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Why Bath in holy river should be taken in brahma muhurat

ब्रह्म मुहूर्त में ही क्यों किया जाता है पवित्र नदी में स्नान?

हिंदू धर्म में पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। क्योंकि यह समय देवी-देवताओं का माना जाता है। 
Editorial
Updated:- 2024-03-19, 11:35 IST

(why bath in holy river should be taken in brahma muhurat) हिंदू धर्म में स्नान करने का विशेष महत्व है। ब्रह्म मुहूर्त को देवी-देवताओं का समय माना जाता है। वहीं तिथियों के हिसाब से भी पवित्र नदी में ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान किया जाता है। इससे व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो सकते हैं और आरोग्य की भी प्राप्ति हो सकती है। वहीं शास्त्रों में रोजाना स्नान करने के नियम के बारे में बताया गया है। जिसका पालन करना बहुत जरूरी होता है। अब ऐसे में सवाल है कि आखिर ब्रह्म मुहूर्त में ही क्यों स्नान करना शुभ जाता है।

इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। 

जानें स्नान करने का शुभ मुहूर्त  (Know the auspicious time to take bath)

शास्त्रों के अनुसार सभी व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान करना चाहिए। इसे नहाने के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त माना गया है, लेकिन जो लोग ब्रह्म मुहूर्त में स्नान नहीं कर पाते हैं, उन्हें शिव या हरि मुहूर्त में जरूर स्नान करना चाहिए। बता दें, दोपहर के समय स्नान करना बहुत अशुभ माना जाता है। अगर आप ब्रह्म, शिव (भगवान शिव मंत्र) और हरि मुहूर्त में स्नान नहीं कर पाते हैं, तो शाम के समय स्नान कर सकते हैं। इसके शास्त्रों में विशेष विधि-विधान है। 

ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से बढ़ती है बल और विद्या  (Taking bath in Brahma Muhurta increases strength and knowledge)

जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त (ब्रह्म मुहूर्त मंत्र) में स्नान करता है, उसके जीवन में कभी सुख-सौभाग्य की कमी नहीं होती है और बल के साथ-साथ विद्या की भी प्राप्ति होती है। इसलिए अगर आप स्नान कर रहे हैं, तो ब्रह्म मुहूर्त मेंम ही स्नान करें। यह समय बहुत शुभ है। 

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ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से आरोग्य की हो सकती है प्राप्ति  (One can attain health by taking bath in Brahma Muhurta)

ब्रह्म मुहूर्त का समय देवी-देवताओं का माना जाता है। इसलिए इस समय स्नान करना चाहिए। इससे व्यक्ति को कभी रोगदोष का सामना नहीं करना पड़ेगा और सुख-सौभाग्य की भी प्राप्ति हो सकती है। वहीं अगर आप ब्रह्म मुहूर्त में स्नान नहीं कर सकते हैं, तो सुबह 05 बजे ही स्नान कर लें। 

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ब्रह्म मुहूर्त में तांबे के बर्तन से करें स्नान  (Take bath in copper vessel during Brahma Muhurta)

what is importance of river bath

ब्रह्म मुहूर्त में दैविय शक्तियों का वास होता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान तांबे के बर्तन में रखे पानी से स्नान करना चाहिए। इससे व्यक्ति को कभी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है और देवी-देवताओं के आशीर्वाद की भी प्राप्ति हो सकती है। 

 

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