herzindagi
When Shivaji Grandson Visited Aurangzeb Tomb

छत्रपति शिवाजी के पोते शाहूजी प्रथम ने क्यों दी थी औरंगजेब को श्रद्धांजलि? 18 सालों तक मुगल बादशाह ने कर रखा था कैद

When Shivaji Grandson Visited Aurangzeb Tomb: औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज के पोते शाहूजी प्रथम को 18 सालों तक अपनी कैद में रखा। इसके बाद भी शाहूजी प्रथम ने कैद से छूटने के बाद आखिर क्यों औरंगजेब की कब्र पर जाकर उसे श्रद्धांजलि दी?   
Editorial
Updated:- 2025-03-19, 17:14 IST

Why Did Chhatrapati Sambhaji Maharaj Son Shahu Ji Pay Tribute To Aurangzeb: मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर इन दिन घमासान मचा हुआ है। औरंगजेब की कब्र आज भी महाराष्ट्र के खुल्दाबाद में मौजूद है। आज भले ही औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद छिड़ा हो, लेकिन इतिहास में ऐसा बिल्कुल नहीं था। इतिहास के मुताबिक, जिन छत्रपति संभाजी महाराज ने मुगलों के साथ सालों तक संघर्ष किया, उन्ही के खुद के बेटे और शिवाजी के पोते छत्रपति शाहू प्रथम ने औरंगजेब की कब्र को श्रद्धांजलि दी थी। बताया जाता है कि औरंगजेब ने शाहूजी प्रथम को 18 सालों तक अपनी कैद में रखा था। आइए जानें, आखिर क्यों छत्रपति शिवाजी के पोते शाहूजी प्रथम ने क्यों दी थी औरंगजेब को श्रद्धांजलि? 

यह भी देखें- इस मुगल बादशाह की क्रब की देखभाल में आता है सबसे ज्यादा खर्च...करोड़ों में लगते हैं रुपये

मराठाओं से 25 साल तक हुआ औरंगजेब का संघर्ष

Aurangzeb fought with the Marathas for 25 years

मुगल बादशाह औरंगजेब ने मराठा सम्राज्य पर कब्जा करने के लिए 25 सालों तक संघर्ष किया। औरंगजेब ने 49 साल तक शासन किया। मराठाओं से संघर्ष के दौरान ही औरंगजेब की मृत्यु हुई थी। 3 मार्च, 1707 को अहमदनगर (महाराष्ट्र) में उसकी मृत्यु हुई। इसके बाद, खुल्दाबाद में उसे दफनाया गया। दरअसल, औरंगजेब ने अपनी वसीयत में खुल्दाबाद में दफन होने की इच्छा जताई थी।

शिवाजी के खुद के पोते ने दी औरंगजेब को श्रद्धांजलि

इतिहासकार रिचर्ड ईटन की किताब 'ए सोशल हिस्ट्री ऑफ द दक्कन' शिवाजी के पोते शाहू प्रथम का जिक्र मिलता है, जब वह औरंगजेब की कब्र पर श्रद्धांजलि देने जाता है। किताब के मुताबिक, संभाजी की मौत के बाद औरंगजेब की सेना उनके बेटे शाहू प्रथम को कैद कर लेती है। उस समय शाहू प्रथम की उम्र महज 7 साल थी। उन्हें 18 साल तक मुगलों ने अपनी कैद में रखा था। 1707 में औरंगजेब में औरंगजेब की मृत्यु के बाद उन्हें रिहाई मिली। जिसके बाद, उन्होंने रिहा होते ही औरंगजेब की कब्र पर जाकर उसे श्रद्धांजलि दी थी। 

औरंगजेब को क्यों दी थी श्रद्धांजलि

Why was tribute paid to Aurangzeb

बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कि संभाजी महाराज के खुद के बेटे शाहूजी प्रथम ने भला औरंगजेब जैसे दुश्मन की कब्र पर श्रद्धांजलि क्यों दी थी? ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक, शाहू प्रथम के रिहा होने के बाद उनके और उनके चाचा राम राजे की पत्नी ताराबाई के बीच सत्ता संघर्ष प्रारंभ हो गया था। ताराबाई ने ऐसे आरोप लगाए कि मुगलों की कैद में रहकर शाहूजी उनसे प्रभावित हो चुके हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वे सांस्कृति रूप से भी अब मुगल बन चुके हैं। ऐसे में उन पर भरोसा करना सही नहीं है। शाहू प्रथम ने औरंगजेब की कब्र पर जाकर इस बात को पूरी तरह से सच भी साबित कर दिया था। 

यह भी देखें- संगीत से लेकर नृत्य तक इन चीजों पर औरंगजेब ने लगा दिया था बैन...उल्लंघन करने पर होती थी मौत की सजा

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।

Image Credit:Her Zindagi/Meta AI

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।