Akshaya Tritiya 2023 Ke Bare Mein: वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया तिथि का हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्व है। अक्षय तृतीया एक ऐसी तिथि है जसका कोई क्षय न हो। अक्षय तृतीया को अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया एक ऐसा अबूझ मुहूर्त है जिसमें बिना किसी मुहूर्त या ग्रह दिशा देखे मांगलिक कार्य जैसे कि विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि किये जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान भी है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन श्री हरि नारायण और माता लक्ष्मी की पूजा करने से दसों दिशाओं से सौभग्य जाग उठता है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जाते हैं अक्षय तृतीया की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सोना खरीदने के शुभ समय के बारे में विस्तार से।
अक्षय तृतीया 2023 कब है (Akshaya Tritiya 2023 Kab Hai)
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का शुभारंभ 22 अप्रैल, दिन शनिवार (शनिवार के दिन न करें ये 5 काम) को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 23 अप्रैल, दिन रविवार को सुबह 7 बजकर 47 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया का पर्व 22 अप्रैल को मनाया जाएगा।
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहने वाला है। इस मुहूर्त में पूजा का समय कुल साढ़े चार घंटे तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में पूजा करना अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा।
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अक्षय तृतीया के दिन 6 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इन योगों के निर्माण से उस महायोग बनेगा। जहां एक ओर अक्षय तृतीया के दिन प्रात: काल से लेकर सुबह 9 बजकर 26 मिनट तक आयुष्मान योग रहेगा तो वहीं, उसके बाद से सौभाग्य योग रात भर बना रहेगा।
इसके अलावा, अक्षय तृतीया के दिन सुबह 5 बजकर 49 मिनट से सुबह 7 बजकर 49 मिनट तक है त्रिपुष्कर योग निर्मित होगा और रात 11 बजकर 24 मिनट से अगली सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक रवि योग का निर्माण होगा। रवि योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बनेंगे।
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अक्षय तृतीया यानी कि 22 अप्रैल के दिन सोना (ऐसा सोना माना है घर के लिए बहुत अशुभ) खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन यानी कि 23 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। यानी कि सोना खरीदने का शुभ समय तकरीबन 22 घंटे का निर्मित रहेगा।
अक्षय तृतीया को हिन्दू धर्म मैं महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि, सफलता और संपन्नता बनी रहती है। इस दिन खरीदा गया सोना बहतु लाभदायक साबित होता है। यहां तक कि इस दिन विवाह करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और अखंडता कायम रहती है।
तो ये थी अक्षय तृतीया से जुड़ी समस्त जानकारी। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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