Kalsubai trek or peak maharashtra: महाराष्ट्र देश का एक प्रमुख राज्य होने के साथ-साथ एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र भी है। इस राज्य की खासियत और लोकप्रियता इस कदर प्रचलित है कि इसे 'गेटवे ऑफ द हार्ट ऑफ इंडिया' के नाम से भी जाना जाता है।
महाराष्ट्र का पुणे, पंचगनी, महाबलेश्वर, औरंगाबाद, लवासा, लोनावाला और मुंबई शहर अपनी कई अद्भुत और शानदार जगहों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इनमें से कई शहर को मानसून में एक्सप्लोर करना कई पर्यटकों का सपना भी होता है।
महाराष्ट्र के कुछ शहर जिस तरह अपनी खूबसूरत जगहों के लिए प्रसिद्ध है, ठीक उसी तरह कुछ जगहें एडवेंचर एक्टिविटी के लिए भी प्रसिद्ध है। कलसुबाई पीक या ट्रेक भी एक ऐसी जगह है, जिसे एक्सप्लोर करना कई लोगों के लिए सपना होता है।
इस आर्टिकल में हम आपको कलसुबाई पीक या ट्रेक की खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं। कलसुबाई ट्रेक के बारे में जानने के बाद आप भी यहां मानसून में ट्रेकिंग करने जरूर पहुंचना चाहेंगे।
कलसूबाई ट्रेक कहां है? (Where is Kalsubai Peak Trek)
कलसूबाई ट्रेक की खासियत जानने से पहले यह जान लेते हैं कि यह ट्रेक महाराष्ट्र के की शहर या जिले में स्थित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कलसूबाई ट्रेक नासिक जिले के इगतपुरी तालुका में स्थित है। जी हां, यहां महाराष्ट्र में सह्याद्री पहाड़ों में स्थित एक लोकप्रिय ट्रेक है। कलसुबाई की ट्रेकिंग बरी नामक एक गांव से शुरू होती और कलसुबाई पीक पर खत्म होती है।
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कलसूबाई ट्रेक नाम कैसे पड़ा? (Kalsubai Peak name history)
कलसूबाई ट्रेक का नाम कलसूबाई कैसे पड़ा इसका इतिहास काफी दिलचस्प है। कहा जाता है कि इस शिखर का नाम देवी कलसू के नाम पर पड़ा है। मान्यता के अनुसार देवी कलसू आसपास के गांव के लोगों की मदद करती थी, लेकिन एक दिन अचानक चली गई और फिर लौटकर नहीं आई। इस घटना के बाद इस शिखर का नाम कलसूबाई रख दिया गया।(इगतपुरी हिल स्टेशन)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिखर की चोटी पर देवी कलसुबाई मंदिर भी मौजूद है। जो भी ट्रेकिंग कर निकालता है, वो इस मंदिर का दीदार जरूर करता है।
कलसूबाई ट्रेक की खासियत (Why Kalsubai Peak Trek is so famous)
कलसूबाई ट्रेक की खासियत ही देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती है। ट्रेक के सफर में छोटे-बड़े चट्टान, घास के मैदान और अद्भुत नजारे देखने को मिलता है। कलसूबाई ट्रेक की इस कदर प्रचलित है कि इसे महाराष्ट्र का माउंट एवरेस्ट भी कहा जाता है।
मानसून के समय कलसूबाई ट्रेक की खूबसूरती चरम पर होती है, क्योंकि ट्रेक के सफर में हर तरफ हरियाली और झरने से गिरते पानी दिखाई देते हैं। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि कलसूबाई ट्रेक महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 5,400 फीट यानी 1646 मीटर है। कलसूबाई ट्रेकिंग की लम्बाई करीब 6.6 किमी है।(लवासा में घूमने की बेस्ट जगहें)
नाईट कैंपिंग के लिए बेस्ट माना जाता है (Kalsubai peak trek for night camping)
जी हां, आपने सही सुना। कलसूबाई ट्रेक सिर्फ दिन के उजाले में ही नहीं, बल्कि नाईट कैंपिंग के लिए भी फेमस है। कहा जाता है कि कई लोग नवंबर से लेकर अप्रैल तक के बीच में यहां नाईट कैंपिंग के लिए पहुंचते रहते हैं। नवंबर से लेकर अप्रैल के बीच में कलसूबाई ट्रेक का मौसम बिल्कुल साफ रहता है और रात के समय बादलों को उड़ते हुए भी देख सकते हैं।
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कलसूबाई ट्रेकिंग के लिए बेस्ट समय (Best time to visit in kalsubai peak trek)
कलसूबाई ट्रेकिंग पर जाने का बेस्ट समय मानसून का मौसम माना जाता है। हालांकि, तेज बारिश में कई लोग यहां जाने से डरते हैं, लेकिन इस ट्रेक की असल खूबसूरती मानसून में ही दिखाई देती है।
मानसून के अलावा कई लोग सितंबर से अक्टूबर के बीच में यहां जाना पसंद करते हैं, क्योंकि इन दो महीने में यहां का मौसम एकदम साफ रहता है और गर्मी भी अधिक नहीं पड़ती है। सितंबर और अक्टूबर के महीने मेंआसपास के इलाकों में रंग-बिरंगे फूल खिल जाते हैं।
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