
माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा हमेशा आगे बढ़े और ऊंचाइयों तक पहुंचे। इसी कारण वे अपने बच्चों को उच्च से उच्च शिक्षा दिलावते हैं, लेकिन हार्ड स्टडी के कारण कब वे अपने बच्चे पर प्रेशर डालना शुरू कर देते हैं उन्हें पता ही नहीं चलता। इसके कारण बच्चों पर नकारात्मक दबाव पड़ने लगता है और उनके मन में भी निगेटिव विचार आने लगते हैं। ऐसे में माता-पिता को पता होना चाहिए कि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव डालना कितना सही है और कितना गलत। हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर डालने से उनकी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और आप कैसे बिना प्रेशर डालें बच्चों की मदद कर सकते हैं, जानते हैं, कोच और हीलर, लाइफ अल्केमिस्ट, साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत (Dr. Chandni Tugnait) से ...
चूंकि पढ़ाई जरूरी है, इस कारण पेरेंट्स अपने बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर डालना शुरू कर देते हैं। बच्चे इस प्रेशर को झेल नहीं पाते और उन्हें मानसिक तनाव महसूस होने लगता है, जिसके कारण वे हर वक्त तनाव में रहते हैं। साथ ही उनके विचारों में भी नेगेटिविटी दिखने लगती है।

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पेरेंट्स को बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर डालने की बजाय यहां दी गई निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए-

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