इस बात में कोई दोराय नहीं है कि फूल प्रकृति की सबसे सुंदर रचनाओं में से एक है। इन्हें देखते ही चेहरे पर मुस्कान छा जाती है। तभी तो हर शुभ अवसर से लेकर सजावट में इनका इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह किसी भी चीज की खूबसूरती को कई गुना बढ़ाने का माद्दा रखते हैं। अब जरा कल्पना कीजिए कि आप एक ऐसी जगह पर हैं, जहां पर एक-दो या दस नहीं, बल्कि लाखों रंग-बिरंगे फूल ही फूल हैं। मानो कोई फूल का समुद्र हो। यकीनन कल्पना मात्र से ही आपका दिल खुश हो गया होगा। लेकिन वास्तव में भारत में ऐसी कई फ्लावर वैलियां मौजूद हैं, जो मनोरम प्राकृतिक सुंदरता का नजारा पेश करती हैं। यहां पर आकर आप वास्तव में प्रकृति की खूबसूरती को बेहद करीब से निहार सकती हैं। तो चलिए जानते हैं भारत में स्थित कई बेहतरीन व खूबसूरत फ्लावर वैलियों के बारे में-
उत्तराखंड में फूलों की घाटी
उत्तराखंड में फूलों की घाटी भारत की सबसे शानदार फूलों की घाटी है। यह यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट भी है। उत्तराखंड में फूलों की घाटी हिमालय के पश्चिमी भाग में समुद्र तल से 3,658 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भुइंदर घाटी के मध्य में है। यह उत्तराखंड में गोविंदघाट जोशीमठ के पास है। यह स्थानिक अल्पाइन फूलों की घाटियों और अविश्वसनीय रूप से प्राकृतिक सौंदर्य के लिए लोकप्रिय है। जब आप वैली ऑफ फ्लॉवर्स की यात्रा करते हैं, तो आपको ब्रह्म कमल, येलो कोबरा लिली, जैक्वमोंट की कोबरा लिली, वैलिच के कोबरा लिली, एलिगेंट स्लिपर आर्किड, हिमालयन स्लीक आर्किड, हिमालयन मार्श आर्किड आदि कई दुर्लभ फूल दिखाई देते हैं। इस फूलों की घाटी की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय जून से सितंबर तक का माना जाता है। यहां पर भारतीयों के लिए एंट्री फीस 150 रूपए और विदेशियों के लिए 600 रूपए है। साथ ही प्रवेश का समय सुबह 7.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक ही है, वहीं बाहर निकलने का समय शाम 5 बजे तक है।
महाराष्ट्र में कास प्लैटो
सुंदर, बहुरंगी फूलों से बना कास प्लैटो या कास पठार आपको खूबसूरती का एक अद्भुत नजारा पेश करता है। यह महाराष्ट्र के सतारा में स्थित है। कुछ लोग इसे महाराष्ट्र के फूलों की घाटीऔर कभी-कभी, पश्चिमी भारत के स्विट्जरलैंड कहते हैं, लेकिन यह उनमें से कोई नहीं है। इसकी अपनी दिव्य सुंदरता है जो आपको इस दुनिया में सब कुछ भूलने को विवश कर देती है। हर सात साल में एक बार, जब कास में दुर्लभ बैंगनी-नीले वाइल्डफ्लावर कोलोसमैन फूल में खिलते हैं, तो यहां पर घूमने का एक अलग ही आनंद मिलता है। पुणे के पास यह फूलों की घाटी पुणे शहर से 3 घंटे की ड्राइव पर है और यह एक शानदार वीकेंड प्लेस है। कास फूल पौधों की 850 प्रजातियों का घर है, जिनमें वाई-तुरा, टूथब्रश ऑर्किड, दीपकड़ी फूल, भारतीय अरारोट, आदि कई फूल-पौधे शामिल है। यहां पर घूमने का सबसे अच्छा समय अगस्त से सितंबर के अंत तक का है। यहां पर शनिवार, रविवार और सरकार की छुट्टियों के लिए 100 रूपए तथा अन्य दिनों में 50 रूपए प्रवेश शुल्क लिया जाता है।
सिक्किम में युमथांग वैली
क्या आपने कभी सोचा है कि आप पीले, लाल, बैंगनी, सफेद और गुलाबी फूलों से सजी कालीनपर खुद को चलते हुए देख रही है? शायद नहीं। तो अब आपको पूर्वोत्तर की यात्रा करने की आवश्यकता है, ताकि आप यहां पर स्थित युमथांग वैली को देख सकें। युमथांग भारत की सबसे शानदार घाटियों में से एक है। समुद्र तल से 3596 मीटर की ऊंचाई पर स्थित घाटी वसंत के आते ही एक शानदार फूल परिदृश्य में बदल जाती है। युमथांग घाटी में घूमने का सबसे अच्छा समय फरवरी के अंत से जून के मध्य तक का माना जाता है।
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नागालैंड में डज़ुकौ वैली
डज़ुकौ घाटी भारत की सबसे शानदार लेकिन कम ज्ञात घाटियों में से एक है, जो समुद्र तल से 2452 मीटर की दूरी पर स्थित है। यह डज़ुकौ वैली नागालैंड और मणिपुर की सीमा पर स्थित है। फूलों की इस घाटी में स्थानीय लोगों के अलावा ट्रेकर्स और एक्सप्लोरर्स आदि ही घूमने के लिए आते हैं। यह हिमालय में एक शानदार ट्रेकिंग गंतव्य है। यहां पर आकर आपको पृथ्वी पर स्वर्ग होने का अनुभव होगा। यहां पर आपको एकोनाइटम, दुर्लभ डज़ुकौ सफेद और गुलाबी लिली, यूफोरबियस और फूलों की कई अन्य प्रजातियों को देखने का मौका मिलेगा। इस वैली में घूमने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर तक का है।
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Image credit- social mdia and travel websites
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