Akshaya Tritiya 2023 Par Shadi Aur Sone Ka Mahatva: 22 अप्रैल, दिन शनीवार को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया का अत्यंत महत्व है। अक्षय तृतीया एक ऐसा अबूझ मुहूर्त है जब किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करने के लिए अन्य किसी मुहूर्त को देखने की औपचारिकता नहीं निभानी पड़ती है। बिना मुहूर्त पूरे दिन में कभी भी शुभ काम किये जा सकते हैं।
धर्म-ग्रंथों में अक्षय तृतीया को सोना खरीदने और विवाह के लिए सर्वोत्तम तिथि बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन किया गया विवाह या खरीदा गया सोना अक्षत फलों की प्राप्ति में सहायक बनता है और हर रूप से फबता है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर क्यों विवाह करने और सोना खरीदने के लिए अक्षय तृतीया मनाई जाती है बेहद खास।
अक्षय तृतीया का अर्थ
- अक्षय तृतीया का अर्थ है वह तिथि जो कभी क्षय नहीं होता है। यानी कि एक ऐसी तिथि जिस पर अशुभ योग, अशुभ मुहूर्त, खराब नक्षत्र, बुरी ग्रह (किन कारणों से लगता है ग्रह दोष) दशा या दिशा आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
- अक्षय तृतीया के दिन सब कुछ शुभता से पूर्ण होता है। ऐसी तिथि साल में एक बार पड़ती है। इसी कारण से अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है।
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का महत्व
- अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीने के पीछे दो कारण हैं: पहला तो यह कि ये तिथि ऐसी है जिसका क्षय कभी नहीं होता है। ऐसे में इस तिथि पर खरीदा गया सोना या कोई भी आभूषण कभी खराब या गायब नहीं होगा, वह सदैव व्यक्ति के पास बना रहगा। इस तिथि पर खरीदा गया सोना खरीदने वाले व्यक्ति को हमेशा लाभ ही पहुंचाएगा।

- दूसरा कारण यह है कि अक्षय तृतीया के दिन माता लक्ष्मी अपने स्वर्ण कलश को जागृत करती हैं। ऐसे में जो भी व्यक्ति इस दिन सोना खरीदता है उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और मां लक्ष्मी के स्वर्ण कलश से गिरने वाला धन उस व्यक्ति तक पहुंचता है।
अक्षय तृतीया पर विवाह करने का महत्व
- अक्षय तृतीया के दिन विवाह करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसा इसलिए क्यों कि इस तिथि पर विवाह करने से कभी कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया विवाह कभी नहीं टूटता। इस दिन विवाह करने से पति-पत्नी (पत्नी-पत्नियो के बीच झगड़े दूर करने के उपाय) के रिश्ते में अखंडा आती है।

- इस दिन विवाह करने से वैवाहिक जीवन का सुख कभी कम नहीं होता है। इस दिन विवाह किया जाए तो मांगलिक दोष भी आड़े नहीं आता है। कुंडली में मौजूद मांगलिक दोष न शादी से पहले, न शादी के दौरान और न ही शादी के बाद कभी भी अपना बुरा प्रहाव दंपत्ति पर डाल पाता है।
तो ये है अक्षय तृतीय पर सोना खरीदने और विवाह करने का महत्व। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: shutterstock, social media
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