीला |
पांचवां दिन 27 सितंबर, शनिवार | स्कंदमाता | गहरा हरा |
छठा दिन 28 सितंबर,रविवार | मां कात्यायनी | स्लेटी रंग |
सातवां दिन 29 सितंबर, सोमवार | मां कालरात्रि | नारंगी रंग |
आठवां दिन 30 सितंबर, मंगलवार | मां महागौरी | मोरपंखी हरा |
नवां दिन 01 अक्टूबर, बुधवार | मां सिद्धिदात्री | गुलाबी रंग |
इस साल नवरात्रि का पहला दिन 22 सितंबर को है। यह दिन माता शैलपुत्री को समर्पित है। अगर आप नवरात्रि की प्रतिपदा के दिन माता शैलपुत्री की पूजा सही विधि से करती हैं और सफेद रंग के वस्त्र पहनती हैं तो आपके लिए लिए शुभ होगा। सफेद रंग पवित्रता, शांतता और मासूमियत का प्रतीक है। शैलपुत्री देवी हिमालय की पुत्री हैं और इस दिन भक्त अपनी जीवनशैली में सादगी के लिए सफेद वस्त्र धारण करके माता का पूजन करते हैं।
शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन 23 सितंबर को है जो माता ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। इस दिन आपको लाल रंग के कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। लाल रंग ऊर्जा, साहस और उत्साह की बोध कराता है। ब्रह्मचारिणी माता संयम की प्रतिमूर्ति हैं, इस दिन श्रद्धालु इस रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें तो शक्ति का संचार होगा।
शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि 24 और 25 सितंबर को पड़ेगी। इस दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस साल यह तिथि दो दिन पड़ रही है। अगर आप इस दिन रॉयल ब्लू रंग के कपड़ों में माता का पूजन करती हैं तो शुभ होगा। इस रंग के कपड़े पहनने से गरिमा और शांति का भाव जागेगा।
शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी तिथि 26 सितंबर को पड़ रही है और यह दिन माता कूष्मांडा को समर्पित होता है और यदि आप इस दिन पीले रंग के वस्त्रों में माता का पूजन करेंगी तो यह आपके लिए बहुत शुभ होगा। पीला रंग खुशहाली का प्रतीक होता है और इस रंग के वस्त्रों में माता का पूजन करने से जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है।
शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन 27 सितंबर को पड़ रहा है और यह स्कंदमाता को समर्पित होता है। इस दिन यदि आप हरे रंग के कपड़े पहनकर माता का पूजन करेंगी तो पूजा के कई गुना ज्यादा फल मिल सकते हैं। हरा रंग विकास, संतुलन और प्रकृति से जुड़ा है।इस दिन हरा रंग पहनने से शांति और सौहार्द की बना रहता है।
इसे जरूर पढ़ें: Shardiya Navratri 2025 Ka Prabhav: शारदीय नवरात्रि के दिव्य नौ दिनों में बदल सकती है इन 9 राशियों की किस्मत, 10वां दिन लाएगा ये शुभ परिणाम
नवरात्रि का छठा दिन 28 सितंबर को पड़ेगा और इस दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। यदि आप माता की पूजा स्लेटी रंग के कपड़ों में करेंगी तो अत्यंत शुभ होगा। यह रंग संतुलित भावनाओं, आत्म-नियंत्रण और धैर्य का प्रतीक है। कात्यायनी माता शक्ति की देवी हैं और स्लेटी रंग जीवन में धैर्य बनाए रखने का प्रतीक होता है।
नवरात्रि की सप्तमी तिथि 29 सितंबर को पड़ेगी और यह माता कालरात्रि को समर्पित होती है। इस दिन यदि आप नारंगी रंग के वस्त्र पहनकर माता का पूजन करें तो जीवन में ऊर्जा बनी रहती है। कालरात्रि माता बुराई और अंधकार नाश करने वाली वाली मानी जाती हैं और इस रंग से माता का आशीर्वाद मिलता है।
इसे जरूर पढ़ें: Shardiya Navratri 2025: कब करें कलश स्थापना, नवरात्रि के 9 दिनों में क्या पहनें और माता दुर्गा पूजा विधि समेत यहां लें त्योहार की पूरी जानकारी
मोरपंखी हरा रंग शांति और सौम्यता का प्रतीक है। अगर आप नवरात्रि की अष्टमी तिथि यानी कि 30 सितंबर को महागौरी माता की पूजा मोरपंखी हरे रंग में करती हैं, तो यह बहुत शुभ माना जाता है। माता महागौरी शांति और सौंदर्य की देवी मानी जाती हैं। इस रंग के कपड़े जीवन में संतुलन और सुंदरता बनाए रखते हैं।
नवरात्रि की नवमी तिथि इस साल 01 अक्टूबर को पड़ेगी। यह दिन माता सिद्धिदात्री को समर्पित है। अगर आप इस दिन माता का पूजन गुलाबी रंग के वस्त्रों में करेंगी तो आपके जीवन में इसके शुभ प्रभाव होंगे। सिद्धिदात्री देवी सभी सिद्धियों की शक्ति देने वाली स्वरूप हैं और इस दिन गुलाबी रंग के कपड़े आशीर्वाद और पूर्णता का संदेश देते हैं।
अगर आप नवरात्रि के नौ दिनों में अलग-अलग रंगों के वस्त्रों में माता दुर्गा का पूजन करती हैं और उन्हें भी यही शुभ रंग पहनाती हैं तो आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि बनी रहेगी।
Navratri Puja Samagri | 1st Navratri Vrat Katha | 1st Navratri Puja Vidhi | Navratri Puja Mantra | Sanjhi Mata Aarti |
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Images: freepik. com
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।