कर्नाटक में स्थित नागरहोल नेशनल पार्क हाथियों के लिए जाना जाता है। यहां एशियाई हाथी पाए जाते हैं। अगर आपको छोटे से लेकर विशाल हाथियों का झुंड एक साथ देखना है, तो आप एक बार यहां जाने का प्लान जरूर बनाएं। यकीन मानिए इस खूबसूरत नजारों को आप अपने दिल से निकाल नहीं पाएंगे। यह पार्क कुल 643.392 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस पार्क के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। जिससे आपको यात्रा करने में परेशानी नहीं होगी।
नागरहोल नेशनल पार्क की खासियत
- इसका नाम नागरहोल नदी के नाम से रखा गया है। यह इसके केंद्र से होकर बहती है।
- यहां हरे-भरे पेड़ और तरह-तरह के जानवर देखने के साथ-साथ घाटियां, छोटी नदियां और झरने भी आपको देखने को मिलेंगे।
- पार्क में बाघ, हाथी, भारतीय पैंथर, गौर और हिरण जैसे वन्यजीव आप देख पाएंगे।
- घूमने जाने का अच्छा समय- अक्टूबर से मई के बीच में यहां जाना अच्छा रहता है।
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान में सफारी का समय
जीप सफारी में 6 यात्री बैठ सकते हैं, जबकि बस सफारी में 25 से 30 यात्री बैठ सकते हैं।
- सुबह - 5:30 बजे से 10:00 बजे तक
- शाम- 3:00 बजे से 7:00 बजे तक
नाव सफारी
- सुबह- 6:30 बजे से 9:15 बजे तक
- शाम- 3:30 बजे से 6:15 बजे तक
बस सफारी
- सुबह- 6:00 बजे से 9:00 बजे तक
- शाम : 3:00 बजे से 5:00 बजे तक
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान तक कैसे पहुंचे
- सड़क मार्ग से- एसएच 86 के माध्यम से आप आसानी से पहुंच सकते हैं।
- ट्रेन से- मैसूर रेलवे स्टेशन, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान से लगभग 80 किमी की दूरी पर है। यह निकटतम रेलवे स्टेशन है।
- फ्लाइट से- मैसूर हवाई अड्डा, जो 96 किमी की दूरी पर स्थित है। यह बच्चों के साथ घूमने के लिए अच्छी जगह है।
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image credit- freepik, insta
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